बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे कट्टरपथियों के अत्याचार के विरोध में एकजुट होने का आहवान

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रूद्रपुर। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समाज पर हो रहे अत्याचार के विरोध में आज मानवाधिकार मोर्चा द्वारा गांधी पार्क में आयोजित आक्रोश रैली में विशाल जनसमुदाय उमड़ पड़ा। जहां सभी संतों महापुरूषों ने अपने सम्बोधन में सनातन धर्मियों से कट्टरपथियों के अत्याचार के विरोध में एकजुट होने और आत्मरक्षा के लिए हथियार रखने का आहवान किया। संत महापुरूषों के साथ आयोजकों द्वारा बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे अत्याचार को रोकने के लिये आयोजन स्थल पर पहुंचे अपर जिलाधिकारी पंकज उपाध्याय के माघ्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया गया।सर्वप्रथम अपने सम्बोधन में इस्कान मंदिर रूद्रपुर के अध्यक्ष प्रभु सर्व मंगल जी महाराज ने कहा कि बांग्लादेश में इस्कान मन्दिरों को प्रमुखता से निशाना बनाया जा रहा है। यहां तक कि इस्कान के प्रमुख चिन्मयदास को गिरफ्तार कर उनका उत्पीड़न कियाजा रहा है। उन्होंने कहा कि जो अधिवक्ता उनकी पैरवी कर रहे है उनके साथ भी कट्टरपंथियों द्वारा हमला करते हुये उत्पीड़नात्मक कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि आज बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समाज पूरी तरह असुरक्षित हो गया है। महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहे है,धार्मिक स्थलों को क्षतिग्रस्त किया जा रहा है। अल्पसंख्यकों का कत्लेआम होने के साथ ही उनकी सम्पत्तियों पर कब्जा किया जा रहा है। इसके खिलाफ हम सबको एकजुट होने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आज जो बांग्लादेश में हो रहा है वह भविष्य में इस देश में भी हो सकता है। अपने सम्बोधन में श्री दूधिया बाबा सन्यास आश्रम के महंत श्री श्री 1008 स्वामी शिवानन्द जी महाराज ने कहा कि वर्ष 1971 में भारत देश ने बांग्लादेश में लोगों की रक्षा के लिये ठोस कदम उठाते हुये सेना भेजी और वहां हो रहे उत्पीड़न को रोका लेकिन आज बांग्लादेश के लोग इस उपकार को पूरी तरह भूल चुके है। जिस बांग्लादेश को भारत से मित्रता निभानी चाहिये, वह गद्दारी पर उतर आया है। श्री शिवानन्द महाराज ने कहा कि भारत आज भी अपना पड़ोसी समझकर इंसानियत के नाते जरूरत की चीज भेज रहा है यदि यह मदद रोक दी जाये तो बांग्लादेश में कट्टरपंथी बेचैन हो जायेंगे। उन्होंने केन्द्र सरकार से मांग की कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिये ठोस निर्णय ले। अपने सम्बोधन में श्री मन्दिर मनकामेश्वर के स्वामी श्री नारायण चैतन्य ने कहा कि बांग्लादेश में कट्टरपंथियों द्वारा सनातन धर्म पर हमला किया जा रहा है। महिलाओं पर अत्याचार हो रहे है। यह यहां भी हो सकता है लेकिन हम सब इससे बेखबर होकर निश्चित होकर बैठे हुये है जो गलत है आज हमे भविष्य को देखते हुय एकजुट होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश में हिन्दू बहुसंख्यक होते हुये भी अल्पसंख्यक है क्योकि हिन्दू समाज जाति के नाम पर बंटा हुआ है। अब वक्त आ गया है कि समस्त सनातनी हिन्दुओं को एकजुट होना होगा। अमृतसर गुरूद्वारा के संत विक्रम जीत सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि हिन्दू समाज को आत्मरक्षा के लिये एकजुट होकर आवाज उठानी होगी। उन्होने कहा कि यह जरूर है कि भारत अहिंसा का पुजारी है परन्तु परिस्थितियों को देखते हुये हथियार भी उठाने पड़ते है उन्होंने कहा कि गुरू श्री तेगबहादुर सिंह ने मुगल शासकों के अत्याचारों के खिलाफ संघर्ष किया और अपनी कुर्बानी दी लेकिन आज हम जात-पात में बंटे हुये है। उन्होंने कहा कि जब कोई समस्या शब्दों से हल नही होती तो कड़े कदम उठाने ही पड़ते है। उन्होंने कहा कि अपनी आत्मरक्षा के लिये हथियार रखना कोई अपराध नही है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक के वरिष्ठ प्रचारक स्नेह पाल सिंह ने कहा कि इतिहास गवाह है कि अत्याचार करने वालों का हमेशा अंत हुआ है जरूरत होती है अत्याचार करने वालों को समाप्त करने की। उन्होंने कहा कि हम सब एकजुट हो तो कोई हमपर हमला नही कर सकता। उन्होंने कहा कि आत्मरक्षा के लिये अपने पास हथियार भी रखे। जिसकी भविष्य में आवश्यकता होगी। इसके अतिरिक्त मंच पर डाल चन्द जी,पंडित राजीव मिश्रा, दिनेशपुर से पधारे मतुआ सम्प्रदाय के गुरू विवेकानन्द जी महाराज,आनादी वन्दन दास आदि आसीन थे। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक राजेन्द्र सिंह मेहरा, विधायक शिव अरोरा,भाजपा जिलाध्यक्ष गुंजन सुखीजा,दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री उत्तम दत्ता,विशाल खेड़ा, विजय भूषण गर्ग, विकास शर्मा,भारत भूषण चुघ, रामपाल सिंह,अजय तिवारी,वेद ठुकराल,केके दास,गुरमीत सिंह, संजीव कुमार सिंह,विरेन्द्र चौधरी, प्रीत ग्रोवर, एड.महेश बब्बर, मनमोहन सक्सेना, प्रमोद मित्तल,रीना जग्गा, रश्मि रस्तोगी, शालिनी बोरा,राजकुमार शाह, प्रतिभा तिवारी,नीता श्रीवास्तव,अंजु रामपाल, रजनी रावत, सीमा गुप्ता, साधना शर्मा, अर्चना घई, रेनू जुनेजा, ममता जीना, दया डसीला, गीता शर्मा, आरती ममता त्रिपाठी, सुनील ठुकराल, संदीप धीर, सोनू अनेजा, सुरेश गौरी, नन्द लाल, संजय सिंह, एलडी जोशी, राम स्नेही, जेडीभगत, विवेक सक्सेना, राम प्रकाश गुप्ता, कमल पाण्डे, हरीश जोशी, सावित्री, गंगवार, सिद्धार्थ यादव,जय सिंह, मनीष प्रकाश सिंह, मोहन ठाकुर, गोपाल राम,सुरेश कोली,अशोक नारंग, रमेश कालड़ा,अमित नारंग, राजेन्द्र मेहरा, विजय बहादुर, नीरज अग्रवाल, शंकर विश्वास, राजेश सक्सेना, यक्ष पाल घई, राकेश चौहान, प्रमोद तिवारी, कमलेश तिवारी, राजन राठौर, विवेक सक्सेना, अतुल जोशी, सुभाष डोगरा, अनुज शर्मा, लक्ष्मी नारायण, रमेश जोशी, नवीन पाण्डे, राजेश जग्गा, अजय पाल, इन्द्र जीत मण्डल, अवधेश सिंह,धीरेन्द्र मिश्रा, रोशन अरोरा, ओपी सिंह, राजवेन्द्र ंिसह, बल्देव खेड़ा, सुशील चौहान, अनिल चौहान, योगेश वर्मा, मानस जायसवाल, आयुष तनेजा, जतिन नागपाल, अमृत पाल सिंह, राजेश मुन्जाल, बीना जोशी, उपेन्द्र चौधरी,अंकुर सक्सेना, हरपाल सिंह, अमरजीत गुप्ता, मयंग कक्कड़, सरेश पपनेजा, डा. कमल भाटिया, प्रवेश पाठक,संदीप सिंह, ब्रम्हानन्द,आरपी सिंह, विराट कुमार आर्य,कृष्ण मिश्रा, त्रिभुवन जोशी, पवन कुमार,मुकुल उप्रेती, वीपी सिंह, दीपक गुगलानी, नरेश शर्मा, राकेश सुखीजा, ओम प्रकाश,सुरजीत बाला,हेम बिल्वाल,खष्टी रावत,प्रियंका,दीपा रानी, बेला,पूनम अग्रवाल सहित हजारों की संख्या में पुरूष व महिलाए मौजूद थी।

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