त्रिवेंद्र पर तंज कसने वाले गायक पर केस
मुख्यमंत्री की छवि खराब करने का आरोप,13 लोगों के खिलाफ दी तहरीर
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत पर बने एक लोकगीत को लेकर सियासत तेज हो गई है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने लोकगीत को गाने वाले गायक सहित 14 के खिलाफ रपट दर्ज कर ली है। इससे पूर्व तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी पर भी एक लोकगीत बनाया गया था। उस समय भी उस लोकगीत को लेकर काफी घमासान हुआ था। अब प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को लेकर भी एक लोक गीत सामने आया है। इस लोग गीत के सामने आते ही सियासी घमासान शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर बने इस गढ़वाली गीत को भाजपाई उनकी छवि को खराब करने की नजर से देख रहे है। इस लोक गीत में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को सोया हुआ मुख्यमंत्री बताया गया है। इसी बात को लेकर भाजपा नेता विपक्ष पर इसे षडयंत्र के तहत बनाने का आरोप मढ़ रहे हैं। इतना ही नहीं इस गीत को सुनकर सत्तासीन भाजपा नेताओं ने जहां इस गाने का विरोध करना शुरू कर दिया वहीं विपक्ष के नेेता इस गीत को लगतार वायरल कर सियासी आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री रावत पर बने गाने के खिलाफ नेहरू कालोनी थाने में अनिल पाण्डेय नामक युवक की तहरीर पर पुलिस ने गायक पवन सेमवाल और रोशन रतूड़ी सहित 13 के खिलाफ रपट दर्ज कर ली है। गायत सहित अन्य लोगों के खिलाफ रपट दर्ज होने पर कांग्रेस भी आक्रामक हो गई है। सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर प्रतिक्रियायें तेज हो गई है। कांग्रेस का कहना है कि गायक पर सत्ता का भय दिखाकर केस दर्ज किया गया है जो निंदनीय है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि अगर गायक पर कार्यवाही की गई तो कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे।