उत्तराखड में साईबर ठगों का आतंकः प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट कर 47 लाख वसूले,महिला को 14 दिन डिजिटल अरेस्ट कर 61 लाख हड़पे
रूद्रपुर(उद संवाददाता)। साइबर ठगों ने डीएसबी कैंपस नैनीताल के इतिहास के प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट कर 47 लाख रुपये वसूल दिए। ठगों ने प्रोफेसर को मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज होने का डर दिखाया और विभिन्न खातों में रुपये जमा कराए। पीड़ित की शिकायत पर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में ठगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। नैनीताल के मल्लीताल स्थित वसुंधरा कॉटेज निवासी संजय घिल्डियाल ने दी तहरीर में कहा है कि पांच दिसंबर को उनके नंबर पर अज्ञात नंबर से कॉल आया था। कॉलर ने कहा था कि उनके आधार कार्ड पर लिए गए सिम कार्ड से अवैध लेन देन किया जा रहा है। कॉलर ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताते हुए कहा कि उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया है। उनको जान का खतरा बताते हुए ऑफिस से घर जाने को कहा गया। संजय का कहना है कि वे डर के कारण घर चले गए थे। इसके बाद उनको एक एप डाउनलोड करने और लगातार वीडियो कॉल में बने रहने को कहा गया। उनका नंबर सर्विलांस पर रहने की बात की गई थी। बिना इजाजत किसी को कॉल करने और बाहर जाने पर गिरफ्तार करने की बात कही गई थी। उनको एप के माध्यम से सीबीआई व आरबीआई के नोटिस भी भेजे गए। 13, 14 और 16 दिसंबर को उनके नंबर पर व्हाट्सएप कॉल आई थी। इसके बाद उनको बैंक खातों की जांच के नाम पर दोनों खातों में उपलब्ध पूरी धनराशि को बताए गए खातों में ट्रांसफर करने को कहा गया था। उनकी ओर से एसबीआई तथा बॉब के खातों में उपलब्ध धनराशि कॉलर के बताए विभिन्न खातों में आरटीजीएस व यूपीआई के माध्यम से ट्रांसफर कर दी गई। उन्होंने 16 से 22 दिसंबर तक 47,00,000 रुपये की धनराशि खातों में ट्रांसफर की। इसके बाद उनको खुद के साथ ठगी का अहसास हुआ था। कहा कि अज्ञात लोगों ने फर्जी तरीके से ईडी, सीबीआई, आरबीआई अधिकारी बनकर उनको झांसे में लेकर कम्प्यूटर संसाधनों का प्रयोग करते हुए 47 लाख रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी की है। साइबर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर ठगों को चिर्ििंत करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
वृद्ध महिला को 14 दिन तक डिजीटल अरेस्ट कर ठग लिए 61 लाख रुपये
देहरादून। क्रेडिट कार्ड से डेढ़ लाख रुपये का अनैतिक लेनदेन होने का आरोप लगाकर व गिरफ्तारी का भय दिखाकर साइबर ठगों ने देहरादून निवासी एक वृद्ध महिला को 14 दिन तक डिजीटल अरेस्ट कर 61 लाख रुपये ठग लिए।इस दौरान खुद को हैदराबाद क्राइम ब्रांच और सीबीआई का अधिकारी बता रहे साइबर ठगों ने महिला को इतना भयभीत कर दिया कि वह अपने गहने गिरवी रखकर रुपये भेजने को मजबूर हो गई। ठग यह धमकी देते रहे कि अगर किसी को इस संबंध में सूचना दी तो उन्हें तत्काल गिरफ्तार कर लिया जाएगा। अब पीड़ित की ओर से साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा कराया गया है। जीएमएस रोड निवासी उमेश बाला शर्मा ;74 वर्ष के पति बीएम शर्मा दून स्थित हिमालयन भूगर्भ संस्थान ;वाडिया इंस्टीटयूट से सेवानिृत्त थे। पति की मृत्यु के बाद महिला यहां अपने बेटे के साथ रहती हैं। उनका बेटा भी बीमार रहता है। आरोप है कि चार दिसंबर की दोपहर उमेश बाला शर्मा के मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति का काल आया। उसने कहा कि आपके क्रेडिट कार्ड से डेढ़ लाख रुपये का अनैतिक लेनदेन हुआ है और इस बारे में हैदराबाद क्राइम ब्रांच के पुलिस इंस्पेक्टर पूछताछ करेंगे।