रूद्रपुर में मेयर के टिकट के लिए भाजपा के दावेदारों की लम्बी फेहरिस्त: कांग्रेस में नजर नहीं आ रहा उत्साह
रूद्रपुर(उद ब्यूरो)। निकाय चुनाव के लिए आरक्षण की अधिसूचना जारी होते हुए टिकट के दावेदारों ने दौड़भाग तेज कर दी है। मेयर पद के लिए भाजपा में एक अनार सौ बिमार वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। नगर निगम बनने के बाद पहली बार अनारक्षित हुई मेयर की सीट पर भाजपा से दावेदारों की लम्बी फेहरिस्त है। दूसरी तरफ कांग्रेस में मेयर के लिए दावेदारों में कोई खास हलचल नहीं नजर आ रही। 2024 में नगर पालिका से नगर निगम बनने के बाद पिछले दो चुनावो मेें मेयर बनने की तैयारी कर रहे सामान्य वर्ग के कई नेताओं के अरमान अधूरे रह गये थे। तीसरे बार इस सीट के आरक्षण पर सभी की नजरें टिकी हुई थी। सीट को आरक्षित करने के लिए कई लोग फिर से जोर लगा रहे थे लेकिन इस बार सीट आरक्षित नहीं हो पायी। पहली बार मेयर की सीट अनारक्षित बनने से अब भाजपा में टिकट के दावेदारों की बाढ़ आ गयी है। टिकट केे दावेदार वैसे तो पिछले कई महीनों से देहरादून और दिल्ली के चक्कर काट रहे थे अब एकाएक भागदौड़ और तेज हो गयी है। बीजेपी से मेयर पद के लिए टिकट की दावेदारी करने वाले नेता अपने परिचत राष्ट्रीय नेताओं और मंत्रियों के दरवाजे पर पहुंचकर पैरवी करवा रहे हैं। फिलहाल टिकट की दौड़ में भाजपा प्रदेश मंत्री विकास शर्मा और भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री भारत भूषण चुघ का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है। मुख्यमंत्री के करीबी माने जाने वाले विकास शर्मा छात्र राजनीति से ही भाजपा में सक्रिय रहे हैं। भाजयुमो और भाजपा में कई पदों पर रहकर विकास शर्मा पार्टी के लिए काम करते रहे हैं।
पिछले दो चुनावों में उनका नाम विधायक के टिकट की दौड़ में भी शामिल रहा है। मुख्यमंत्री के साथ साथ पार्टी संगठन के नेताओं में भी उनकी अच्छी पैठ है। उन्हें टिकट की पूरी उम्मीद है। सीट अनारक्षित होने के बाद सबसे अधिक उत्साह विकास शर्मा के समर्थकों में ही देखने को मिल रहा है। दूसरी तरफ वरिष्ठ भाजपा नेता भारत भूषण चुघ की दावेदारी भी अहम मानी जा रही है। सुलझे हुए नेता माने जाने वाले भारत भूषण चुघ की संगठन के साथ साथ संघ में भी अच्छी पैठ है। पार्टी के साथ साथ सामाजिक कार्यो में भी भारत भूषण चुघ की अच्छी सक्रियता के चलते उनका दावा मजबूत माना जा रहा है। टिकट की दौड़ में वरिष्ठ भाजपा नेता वेद ठुकराल, भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौहान, भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष धीरेन्द्र मिश्रा, दायित्वधारी उत्तम दत्ता, भाजपा नेता तरूण दत्ता, राजकुमार साह का नाम भी शामिल है। वहीं अनुसूचित जाति और ओबीसी के दावेदार भी मेयर के टिकट के लिए जोर लगा रहे हैं। जिसमें पूर्व मेयर रामपाल सिंह, भाजपा नेता उपेन्द्र चौधरी, मानस जायसवाल भी शामिल हैं। फिलहाल सभी दावेदार अपना टिकट पक्का करने के लिए जोर आजमाईश कर रहे हैं। दूसरी तरफ कांग्रेस से टिकट की दावेदारी को लेकर कोई खास उत्साह नजर नहीं आ रहा। कांग्रेस से टिकट की दौड़ में सबसे प्रमुख नाम मीना शर्मा का माना जा रहा है, उनके अलावा व्यापार मण्डल अध्यक्ष संजय जुनेजा, महानगर कांग्रेस अध्यक्ष सीपी शर्मा, पूर्व पार्षद मोहन खेड़ा भी टिकट की दौड़ में शामिल हैं। कांग्रेस से मेयर का टिकट हासिल करने के लिए पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल भी जोर लगा रहे हैं। बताया जाता है कि ठुकराल खुद या अपने भाई संजय ठुकराल को कांग्रेस से चुनाव लड़ाने की जुगत में है। हालाकि यह भी कहा जा रहा है कि ठुकराल निर्दलीय या आम आदमी पार्टी से भी चुनाव में ताल ठोक सकते हैं।