केदारनाथ धाम की प्रतिष्ठा का अनादर करना महापाप: भारी बारिश के बीच केदारनाथ धाम पहुंची कांग्रेस की ‘केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा ’

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प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने जलाभिषेक करने के बाद यात्रा का विधिवत समापन किया : धामी सरकार पर किए सियासी प्रहार
पैदल यात्रा मार्गो की बदहाली खोल रही सरकार के दावों की पोल, श्रद्धालु हो रहे परेशान

देहरादून/रूद्रप्रयाग(उद संवाददाता)। उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में आयोजित केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा केदारनाथ पहुंच गई है। वहीं खराब मौसम के बावजूद शुक्रवार को कांग्रेस नेताओं का दल पहुंचने पर जय बाबा केदार के जयघोषों के बीच यहां ध्वजारोहण एवं ज्योर्तिलिंग का जलाभिषेक करने के बाद यात्रा का विधिवत समापन किया गया है। इस दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने तीर्थ पुरोहितों से मुलाकात कर आर्शीवाद मांगा। केदारनाथ धाम के महत्व को बचाने को लेकर कांग्रेसियों की दूसरे चरण की केदारनाथ प्रतिष्ठा यात्रा लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के बीच यात्रा में शामिल कांग्रेसी देर शाम केदारनाथ पहुंची। अपनी पदयात्रा के दौरान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने बाबा केदारनाथ की मर्यादाओं एवं यात्रा मार्ग की अव्वस्थाओं सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर प्रदेश और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। प्रदेश अध्यक्ष ने केदारघाटी में हो रही भीषण आपदा को मंदिरों में मर्यादाओं को तोड़ने का प्रकोप भी बताया। गौरतलब है कि दिल्ली में केदारनाथ मंदिर निर्माण का कांग्रेस विरोध कर रही थी। कांग्रेस का कहना है कि केदारनाथ धाम का प्रतीकात्मक स्वरूप कहीं ओर नहीं बनाया जा सकता है। साथ ही कांग्रेस ने इसे बीजेपी की सनातन विरोधी मानसिकता करार दिया। कांग्रेस का आरोप है कि धर्म के नाम पर बीजेपी और उससे जुड़े लोग बिजनेस कर रहे हैं। दिल्ली में केदारनाथ मंदिर का शिलान्यास उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से करवाया गया था। वहां केदारनाथ धाम से शिला भी ले जाई गई थी। जबकि केदारनाथ धााम के नाम पर श्रद्धालुओ से ऑनलाईन दान देने की अपील की गई। इसके विरोध में 24 जुलाई को हरिद्वार स्थित हरकी पैड़ी से कांग्रेस की ओर से केदारनाथ तक के लिए पदयात्रा शुरू की गई। इसे केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा का नाम दिया गया है। केदारनाथ में बारिश और 31 अगस्त की आपदा के चलते यात्रा को स्थगित कर दिया गया था। इसे 12 सितंबर को दोबारा से आरंभ किया गया। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में केदारनाथ धाम के दूसरे चरण की यात्रा का शुभारंभ 12 सितंबर को रुद्रप्रयाग जिले के सीतापुर से शुरू किया गया था। कांग्रेस सेवादल की ओर से ध्वजबंधंन करते हुए राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के उपरान्त राष्ट्रीय गान गाया गया। ध्वजबंधंन के उपरान्त कांग्रेस के लगभग 250 कार्यकर्ताओं के साथ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं सहप्रभारी सुरेन्द्र शर्मा की उपस्थित में केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा ने केदारबाबा के जयकारों के साथ कूच किया। भारी बरसात के बावजूद यात्रा जारी रही और आगे बढ़ती रही। इस मौके पर करन माहरा ने कहा चाहे कुछ भी हो जाये अब यह यात्रा नही रूकेगी। उन्होंने कहा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का हौसला बुलन्द है। करन माहरा ने कहा जिस तरह से भाजपा सरकार ने केदारनाथ को बांटने का काम किया है। उससे सनातन धर्म में आस्था रखने वाले लोगों को ठेस पहॅुची है। उन्होंने कहा केदारबाबा का अनादर करना भाजपा को बहुत मंहगा पडेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए आये जनता का ध्यान भटकाने के लिए ऐसे हथकण्डे अपना रही है। विकास कार्य ठप पडे हैं। जहॉ-तहॉ वर्षा के कारण सरकार की नाकामियों की पोल खुल रही हैं। सरकार उससे बचने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा सड़कों की हालात काफी दयनीय हो गई हैं। आये दिन सडकें ठीक ना होने के कारण रोज लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे है। इस तरफ सरकार का ध्यान नही है। राजधानी में स्मार्ट सीटी के नाम पर करोड़ों रूपया खर्च किया गया है। सड़कों में लबालब पानी भरा हुआ है, जिससे लोगों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। इस अवसर पर कांग्रेस विधायक विक्रम सिंह नेगी, पूर्व विधायक रंजीत रावत, ललित फर्सवाण, सेवादल की प्रमुख हेमा पुरोहित, प्रदेश महामंत्री महेन्द्र सिंह नेगी गुरुजी, प्रदीप थपलियाल, प्रवक्ता शीशपाल सिहं बिष्ट, पीसीसी सदस्य एवं यात्रा संयोजक राजपाल बिष्ट, जयेन्द्र रमोला, गोदावरी थापा, पिया थापा, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहित उनियाल, राकेश नेगी, राकेश राणा, दिनेश चौहान, अभिनव थापर, गिरीश पपनै, नवनीत सती यात्रा में शामिल रहे। द्वितीय चरण की केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा के दौरान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने यात्रा मार्ग की स्थिति देखकर निराशा व्यक्त की। उन्होंने रास्ते में मिले स्थानीय निवासियों और यात्रियों से मुलाकात कर धामी सरकार के दावों और क्षेत्र की जमीनी हकीकत को समझाने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि प्रत्यक्ष रूप से यह दिख रहा है कि सरकार और नीति निर्धारक केदारनाथ मंदिर की आस्थाओं से खिलवाड़ कर रहे हैं। निर्माण के नाम पर लगातार पहाड़ों को खोदा जा रहा है और शांत बाबा केदारनाथ को अशांत किया जा रहा है, जो एक गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि भाजपा और धामी सरकार केदारनाथ मंदिर की मर्यादाओं को तार-तार कर रही हैं। स्वयं प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मंदिर की परंपरा और मर्यादा तोड़ी गई। कृष्णा माई की गुफा का नाम बदल दिया गया। पवित्र मंदिर की शिला को दिल्ली ले जाया गया। मंदिर के अंदर से 230 किलो सोने की चोरी से आम जनता की भावनाएं आहत हुई हैं लेकिन उसकी जांच तक नहीं की जा रही है। प्रदेश में आने वाली प्राकृतिक आपदाओं का कारण भी इसे ही माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम बाबा केदारनाथ और भैरव जी से प्रार्थना करते हैं कि जिन्होंने मंदिर की मर्यादा और परंपरा तोड़ने का जघन्य पाप किया है, उन्हें दंडित किया जाना चाहिए। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा केदारनाथ मंदिर को दिल्ली में बनाये जाने का प्रदेशवासियों ने पुरजोर विरोध किया है। धाम की महत्ता को बनाये रखने को लेकर कांग्रेस ने प्रतिष्ठा यात्रा निकाली गई है। इस यात्रा से आम जनता में भी संदेश गया है कि कांग्रेस ही देश के लिए समर्पित पार्टी है। उन्होंने कहा केदारनाथ विधानसभा में उपचुनाव होने हैं। इस बार विधानसभा की जनता भाजपा को सबक सिखाएगी। भाजपा की कथनी और करनी को जनता देख चुकी है। इस बार जनता भाजपा को बहुत बड़ा सबक सिखाने जा रही है। बदरी विशाल की धरती से भाजपा को नकार दिया गया है, अब बाबा केदार धरती भी भाजपा को मुंहतोड़ जवाब देगी। 31 जुलाई के बाद से केदारनाथ पैदल मार्ग से लेकर सोनप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे के बीच लगातार भूस्खलन हो रहा है। यहां पर सरकार तेजी से कार्य नहीं कर रही है, जिस कारण श्रद्धालु परेशान हैं।







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