मुख्यमंत्री ने दिए खटीमा, सितारगंज व नानकमत्ता में जलभराव की डीप स्टडी सर्वे कराने के निर्देश
देहरादून/रुद्रपुर (उद संवाददाता)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों एवं अन्य अधिकारियों के साथ आपदा/बाढ़ एवं जल भराव के कारण हुए नुकसान व राहत एवं बचाव एवं पुनर्निमाण कार्यों की समीक्षा बैठक वीसी के माध्यम से की। उन्होंने कहा कि आपदा की गाइडलाईन में भारत सरकार द्वारा परिवर्तन किया है उसी गाइडलाईन के अनुसार आपदा क्षति का आंकलन कर डीपीआर तैयार कर कार्य किए जाएं। उन्होंने कहा आपदा के समय रिस्पोंस टाइम कम से कम हो तथा सभी विभाग समन्वय बनाते हुए कार्य करें व आपदा सूचनाएं शीघ्र सचिव आपदा को भी देना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अभी मानसून काल चल रहा है इसलिए सभी अधिकारी सक्रिय रहें। उन्होंने 7 व 8 जुलाई को खटीमा, सितारगंज व नानकमत्ता में अत्यधिक पानी आने के कारणों की डीप स्टडी सर्वे कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने वृक्षारोपण अभियान तथा अमृत सरोवर की जानकारी ली।उन्होंने वर्षाकाल के उपरांत डेंगू, मलेरिया व अन्य जलजनित रोगों से भी सचेत रहने व जागरूकता फैलाने के भी निर्देश दिए। समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी उदयराज सिंह ने मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि विगत दिनों जनपद के खटीमा, सितारगंज , नानकमत्ता व अन्य क्षेत्रों मेें आई बाढ़ एवं जल भराव से बचाव हेतु एसडीआरएफ, पीएसी, अग्निशमन एवं राजस्व की टीमों को पूर्व में ही अलर्ट कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि बाढ़ एवं जलभराव के दौरान लगभग 12 घंटों में 1500 से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया था तथा 1714 परिवारों को अलग-अलग राहत शिविरों में शिफ्रट किया गया था, उन्होंने बताया कि हाइवे पर जलभराव से पानी 5 फीट से अधिक हो गया था, जबकि खटीमा व नानकमत्ता के शहरी क्षेत्रों में भी जलभराव अधिक हो गया था परन्तु प्रशासन ने राहत एवं बचाव कार्यों हेतु पूर्व तैयारियां समय से ही कर ली थी जिसके फलस्वरूप आपदा के कारण नुकसान बहुत कम हुआ। उन्होंने बताया कि इस दौरान प्रशासन द्वारा 7 हजार से अधिक लोगों को पका भोजन जबकि 5 हजार से अधिक लोगों को राशन किट वितरित किये गये। जिलाधिकारी ने बताया कि इस दौरान एक सप्ताह में 15 हजार से अधिक लोगों को अहैतुक राशि वितरित की गयी थी जबकि कुल 23734 लोगों को लगभग 12 करोड़ अहैतुक राशि वितरित की गयी है, तथा छूटे हुए लोगों को जांच कराकर अहैतुक सहायता दी जा रही है। उन्होंने बताया कि आपदा के दौरान हुई जनहानि में कुल 31 लाख सहायता धनराशि का वितरित किया गया है जबकि पशुहानि होने पर भी सहायता राशि दे दी गयी है। उन्होंने बताया कि विभिन्न विभागों से 62 करोड़ की क्षति आंकलन का प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि आपदा न्यूनीकरण में 2.56 करोड़ के प्रस्ताव पास किये गये थे, जिसमें से शासन द्वारा 1 करोड़ 45 लाख प्राप्त हो चुके हैं शेष 1.12 करोड़ अवमुक्त करने का अनुरोध किया। जिलाधिकारी ने बताया कि खटीमा बाजार क्षेत्र में भी जलभराव होने के कारण 1434 व्यापारियों व दुकानदारों का भी नुकसान हुआ है जिस हेतु तीन श्रेणियां बनाकर उनके नुकसान का आंकलन कर सहायता राशि हेतु 2 करोड़ 76 लाख का प्रस्ताव बनाकर शासन को प्रेषित किया गया था जिसमें धनराशि प्राप्त होने पर प्रभावितों को वितरित कर दी जायेगी ताकि उनके नुकसान की भरपाई हो सके। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, अपर जिलाधिकारी अशोक कुमार जोशी, प्रभागीय वनाधिकारी हिमांशु बांगरी, वीसी तिवारी, मुख्य चिकित्साधिकारी मनोज कुमार शर्मा, उपजिलाधिकारी गौरव पांडेय, अधीक्षण अभियंता लोनिवि हरीश कुमार, अधि.अभि. लोनिवि ओपी सिंह, अधिशासी अभियंता सिंचाई पीसी पांडे, जिला ंिशक्षा अधिकारी हरेन्द्र मिश्रा, जिला कार्यक्रम अधिकारी मुकुल चौधरी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उमाशंकर नेगी, जिला पूर्ति अधिकारी विपिन कुमार
सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।