मरचूला बस हादसे को लेकर कांग्रेस ने जताई नाराजगी, सरकार पर लगाए लापरवाही के आरोप
अल्मोड़ा जिले के जिलाधिकारी पर फोन न उठाने के आरोप
देहरादून(उद संवाददाता)। अल्मोड़ा के मरचूला में हुए भीषण सड़क हादसे को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रदेश की धामी सरकार पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही अल्मोड़ा जिले के जिलाधिकारी पर फोन न उठाने के आरोप लगाए हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने एक वीडियो संदेश में कहा आज सुबह एक दुखद घटना इस प्रदेश में हुई है। हादसे में 36 लोगों की जान चली गई। हादसे के बाद सरकार की देरी से कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। माहरा ने आगे कहा 7 बजे हुई हादसे की घटना के बाद वहां के जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाने के लिए जिलाधिकारी अल्मोड़ा को फोन किया। लेकिन जिला अधिकारी ने डेढ़ घंटे तक किसी का फोन नहीं उठाया। करन माहरा ने कहा घटनास्थल पर जहां एंबुलेंस को 7ः30 बजे के आसपास पहुंच जाना चाहिए था वहीं सरकार की लापरवाही के चलते एम्बुलेंस नौ बजे पहुंची। इसके बाद घायलों को रामनगर पहुंचाया गया परंतु वहां पर भी घायलों के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी। माहरा ने कहा सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत का कहना है कि हमने एयरलिफ्रट करने के लिए चौपर भेजें लेकिन चौपर रामनगर भेजे गए हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने आगे कहा अगर चौपर घटना स्थल पर भेजा जाता तो कई लोगों की जान बच सकती थी। माहरा ने आगे कहा पहाड़ में सड़कों की स्थिति इतनी खराब है की इसी रोड में पिछले दो-तीन सालों में कई बड़े हादसे से हो गए हैं, तब भी सरकार इसकी सुध नहीं ले रही है। महरा ने सरकार से डीएम के फोन ना उठाने के प्रकरण की जांच करने की अपील की है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मरचूला में हुई भीषण बस दुर्घटना में मृतक लोगों के प्रति शोक व्यक्त किया है। पूर्व सीएम ने कहा कि सल्ट के कूपी गांव के निकट भीषणतम सड़क हादसे में घायल भाई बहन जो ऋषिकेश के एम्स में भर्ती है, मैं उन्हें देखने जा रहा हूं, उसके बाद शरीर ने आज्ञा दी तो रामनगर,हल्द्वानी भी जाऊंगा। भगवान से प्रार्थना है कि घायलों को जल्द स्वस्थ करें। सरकार से आग्रह है कि दुर्घटना में घायल प्रत्येक व्यक्ति की जीवन रक्षा के लिए उन्हें उच्चतम चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए।