अंकिता हत्याकांड मामले की विवेचना अधिकारी समेत 47 की अदालत में गवाही पूरी
कोटद्वार। अंकिता हत्याकांड मामले की शुक्रवार को कोटद्वार स्थित एडीजे कोर्ट में सुनवाई हुई। पांचवीं तिथि पर एसआईटी के विवेचना अधिकारी इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह खोलिया की गवाही पूरी हो गई है। बचाव पक्ष की ओर से इस मामले में विवेचना अधिकारी से जिरह शुरू कर दी गई है।अदालत ने बचाव पक्ष की ओर से दाखिल उस याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें इस मुकदमे के गवाह नंबर एक और दो मृतका के माता-पिता को गवाही के लिए फिर से बुलाने का आग्रह किया गया था। अब इस मामले में अगली तिथि 30 अगस्त निर्धारित की गई है। अंकिता हत्याकांड की एसआईटी जांच के बाद कोटद्वार स्थित अपर जिला एवं सत्र न्यायालय में मुकदमे का ट्रायल चल रहा है। अभियोजन पक्ष की ओर से इस मामले में अब तक विवेचना अधिकारी समेत 47 गवाह अदालत में पेश किए जा चुके हैं। बीती पांच जुलाई को अभियोजन पक्ष की ओर से 47वें गवाह के रूप में मामले के विवेचना अधिकारी इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह खोलिया के बयान दर्ज कराने शुरू किए गए थे, जो 23 अगस्त को पांचवीं तिथि पर पूरे हो गए।विवेचक की गवाही पूरे होने के बाद शुक्रवार से ही बचाव पक्ष की जिरह भी शुरू हो गई है। अब इस मामले में अगली तिथि 30 अगस्त को निर्धारित की गई है। शुक्रवार को गवाही के दौरान तीनों आरोपी अदालत में हाजिर रहे। अब अगली तिथि से विवेचक की गवाही पर प्रति परीक्षा होगी। जस्टिस फॉर अंकिता भंडारी कमेटी के बैनर तले देहरादून, श्रीनगर, हरिद्वार से आई महिलाओं ने स्थानीय युवाओं के साथ सिमलचौड़ स्थित अदालत परिसर में धरना प्रदर्शन करते हुए अंकिता के हत्यारों को जल्द सजा दिलाने व मामले को फास्ट ट्रेक कोर्ट में चलाने की मांग की। इस दौरान महिलाओं ने अदालत में पेशी पर आए तीनों हत्यारोपियों के खिलाफ नारेबाजी की। लोगों ने कोर्ट के बाहर किया धरना-प्रदर्शन किया।