केदार घाटी पहुंचे गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय : सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच सड़क एवं पैदल मार्गों पर पुनर्स्थापना कार्यों को प्राथमिकता के साथ पूर्ण करने के निर्देश
रुद्रप्रयाग । मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशन में गढ़वाल कमिश्नर/ सचिव मुख्यमंत्री विनय शंकर पांडेय, आपदा सचिव विनोद कुमार सुमन श्री केदारनाथ यात्रा एवं आपदा संबधित बैठक लेने केदार घाटी पहुंचे। शेरसी में बैठक के दौरान उन्होंने मानसून सीजन के बाद शुरू हुई दूसरे चरण की यात्रा एवं 31 जुलाई को अतिवृष्टि के चलते हुई क्षति के बाद हुए पुनर्स्थापन कार्यों की समीक्षा की।इसके बाद उन्होंने सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र एवं पुनर्निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण भी किया। इस दौरान गढ़वाल कमिश्नर ने जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग श्री सौरभ गहरवार से सड़क एवं पैदल यात्रा मार्ग की पुनर्स्थापना के लिए किए जा रहे कार्यों की रिपोर्ट लेते हुए, इस वर्ष की शेष यात्रा काल के लिहाज से अनिवार्य कार्यों को प्राथमिकता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए।इसके साथ ही उन्होंने सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में मास्क एवं हैलोजन लाइट लगवाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि इस वर्ष भारी बारिश के चलते भूस्खलन यात्रा मार्ग पर हो रहा है, ऐसे में मुख्यमंत्री जी का स्पष्ट निर्देश है कि केदारनाथ यात्रा सुगम एवं सुरक्षित बनाने के लिए सभी विभाग अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन संवेदनशीलता के साथ करें। इस दौरान आपदा सचिव श्री विनोद कुमार सुमन ने बताया कि श्री केदारनाथ धाम यात्रा सुरक्षित और सुचारू रखने के लिए मा. मुख्यमंत्री द्वारा लगातार समीक्षा बैठकें की जा रही हैं। अब तक करीब 30 करोड़ रुपए मुआवजा एवं पुनर्स्थापना कार्यों के लिए मुख्यमंत्री स्वीकृत कर चुके हैं। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को सड़क एवं पैदल मार्गों पर हुई क्षति की पुनर्स्थापना गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए तेजी से करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी श्री सौरभ गहरवार ने बताया कि श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम एवं सुरक्षित बनाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से सभी संभव प्रयास किया जा रहे हैं। पैदल यात्रा मार्ग पर सोनप्रयाग, जंगलचट्टी, रामबाड़ा, भीमबली सहित अन्य डेंजर जोन में यात्रियों को अब सुरक्षा हेलमेट पहन कर यात्रा करवाई जाएगी। श्री सौरभ गहरवार ने बताया कि यात्रा मार्ग पर अनाउंसमेंट सिस्टम एवं अलर्ट लाइट्स भी लगाने की तैयारी है। जिससे मौसम, भूस्खलन सहित यात्रा संबधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी यात्रियों को समय-समय पर उपलब्ध करवाई जा सके। बैठक में विभागाध्यक्ष पीडब्लूडी श्री दीपक यादव, पुलिस अधीक्षक श्री अक्षय कोंडे, उप जिलाधिकारी ऊखीमठ श्री अनिल शुक्ला, अधीक्षण अभियंता आठवां वृत्त लोनिवि टिहरी श्री मुकेश परमार, प्रभारी मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ विमल गुसाईं, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ आशीष रावत, अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग श्री निर्भय सिंह, जल संस्थान श्री अनीश पिल्लई, सिंचाई श्री खुशवंत सिंह, तहसीलदार ऊखीमठ श्री प्रदीप नेगी, डीडीएमए श्री विनय झिंक्वाण सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।