ढाई साल की योगिता को आँगन से उठा ले गया गुलदार,ग्रामीणों में आक्रोश
प्रभागीय वनाधिकारी ने दी गुलदार को पकड़ने व ट्रेंकुलाइज करने की अनुमति
बागेश्वर(उद संवाददाता)। धरमघर रेंज के अंतर्गत सानिउडियार के ठांगा गाँव में दादी की गोद में खेल कर आँगन में अपनी माता के घास काटकर घर आने की राह देख रही मासूम को क्या पता कि आँगन में ही यमराज काल बनकर बैठा है, किसी को भी ऐसा अहसास नहीं कि रात होने से पहले ही घर के पास अनहोनी होगी, पर ठाँगा गाँव में घर में आँगन में टहल रही ढाई साल की मासूम को अचानक घात लगाकर बैठे गुलदार ने पलक झपकते ही चंद सेकेंड में अपना निवाला बना दिया,वहीं घटना के बाद परिजन सदमे में है, पहली बार रात होने से पहले गुलदार द्वारा घर पर ही एक मासूम को अपना निवाला बना देने कि सूचना के बाद गाँव में सन्नाटा छा गया, हर कोई घटना से हैरान और सदमे में आ गया। वहीं घटना के बाद क्षेत्र में दहशत व्याप्त है।जिसके बाद मामले कि सूचना पुलिस और वन विभाग को दी गई, सूचना मिलते ही वन विभाग व कांडा पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है। मौके पर पहुंची वन विभाग कि टीम को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा।जानकारी के अनुसार सानिउडियार क्षेत्र में ठांगा ग्राम पंचायत के औलानी निवासी योगिता की माता व दादी अपनेघास क्षेत्र में घास काट रहे थे तथा आंगन में ढाई वर्षीय योगिता पुत्री रवि उप्रेती खेल रही थी, और शाम होने पर अपनी माता के घर लौटने कि राह देख रही थी, तभीजैसे ही आँगन में नन्ही बच्ची खेल कर रही थी, तभी घात लगाकर बैठा गुलदार उस पर झपट गया तथा योगिता को निवाला बना लिया। योगिता को मुँह में दबोचे हुए घसीटते हुए जंगल कि तरफ ले गया, तभी बच्ची पर अचानक गुलदार के हमले के बाद परिजनों ने चिंखपुकार शुरू कर दी और जिस तरफ बच्ची को गुलदार उठा ले गया था उस ओर भागे, ओर परिजनों ने बच्ची को बचाने के लिए कोशिशे कि पर परिजन उसे नहीं बचा पाए,वहीं घटना के बाद नन्ही योगिता की खोजबीन प्रारंभ की ग्रामीणों को योगिता का शव घर से लगभग 50 मीटर दूर झाड़ियों में मिला। वहीं घटना कि सूचना मिलने पर घास काटकर घर लौटी मां व दादी कुछ समझ नहीं सकी तथा माँ ओर दादी नन्ही योगिता के बारे में पूछने लगे, जब उन्हें घटना का पता लगा वे बेसुध हो गई। ग्रामीणों की सूचना मिलते ही धरमघर के वन क्षेत्राधिकारी प्रदीप कांडपाल समेत कांडा के थानाध्यक्ष खुशवंत सिंह अपनी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। मौके पर तत्काल पहुंची वन विभाग की टीम को ग्रामीणों के आक्रोष का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने वन विभाग पर उपेक्षा ओर लम्बे समय से क्षेत्र में जंगली जानवरों का आतंक होने और कोई भी कार्रवाई नहीं होने पर नाराजगी जताई। और शीघ्र आतंक का पर्याय बन रहे गुलदार को पकड़ कर मारने कि गुहार लगाई, साथ ही जल्द गुलदार को नहीं पकड़ने पर आंदोलन कि चेतावनी दी। इस दौरान ग्रामीण पंकज सिंह, महिपाल सिंह, प्रकाश उप्रेती, अजय उप्रेती, पार्वती, सरिता आदि ने कहा कि क्षेत्र में लंबे समय से गुलदार का आतंक बना हुआ है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र गुलदार को मारने के आदेश नहीं दिए तो ग्रामीण उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। घटना के तुरंत बाद प्रभागीय वनाधिकारी ने घटना कि जानकारी देते हुए उच्चाधिकारियों से गुलदार को पकड़ने व ट्रेंकुलाइज करने की अनुमति ले ली है। प्रभागीय वनाधिकारी ध्रुव सिंह मर्ताेलिया ने बताया कि घटना के बादगाँव में चार अलग अलग टीमें भेजी गई है जो गाँव पहुंच चुकी है। टीम में गुलदार को बेहोश करने के लिए पशु चिकित्सक व पिंजरा लेकर टीम मौके पर पहुंच चुकी है। बताया कि शव का पोस्टमार्टम करने के बाद परिजनों को मुआवजा प्रदान किया जाएगा। सानिउडियार क्षेत्र के औलानी गांव में मासूम को गुलदार के निवाला बनाने के बाद जनपद में शोक की लहर फैल गई है। घटना पर जिपं अध्यक्ष बसंती देव, विधायक पार्वती दास व सुरेश गड़िया, दर्जा राज्य मंत्री शिव सिह बिष्ट समेत जिलाधिकारी आशीष भटगांई, पूर्व विधायक ललित फर्शवाण, पूर्व केबिनेट मंत्री बलवंत सिंह भौर्याल और प्रभागीय वनाधिकारी ध्रुव सिंह मर्ताेलिया, पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर घोड़के, एसडीएम मोनिका आदि ने गहरा शोक व्यक्त किया है, वहीं अब जिला प्रशासन और वन विभाग जल्द आतंक का पर्याय बन रहे गुलदार को पकड़ने में जुट गया है।