जय बाबा केदार…केदारनाथ में खिला कमल: धाकड़ धामी ने चहुंमुखी विकास की गंगा बहाकर बचाई मान प्रतिष्ठा
देहरादून। केदारनाथ उपचुनाव में एक बार फिर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रधानमंत्री मोदी के भरोसे पर खरे उतरे हैं। धाकड़ धामी ने चहुंमुखी विकास की गंगा बहाकर मान प्रतिष्ठा बचाई हैं । भाजपा के लिए यह चुनाव नाक का सवाल बना हुआ था। इस चुनाव में केदारनाथ की जनता ने कांग्रेस के झूठ और भ्रामक राजनीति को नकार दिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किए जा रहे कार्यां पर अपनी मुहर लगाई है। इस उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने नकारात्मक मुद्दों पर फोकस किया था। क्षेत्रवाद से लेकर जातिवाद का दांव खुलकर चला गया। लेकिन मतदाताओं ने तमाम तरह के नकारात्मक प्रचार को सिरे से खारिज करते हुए, केदारनाथ धाम से लेकर पूरे यात्रा मार्ग के लिए केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों पर मुहर लगाने का काम किया है। केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस का प्रचार मुख्य रूप से चारधाम यात्रा को कैंचीधाम की ओर मोड़ने, दिल्ली में एक ट्रस्ट की ओर से बनाए जा रहे मंदिर को केदारनाथ धाम से जोड़ने, केदारनाथ मंदिर को दान में मिले सोना पर सवाल उठाने के साथ ही पहाड़ की दो प्रमुख जातियों को आमने सामने रखने पर केंद्रित था। कांग्रेस के प्रदेश स्तरीय नेताओं ने खुलकर इन नकारात्मक मुद्दों का हवा दी। कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत तो यहां तक कह गए कि यह ़मुकाबला उनके और भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल के बीच नहीं बल्कि ‘धाम’ और ‘धामी’ के बीच है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल समेत तमाम नेता मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर हमलावर रहे। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भाजपा के चुनाव अभियान का खुद नेतृत्व कर रहे थे। उन्होंने पहले ही दिन से केदारनाथ सहित पूरे चारधाम यात्रा मार्ग क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों को जनता के सामने रखा। साथ ही प्रदेश सरकार की ओर से महिलाओं, युवाओं के लिए चलाई जा रही नीतियों को हाईलाइट किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि विधायक शैलारानी रावत के निधन के बाद उन्होंने आगे आकर उपचुनाव तक खुद को केदारनाथ सीट का विधायक माना और क्षेत्र के विकास के लिए लगभग 700 करोड़ की घोषणाएं कीं जिनके शासनादेश भी जारी हो चुके हैं। अपने कैम्पेन में धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के केदार प्रेम को सबसे आगे रखा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 में जलप्रलय से ध्वस्त हो चुकी केदारपुरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किस तरह संवारा और आज केदारनाथधाम नये स्वरूप में दिखाई दे रहा है। वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी की 7 बार केदारनाथ की यात्रा का जिक्र उन्होंने अपने हर भाषण में किया। भाजपा प्रदेश संगठन ने भी कंधे से कंधा मिलाकर मुख्यमंत्री धामी का पूरा साथ दिया। पार्टी ने कैबिनेट मंत्रियों समेत पार्टी के सभी विधायकों का चुनाव प्रचार में बखूबी उपयोग किया। उपचुनाव के नतीजे बताते हैं कि भाजपा कांग्रेस के निगेटिव नेरेटिव को तोड़ने में कामयाब रही।
केदारनाथ में जीत के बाद सीएम ने कहा: जनता ने डबल इंजन सरकार पर जताया विश्वास
केदारनाथ में जीत के बाद भाजपा में खुशी की लहर है इसके साथ ही सीएम आवास में जश्न का मौहाल है। भाजपा नेता मुख्यमंत्री को बधाई देने के लिए मुख्यमंत्री आवास पहुंच रहे हैं। केदारनाथ में जीत को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समस्त केदारनाथवासियों और भाजपा परिवार के सभी सदस्यों को शुभकामनाएं दी है। सीएम ने कहा है कि ये जीत समस्त कार्यकर्ताओं की निष्ठा, अथक परिश्रम और जनता जनार्दन का भाजपा की नीतियों पर अपार विश्वास का प्रतीक है। सीएम ने कहा कि केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में देवतुल्य जनता द्वारा भारतीय जनता पार्टी को दिया गया जनादेश न केवल डबल इंजन सरकार के अभूतपूर्व विकास कार्यों पर जनता के अटूट विश्वास की मुहर है अपितु ये बाबा केदार की पावन भूमि पर झूठ और भ्रामक राजनीति करने वालों को करारा जवाब भी है।