सरकारी कर्मी को दे डाला मुफ्त विद्युत कनेक्शन
रुद्रपुर। गरीबों के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार तमाम प्रकार की योजनाएं लेकर आती है किंतु सरकारी मशीनरी की लापरवाही के चलते इस प्रकार की योजनाओं का लाभ पात्र की जगह अपात्र लोग ले जाते हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गरीबों के लिए सौभाग्य विद्युत कनेक्शन योजना संचालित की गई है। यह विद्युत कनेक्शन गरीब को मुफ्रत में दिया जाता है। किच्छा उपखंड कार्यालय में एक बड़ा मामला सामने आया है एक सरकारी कर्मचारी को इस योजना के तहत विद्युत कनेक्शन दे दिया गया। बता दे कि सौभाग्य विद्युत योजना को दो श्रेणी में रखा गया है पहली , इस योजना में बीपीएल परिवार से ताल्लुक रखने वाले गरीब को मुफ्रत में विद्युत कनेक्शन दिया जाता है दूसरी योजना के तहत विद्युत कनेक्शन के लिए आवेदन करने आए उपभोक्ता के पत्रें की जांच उपखंड कार्यालय द्वारा की जाती है पर पत्रें की जांच के बाद यह तय किया जाता है कि उपभोक्ता सौभाग्य योजना के तहत लाभ की श्रेणी में रखा गया जाएगा या नहीं किच्छा उपखंड कार्यालय में लंबे समय से यह चर्चा चल रही थी कि यहां सौभाग्य योजना के तहत अपात्र लोगों को इसका लाभ पहुंचाया जा रहा है किंतु बीते रोज इसका सीधा प्रमाण अवर अभियंता आशीष कालड़ा के सम्मुख देखने को मिला। एक सरकारी कर्मी जो पिछले 4 माह से विद्युत कनेक्शन के लिए कार्यालय के चक्कर काट रहा था विद्युत कनेक्शन न मिलने पर वह अपनी शिकायत अवर अभियंता के पास लेकर पहुंचा। अवर अभियंता ने उक्त सरकारी कर्मचारी से नाम पता पूछने के बाद जब कनेक्शन संबंधी जांच की तो वह यह देख कर दंग रह गए कि उनके पास फरियाद लेकर पहुंचे इस सरकारी कर्मचारी का सौभाग्य विद्युत कनेक्शन योजना के तहत कनेक्शन करने की संस्तुति की गई है। हैरानी की बात यह है कि उक्त सरकारी कर्मी को भी यह नहीं मालूम कि उसका विद्युत कनेक्शन सौभाग्य मुफ्रत विद्युत कनेक्शन योजना के तहत किया गया है। जानकारी जुटाने पर पता चला कि उपखंड कार्यालय में तमाम अपात्रें को इस योजना का लाभ पहुंचाया गया है। गरीबों को लाभ पहुंचाने के मकसद से केंद्र सरकार द्वारा संचालित की गई इस मुफ्रत विद्युत कनेक्शन योजना को जिस तरह किच्छा मे पलीता लगाया जा रहा है। उससे यह स्पष्ट हो गया है कि गरीबों के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ सरकारी मशीनरी से जुड़े लोग व राजनेताओं के गठजोड़ के कारण पात्र लोगों तक नहीं पहुंच पाता यह और बात है कि मामला सामने आने पर स्वयं किच्छा उपखंड कार्यालय में तैनात अवर अभियंता आशीष कालड़ा भी हैरान है।