महिलाओं,बेटियों की सुरक्षा पर हरदा का बड़ा बयानः विधानसभा का सत्र एक दिन बढ़ाकर महिला उत्पीड़न पर मंथन करे धामी सरकारः
देहरादून(उद संवाददाता)। पूर्व सीएम हरीश रावत सोश मीडिया पर एक पोस्ट में राज्य सरकार से महिलाओं की सुरक्षा के प्रति ठोस पहल करने की अपील की है। पूर्व सीएम हरदा ने कहा है कि कोलकाता में निर्भया कांड, एक डॉक्टर बेटी साथ अमानुषिक बलात्कार और हत्या ने पूरे देश को हिला दिया। उत्तराखंड के रूद्रपुर में हमारी एक नर्स बेटी के साथ इसी तरीके का वीभत्स बलात्कार और हत्या हुई, उससे पहले शांतरशाह में हमारी एक दलित परिवार की बेटी के साथ सामुहिक बलात्कार हुआ व हत्या हुई, यह सिलसिला कहीं रुका नहीं है, अलग-अलग तरीके से हमारी बेटियों के साथ या तो वह बलात्कार का शिकार हुई हैं या बेटी अंकिता की तरीके से उन्हें प्रताड़ित कर उनको अपने रिजॉर्ट में आने वाले कस्टमर्स के आगे पेश किए जाने की कोशिश की गई और इनकार करने पर हत्या कर दी गई तो ऐसे बहुत सारे मामले अभी हाल-फिलहाल में घटित हुए हैं जिन्होंने उत्तराखंड के मानस को भी, जहां महिला देवी के समान पूजी जाती है, हर गांव की धार में देवी का एक मंदिर है जहां लोग प्रार्थना करते हैं खोल माता, खोल भवानी, धारमा किवाड़ा, तो यहां जिस धरती में नारी मात्र को मां मानकर पूजा जाता है, वहां वह समाज किस तरफ जा रहा है यह चिंता का विषय है। मैं माननीय मुख्यमंत्री, उत्तराखंड से आग्रह करना चाहता हूं कि हमारी विधानसभा की सम्मानित स्पीकर महिला हैं, क्यों न विधानसभा का सत्र एक दिन बढ़ाकर और वह सत्र महिलाउत्पीड़न पर उसमें मंथन हो और क्या कुछ हम अपने राज्य के अंदर कर सकते हैं, ताकि महिलाओं पर अत्याचार रूकें उन पर एक कल ठोस कार्य नीति बने। महिलाओं को लेकर और क्या वांछित है, क्या वांछित कदम उठाए जाने हैं उस पर भी विहंगम चर्चा हो। मुझे उम्मीद है मेरी इस अपील पर माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड और माननीय स्पीकर उत्तराखंड विधानसभा जरूर विचार करेंगे और विधानसभा का सत्र एक दिन के लिए बढ़ाकर उस सत्र को महिलाओं पर हो रहे उत्पीड़न और अत्याचार पर चर्चा के लिए समर्पित किया जाए।