केदारनाथ के भकुंट भैरवनाथ मंदिर में छेड़छाड़ करते संदिग्ध का सीसीटीवी वीडियो वायरल,कड़ी कार्रवाई की मांग
वीडियो वायरल होने के बाद रूद्रप्रयाग पुलिस प्रशासन ने शुरू की जांच , अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जाएगी
रूद्र्रपयाग(उद संवाददाता)। उत्तराखंड में केदारनाथ धाम के रक्षक देवता श्री भकुंट भैरवनाथ मंदिर में घुसे संदिग्ध का सीसीटीवी वीडियो वायरल होने से मंदिरों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गये है। केदारनाथ धाम स्थित भकुंट भैरव मंदिर में जूते पहने एक व्यक्ति के मूर्ति को स्पर्श करने और वहां दानपात्र से छेड़छाड़ का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। केदार सभा और पंच पंडा समाज ने प्रशासन से मामले में ठोस कार्रवाई की मांग की है। मंगलवार देर शाम से सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने बताया कि सोशल मीडिया के वायरल वीडियो में जो व्यक्ति है, वह कौन है और वहां कैसे पहुंचा, इसके बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है। कहा कि इस संबंध में केदारनाथ विकास प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यधिकारी योगेंद्र सिंह को भी अवगत करा दिया है। इधर पंच पंडा समिति के अध्यक्ष अंकित शुक्ला ने शीतकाल में केदारनाथ में किसी भी प्रकार की गतिविधि पर पूरी तरह से रोक लगाने की मांग की है। श्रीकेदारनाथ चौरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त सचिव योगेंद्र सिंह ने कहा कि उक्त व्यक्ति की पहचान मजदूर के रूप में हुई है। इस संबंध में कार्रवाई के लिए बीकेटीसी के सीईओ और पुलिस को अवगत करा दिया गया है। गौरतलब है कि वर्तमान में श्री केदारनाथ जी के कपाट बंद है । यहां केदारनाथ मंदिर के निकट रक्षक देवता भकुंट भैरवनाथ का मंदिर स्थापित है। इन दिनों भारी बर्फबारी से मंदिर परिसर ठका हुआ है। यहां पर एक संदिग्ध व्यक्ति सीसीटीवी में कैद हुआ है जो कि मूर्तियों के साथ छेड़खानी कर रहा है और मंदिर प्रांगण में खुलेआम जूते पहनकर घूम रहा है। जूते मूर्ति पर भी स्पर्श हो रहे हैं जोकि इस वीडियो में साफ-साफ दिख रहा है। वह मंदिर परिसर में कई चक्कर लगाकर छानबीन कर रहा है और वहां रखे हुए दानपात्र और अन्य वस्तुओं को बार बार उठाकर निकालते हुए कैद हुआ है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो को लेकर अब चारधाम की सुरक्षिा व्यवस्था पर कई गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। केदारनाथ धाम के शीतकालीन कपाट बंद होने के बाद यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता लेकिन बर्फबारी के बीच यहां पहुंचकर आखिर वह संदिग्ध व्यक्ति कौन है? क्या ये चोरी की नियत से घूम रहा है? इससे कई सवाल केदारनाथ की सुरक्षा को लेकर भी खड़े हो रहे हैं। हांलाकि केदारनाथ और बद्रीनाथ मंदिर की सुरक्षिा व्यवस्था के लिए कुछ दिन पूर्व ही आईटीबीपी के जवानों की भी तैनाती की गई है। लेकिन सेना के जवानों की निगरानी के बावजूद यह संदिग्ध भकुंट भरवनाथ के मंदिर परिसर में घुसकर पूजा स्थल की पवित्रता को भंग करने के साथ ही लोगों की आस्था को भी ठेस पहुंचाने का कृत्य कर रहा है। देवभूमि के मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था के लिए राज्य सरकार को ठोस कार्यवाही करने की जरूरत है। सोशल मीडिया पर वीडियो को लेकर कड़ी प्रतिक्रियायें भी व्यक्त की जा रही है और आरोपी को शीघ्र गिरफ्रतार कर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की मांग की जा रही है। वहीं पंच पंडा पुरोहित अध्यक्ष अमित शुक्ला ने बताया कि घटना 10 दिसंबर की बताई जा रही है और यह बड़ा ही गंभीर विषय है इसे वो न्यायलय के समक्ष भी रखेंगे क्योंकि यह धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का भी मामला है।
वहीं सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद अब रूद्रप्रयाग पुलिस प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार गत दिवस दिनांक 17.12.2024 को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है कि श्री भैरव मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे में एक व्यक्ति भैरव मंदिर परिसर में जूतों सहित घूमते हुए तथा हाथ में पकड़े डंडे से भैरवनाथ मंदिर की मूर्तियों से छेड़छाड़ करते हुए दिखाई दे रहा है। उक्त घटनाक्रम पर जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस के स्तर से तत्काल प्रारम्भिक जांच की गयी तथा प्रथमदृष्ट्या उक्त वीडियो थोड़ा पुराना पाया गया। वीडियो में दिख रहा व्यक्ति केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों में लगी गावर कम्पनी का मजदूर होना जानकारी में आया है। जनपद पुलिस के स्तर से इस मामले में कोतवाली सोनप्रयाग पर मु.अ.सं. 73/2024 धारा 298 व 331 भारतीय न्याय संहिता (अभियुक्तगणों द्वारा श्री केदारनाथ धाम मंदिर के निकट स्थित भैरवनाथ मंदिर में जूते पहनकर प्रवेश कर हाथ में पकड़े डंडे से मूर्तियों से छेड़छाड़ कर धार्मिक भावनायें आहत करने, गृहभेदन) के सम्बन्ध में सज्जन कुमार व संबंधित ठेकेदार एवं संबंधित कंपनी के कर्मचारी के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कर विवेचनात्मक कार्रवाई प्रारम्भ की गयी है। जनपद पुलिस के स्तर से जल्द ही अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जाएगी, जिसके लिए विशेष टीम का गठन किया गया है।