केदारनाथ उपचुनावः पांच प्रत्याशियों ने किया नामांकन, मनोज रावत के समर्थन में हरदा ने भी झोंकी जान
भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल ने सीएम धामी साथ दिखाई धमक
रूद्रप्रयाग(उद संवाददाता)। उत्तराखंड की रिक्त केदारनाथ सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए सोमवार को भाजपा और कांग्रेस दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। केदारनाथ उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल, कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत समेत नौ प्रत्याशियों ने नामांकन कराया। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में त्रिभुवन सिंह चौहान ने तहसील परिसर में समर्थकों के साथ पहुंचकर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। केदारनाथ उपचुनाव के नामांकन के पहले दिन बीजेपी से से आशा नौटियाल, कांग्रेस से मनोज रावत, उत्तराखंड क्रांति दल से डॉ आशुतोष भंडारी, निर्दलीय त्रिभुवन सिंह चौहान सहित पांच प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किए। सोमवार सुबह से ही ऊखीमठ बाजार में नामांकन पत्र जमा करने के लिए तहसील परिसर में पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टिगत यातायात के लिए जीरो जोन घोषित किया और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई। भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल के नामांकन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा, कुलदीप रावत आदि शामिल हुए। भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल के नामांकन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा, कुलदीप रावत के साथ तमाम कार्यकर्ता और पदाधिकारी पहुंचे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में अरबों की विकास योजना की घोषणा हुई है और उनका कार्य भी शुरू हुआ है। विकास के मुद्दे पर जनता के बीच जाएंगे। उन्होंने कहा कि विपक्ष अनर्गल आरोप लगा रहा है और अपनी राजनीति रोटियां सेक रहा है जनता सब समझती है और कांग्रेस के मंसूबे पूरे नहीं होंगे।उन्होंने दावा किया कि भाजपा प्रत्याशी को एकतरफा भारी मतों से यह सीट जीत मिलेगी। केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव के लिए कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व विधायक मनोज रावत ने अपना नामांकन दाखिल कर लिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी के प्रत्याशी को भारी बहुमत से विजय बनाने का संकल्प लिया। सोमवार को कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में उन्होंने अपना नामांकन दाखिल किया। देहरादून से यहां पहुंचे कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत का पूर्व सीएम हरीश रावत , प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा , पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, प्रीतम सिंह, हरक सिंह रावत ने फूल-मालाओं से स्वागत किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह कार्यकर्ताओं की मेहनत का फल है। पार्टी हाईकमान ने उन पर जो विश्वास जताया है, उस पर खरा उतरने के लिए वह हरसंभव प्रयास करेंगे। उन्होंने पार्टी हाईकमान व कार्यकर्ताओं का आभार जताया। कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत के नामांकन में प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, जिला अध्यक्ष कुँवर सजवान, प्रमुख प्रदीप थपलियाल पहुंचे थे। नामांकन के बाद मनोज रावत ने कहा कि केदारनाथ यात्रा को डाइवर्ट करना और यात्रा के नाम पर स्थानीय छोटे व्यापारियों को परेशान करना, उनकी आजीविका को तोड़ने का पाप बीजेपी ने किया है और जनता इस चुनाव में इनको सबक सिखाएगी। वहीं उखीमठ में कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत की जनसभा में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी अपने संबोधन के दौरान प्रदेश की धामी सरकार की नीतियों के खिलाफ जोरदार हमला बोला। पूर्व सीएम ने कहा कि केदारनाथ में सोने की परत का प्रकरण हो या फिर केदारनाथ मंदिर की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने के काम भाजपा के लोगों ने ही किया। पूर्व सीएम ने कहा कि राज्य में महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे है। उन्होंने कहा कि केदारघाटी का विकास सिर्फ कांग्रेस की सरकार में हुआ लेकिन अब डबल इंजन की सरकार में भी रूद्रप्रयाग की स्थिति बदहाल हो चुकी है। यहा के स्थानीय आपदा पीडितो को उचित मुआवजा देने का कांग्रेस की सरकार ने किया था। पूर्व सीएम ने कहा कि भाजपा सिर्फ हवाई घोषणाओं से जनता को बार बार भ्रमित करने का काम कर रही है। पूर्व सीएम ने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत ने भाजपा सरकार के नये भूमि अध्यादेश का विरोध विधानसभा में किया था। लेकिन राज्य सरकार ने कांग्रेस के जमाने के कानून को समाप्त कर भू माफियाओं को खुली छूट दे दी। राज्य में पलायन और बेराजगारी बढ़ती जा रही है। स्थानीय कारोबारी और चारधाम यात्रा व्यवस्थित रूप से नहीं चल रही है। उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशी डॉ आशुतोष भंडारी ने परंपरागत वाद्य यंत्र ढोल दमाऊ के साथ बाजार में जुलूस निकालते हुए नामांकन करने के लिए पहुंचे। उनके साथ नामांकन के दौरान यूकेडी के अध्यक्ष पूरन सिंह कठैत, अशोक चौधरी, बलबीर सिंह चौधरी, पुरण सिंह निवाला, महेंद्र सिंह रावत आदि मौजूद रहे। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में त्रिभुवन सिंह चौहान ने तहसील परिसर में समर्थकों के साथ पहुंचकर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। त्रिभुवन चौहान परंपरागत धोती कुर्ता पहन कर नामांकन करने के लिए पहुंचे तो सबके आकर्षण के केंद्र बन गए। त्रिभुवन चौहान परंपरागत धोती कुर्ता पहनावा में नामांकन करने के लिए पहुंचे तो सबके आकर्षण के केंद्र बन गए। केदार घाटी अनेक त्रासदी और रोजगार के संकट को झेल रही है। वे जनता के प्रतिनिधि के रूप में यह उपचुनाव लड़ रहे हैं।