भ्रामक पोस्टों को तत्काल हटाकर कार्रवाई करेगी सोशल मीडिया सेल: एपी अंशुमान
जनजागरूकता और सकारात्मक प्रचार प्रसार लिए एडीजी ने दिए प्रदेश के सोशल मीडिया इन्फ्रलुएंसर्स के साथ गोष्ठी करने के निर्देश
देहरादून(उद ब्यूरो)। सूबे के एडीजी कानून व्यवस्था एपी अंशुमान द्वारा बीते रोज सोशल मीडिया सेल के कार्यों की राज्यव्यापी समीक्षा के दौरान, जनजागरूकता और सकारात्मक प्रचार- प्रसार के लिए सोशल मीडिया इन्फ्रलुएंसर्स का सहारा लेने संबंधी निर्देश पुलिस विभाग को दिए जाने के उपरांत, एक अहम सवाल अब यह उठ खड़ा हुआ है कि क्या प्रिंट मीडिया एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों के साथ आए दिन दुर्व्यवहार के आदि रुद्रपुर कोतवाल, एडीजी कानून व्यवस्था के निर्देश के सम्मान में स्थानीय मीडिया कर्मियों के प्रति अपना असहयोगात्मक रवैया बदलेंगे ? इस क्रम में याद दिलाना चाहेंगे कि रुद्रपुर कोतवाल एवं उनके मातहत, नगर की कानून व्यवस्था को चुस्त -दुरुस्त रखने की बजाय, स्थानीय मीडिया कर्मियों को अजब- गजब पुलिसिया नियम- कानून का पाठ पढ़ने एवं मीडिया कर्मियों के साथ बदसलूकी करने में कुछ ज्यादा ही सक्रियता दिखाते रहे हैं, मगर अब राज्य के एडीजी कानून व्यवस्था द्वारा पुलिस को प्रदेश के सोशल मीडिया इनफ्रलुएंसर को चिन्हित करने एवं उनके साथ गोष्टी करने के मशवरे के बाद एक क्षीण-सी संभावना बनी है ,कि शायद पुलिस का व्यवहार स्थानीय मीडिया कर्मियों के प्रति भी कुछ परिवर्तित हो। वह इसलिए ,क्योंकि स्थानीय मीडिया संस्थान पुलिस प्रशासन की बात को जन सामान्य तक पहुंचाने एवं हर प्रकार की जन जागरूकता फैलाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान सदैव ही देते रहे हैं और भविष्य में भी पुलिस प्रशासन का जन सामान्य तक अपनी बात पहुंचाने का काम, स्थानीय मीडिया के सहयोग के बिना लक्ष्य तक पहुंच पाना लगभग मुश्किल ही है। बताना होगा कि गुजरे मंगलवार को उत्तराखंड के एडीजी कानून व्यवस्था एपी अंशुमान सभी जिलों की सोशल मीडिया सेल के कामों की समीक्षा वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के सोशल मीडिया इन्फ्रलुएंसर्स को चिर्ििंत कर उनके साथ गोष्ठी करने के निर्देश दिए हैं।उन्होंने वीडियो कांÚेंसिंग के माध्यम से सोशल मीडिया की निगरानी पुलिस मुख्यालय की एसओपी के अनुरूप कराने के निर्देश भी दिए।इस दौरान उन्होंने जोर देकर कहा कि जनजागरूकता और सकारात्मक प्रचार-प्रसार के लिए पुलिस को अब सोशल मीडिया इन्फ्रलुएंसर्स का भी सहारा लेना चाहिए। इस दौरान एडीजी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि नियमित निगरानी के दौरान भ्रामक पोस्ट पर तत्काल कार्रवाई की जाए तथा सोशल मीडिया सेल के कार्यों की नियमित रूप से डीएसपी ऑपरेशन निगरानी करें। उन्होंने पुलिस कप्तानों को भी निर्देश दिए कि वह समय से सेल की जनशक्ति और उनके कार्यों का मूल्यांकन कर समीक्षा रिपोर्ट रेंज कार्यालय को भेज दें। ताकि, अगर इसमें सुधार आदि की जो गुंजाइश हो तो उस पर समय से कदम उठाया जा सके एजी कानून व्यवस्था ने अपने निर्देश में यह भी कहा कि कानून व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था को प्रभावित करने वाली पोस्ट का तत्काल खंडन कराया जाए तथा ऐसी पोस्ट को हटाने और कार्रवाई के लिए शासन स्तर पर नामित नोडल डीआईजी कानून व्यवस्था को पत्र लिखा जाए।उन्होंने पुलिसकर्मियों को भी सोशल मीडिया की पॉलिसी याद दिलाने के निर्देश देते हुए कहा की उन्हें पूर्व में जारी निर्देशों का अनुपालन कराने को कहा जाए ।कोई पुलिसकर्मी इस पॉलिसी का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इसके अलावा एडीजी ने पुलिस मुख्यालय स्थित अपराध एवं कानून व्यवस्था से संबंधित सभी अनुभागों के कार्यों की भी समीक्षा की तथा अनुभाग अधिकारियों को समय से सभी कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए। जनपदों में स्थापित सोशल मीडिया प्रमोशन सेल एवं सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल के कार्यो की समीक्षा की गयी, जिसमें उक्त अधिकारियों के अतिरिक्त श्री कृष्ण कुमार वी के, पुलिस महानिरीक्षक, अभिसूचना तथा सुश्री पी रेणुका देवी, पुलिस उपमहानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, पुलिस अधीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, पुलिस उपाधीक्षक, अपराध सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।