पंतनगर कृषि विवि का रूस के विश्वविद्यालय के साथ हुआ करार
वैज्ञानिकों ने कृषि और हार्टिकल्चर के स्ट्राबेरी, सेव, अंगूर, आदि की अनेक प्रजातियों पर कार्य कर और अधिक शोध के इच्छुक बताया
पंतनगर(उद संवाददाता)। अपने तकनीकी भ्रमण के अंतिम चरण में भारतीय प्रतिनिधि मंडल को रशियन तिमिर्याजेव स्टेट एग्रेरियन यूनिवर्सिटी में आमंत्रित किया गया । रसियन कृषि विश्वविद्यालय के रेक्टर प्रोफेसर द्रोखचेव ब्लेडमीर इनोविच, अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों के प्रमुख वाइस रेक्टर डॉ क्रिवचंस्की, ईवान फिलिपोविच ने अपने भाषण में बताया कि उनका विश्वविद्यालय 555 हेक्टेयर में स्थापित है जो कि वर्ष 1865 में स्थापित किया गया और वे कृषि और हार्टिकल्चर के विभिन्न फसलों पर कर कर रहे है। उन्होंने बताया कि उनके वैज्ञानिकों ने स्ट्राबेरी, सेव, अंगूर, आदि की अनेक प्रजातियों पर कार्य कर आवश्यक तानुसार प्रजातियां विकसित की और पंतनगर विश्वविद्यालय के साथ कार्य कर इस दिशा में और अधिक शोध के इच्छुक हैं। उन्होंने बताया कि उनके वैज्ञानिकों में अनेक नोबेल प्राइज भी प्राप्त कर चुके है। उनकी यूनिवर्सिटी के विश्व के 110 विश्वविद्यालयांे के साथ एमओयू है। उन्होंने कहा की पंतनगर विश्वविद्यालय जो कि कृषि के क्षेत्र में भारत का प्रथम विश्वविद्यालय है के बारे में सुना है, और उस के साथ काम करने मे प्रसन्नता होगी। पंतनगर विवि के कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान ने अपने संबोधन में अपनी टीम का परिचय देते हुए बताया कि पंतनगर विश्वविद्यालय जो कि 12000 एकड़ में स्थापित है अबतक विभिन फसलों के 350 से भी ज्यादा प्रजातियां विकसित कर चुका है। पशु विज्ञान के क्षेत्र में हम बकरी, मुर्गी, और गाय की प्रजाति विकसित कर चुके हैं। इस विश्व विद्यालय के छात्र और वैज्ञानिक पूरे विश्व में कार्य कर रहे हैं। विश्वविद्यालय ने विश्व के अनेक शीर्ष शोध संस्थानों के साथ शोध करार किया है और वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी के साथ डुअल डिग्री प्रोग्राम भी संचालित कर रहा है। दोनों विश्वविद्यालय शीघ्र ही अपने वैज्ञानिकों को एक दूसरे के शोध संस्थानों में भेजने पर सहमत हुए। कुलपति डॉ चौहान ने जनवरी 2025 में रसियन कृषि विश्व विद्यालय के 10 विद्यार्थियों और 2 विज्ञानिको को भारत आने का निमंत्रण दिया जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया तथा इसी प्रकार पंतनगर से भी एक दल को रसिया आने का निमंत्रण दिया। वैज्ञानिक छात्र आदान प्रदान कार्यक्रम शीघ्र प्रारंभ होने पर सभी ने प्रसन्नता व्यक्त की। गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के तकनीकी शोध एवं शिक्षा के आदान-प्रदान हेतु दोनों विश्वविद्यालय के मध्य एमओयू पर सहमति हुई। एमओयू हेतु पंतनगर विश्वविद्यालय से कुलपति डॉ मनमोहन सिंह चौहान की अध्यक्षता में वैज्ञानिकों का प्रतिनिधिमंडल मॉस्को पहुंचा । इस प्रतिनिधिमंडल में कुलपति डॉ चौहान के साथ डायरेक्टर इंटरनेशनल अफेयर्स – डॉ शिवा प्रसाद, अधिष्ठाता स्नातकोत्तर महाविद्यालय डॉ. के.पी रावेरकर एवं विभागाध्यक्ष पशुचिकित्सा विज्ञान डॉ.एस .सी त्रिपाठी, एवं डॉ ज्योति प्रसाद प्रोफेसर सिविल इंजीनियरिंग शामिल है । पंतनगर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. चौहान ने अपने संबोधन में विश्वविद्यालय की प्रगति एवं हरित क्रांति के क्षेत्र में विश्वविद्यालय के योगदान एवं विश्व में पंतनगर कृषि विश्व विद्यालय के स्थान से अवगत करवाया ।