जय बाबा केदार…केदारनाथ विधानसभा सीट पर कड़ी सुरक्षा के बीच बूथों पर शुरू: ग्रामीणों में वोटिंग के लिए भारी उत्साह
रूद्रप्रयाग। उत्तराखंड में केदारनाथ विधानसभा सीट पर कड़ी सुरक्षा के बीच बूथों पर शुरू हो गया हैं। आज प्रातः आठ बजे से मतदान प्रक्रिया प्रारंभ हुई। वहीं मतदाताओं में भी वोटिंग के लिए भारी उत्साह नजर आ रहा है। भाजपा विधायक शौलारानी रावत के निधन के बाद केदारनाथ उपचुनाव के लिए सियासी दलों ने अपने अपने उम्मीदवार के लिए एड़ी चोटी को जोर लगाया है। वहीं सत्तारूड़ दल भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल और कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है। केदारनाथ सीट पर चुनाव को लेकर जहां भाजपा अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए महिला उम्मीदवार पूर्व विधायक आशा नौटियाल पर दावं खेला है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी अपने तुरूप के इक्के के रूप में पूर्व विधायक केदार घाटी के युवा नेता मनोज रावत को चुनावी रण में उताकर चुनौती दी है। बहरहाल आज मतदान के बाद आगामी 23 नवम्बर को केदारघाटी के लोगों नया विधायक मिल जायेगा। आज केदारनाथ विधानसभा के 90 से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने आशा नौटियाल, कांग्रेस ने मनोज रावत और उत्तराखंड क्रांति दल ने डा. आशुतोष भंडारी को मैदान में उतारा है। तीन अन्य उम्मीदवार आरपी सिंह, त्रिभुवन सिंह चौहान और प्रदीप रोशन रुड़िया निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। मतदान के दौरान शांति व्यवस्था के लिए पुलिस, पीआरडी, होमगार्ड के 700 से अधिक जवान तैनात किए गए हैं। इसके अलावा पीएसी और अर्द्धसैनिक बलों की चार कंपनियां तैनात की गई हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी डा. सौरभ गहरवार ने बताया कि 173 पोलिंग बूथों में से 130 पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है। विधानसभा क्षेत्र को 2 जोन और 27 सेक्टर में बांटा गया है। मुख्य निर्वाचन कार्यालय एवं जिला निर्वाचन कार्यालय में वेबकास्टिंग एवं जीपीएस की मॉनिटरिंग के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। संबंधित नोडल अधिकारी इसकी पूरी निगरानी करेंगे। निर्वाचन प्रक्रिया में इस्तेमाल हो रहीं 205 गाड़ियों में जीपीएस भी लगाया गया है। ताकि गाड़ियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। केदारनाथ विस उपचुनाव में 130 बूथों पर तीसरी आंख की नजर रहेगी। पहली बार 75 फीसदी मतदान केंद्रों की निगरानी के लिए सीसीटीवी लगाए गए और वेबकास्टिंग हो रही है। अब तक के चुनावों में विस के मतदान केंद्रों के सापेक्ष 50 फीसदी केंद्रों पर ही सीसीटीवी कैमरा लगाए जाते थे, लेकिन यह पहली बार है जब किसी विधानसभा के 75 फीसदी बूथों पर सीसीटीवी कैमरा लगाए जा रहे हैं।