रेस्क्यू अभियान जारीः केदारघाटी में कई यात्री लापता,लोगों के परिजनों के लिए पुलिस ने जारी किये हेल्पलाईन नंबर
अब तक 6,980 लोगों का रेस्क्यू : 1500 से अधिक लोग अभी भी फंसे होने की सूचना
जनपद पुलिस के स्तर से हेल्पलाइन नम्बर 7579257572, 01364-233387 व आपातकालीन नम्बर 112 जारी
रूद्रप्रयाग। गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर अतिवृष्टि के बाद से रेस्क्यू जारी है। वहीं जगह जगह पैदल मार्ग ध्वस्त हाने से सैकड़ों तीर्थयात्री और कावंडिये युवक भी जंगलो से लौट रहे हैं। बताया जा रहा है कि करीब 150 लोगों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। अब तक 6,980 लोगों का रेस्क्यू हो चुका है। शुक्रवार को 2980 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। 599 को हेलिकॉप्टर से लाया गया है। जबकि 1500 से अधिक लोग अभी भी फंसे होने की सूचना है। एसपी डॉ. विशाखा अशोक भदाणे ने बताया कि इन लोगों को शनिवार को रेस्क्यू किया जाएगा। 150 से अधिक लोगों के परिजनों ने पुलिस को बताया है कि उनका अपने लोगों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। ये सभी केदारनाथ गए थे। इनमें कई स्थानीय भी हैं। इन्हें शनिवार को निकाला जाएगा। एसपी का कहना है कि क्षेत्र में मोबाइल कनेक्टिविटी नहीं होने से भी लोगों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। इसलिए कितने लोग लापता हैं, सीधे तौर पर नहीं बताया जा सकता है, रेस्क्यू पूरा होने पर स्थिति साफ होगी। कई लोग शुक्रवार को घर पहुंच गए हैं। केदारनाथ पैदल मार्ग पर फंसे यात्रियों व स्थानीय लोगों का रेस्क्यू चल रहा है। इस दौरान पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। जिसकी मदद से लोग अपनों के बारे में जानकारी ले सकते हैं। पुलिस उपाधीक्षक हर्षवर्धनी सुमन ने बताया कि केदारनाथ से लेकर पैदल मार्ग पर सभी यात्री सुरक्षित हैं और उन्हें रेस्क्यू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पहले दिन 4000 लोगों को पैदल मार्ग से रेस्क्यू किया गया था। वहीं, शुक्रवार को शाम पांच बजे तक हेलिकॉप्टर से 602 और पैदल मार्ग से 1,700 यात्रियों का रेस्क्यू किया जा चुका है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मीडिया से केदारघाटी में आयी भीषण आपदा के बाद राहत और बचाव अभियान की जानकारी साझा करते हुए कहा कि प्रदेश में राहत-बचाव अभियान जारी है, सभी विभाग अलर्ट पर हैं। मैं खुद भी लिनचोली और गुप्तकाशी गया था। अब तक 5,000 लोगों को बचाया गया है और 1000 लोग धाम पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा है कि आपदा के समय साथ हैं। सभी संभव सहायता वहां से हो रही है। हेलिकॉप्टर भी भेजा गया है। गृहमंत्री भी लगातार संपर्क में हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी लगातार जानकारी ले रहे हैं। केंद्र सरकार आपदा के समय हमारे साथ हैं। हम हर एक श्रद्धालु, आपदा पीड़ित की सहायता के लिए प्रतिबद्ध हैं। वहीं आज सोनप्रयाग में चलाये जा रहे रेस्क्यू अभियान का पुलिस अधीक्षक डा. विशाका अशोक भदाणे ने लिया जायजा, रेस्क्यू कार्य में नियुत्तफ कार्मिकों की हौसला अफजाई करते हुए इसी प्रकार से कार्य करने के दिये गये। श्री केदारनाथ धाम यात्रा पैदल मार्ग अतिवृष्टि के चलते मार्ग क्षतिग्रस्त होने पर गत दिवस फंसे यात्रियों को निकालने हेतु रेस्क्यू अभियान चलाया गया था। आज भी पूरे दिन भर रेस्क्यू अभियान जारी रखा गया। हैलीकॉप्टर से किये जा रहे रेस्क्यू में बीच-बीच में खराब मौसम भी बाधक बना रहा। आज हैलीकॉप्टर से 602 यात्रियों का रेस्क्यू किया गया है। वहीं मैनुअल तरीके से लगभग 1700 यात्रियों का रेस्क्यू अब तक किया जा चुका है। मैनुअल ;पैदलद्ध रेस्क्यू कार्य निरन्तर जारी है। सोनप्रयाग के पास किये जा रहे रेस्क्यू कार्य का पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग ने जायजा लेते हुए रेस्क्यू कार्य में लगे एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, जिला आपदा प्रबन्धन, जिला पुलिस जवानो की हौसला अफजाई की गयी। आज दिन-भर मौसम की ऑंख मिचौली चलती रही व केदारघाटी में कोहरा ;फौगद्ध लगने के कारण हैलीकॉप्टर से रेस्क्यू कार्य करने में दिक्कतें आयीं। मैनुअल रेस्क्यू निरन्तर जारी है। इसके अतिरित्तफ जनपद पुलिस के स्तर से हेल्पलाइन नम्बर 7579257572, 01364-233387 व आपातकालीन नम्बर 112 जारी किया गया है। विभिन्न यात्रा पड़ावों पर ठहरे यात्रियों हेतु प्रशासन के स्तर से पर्याप्त भोजन, पानी व आवासीय व्यवस्था की गयी है। रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग ऊर्जा निगम के पावर हाउस बैंड से कुछ दूरी पर 60 मीटर पूरी तरह से वॉशआउट हो रखा है। यहां पर पहाड़ी दरक रही है, जिससे छोटे-बड़े पत्थर गिर रह रहे हैं। वहीं, 200 मीटर नीचे बह रही मंदाकिनी पूरे उफान पर है। इन दोनों के बीच में रेस्क्यू दल में जुटे जवान रस्सों के सहारे लोगों की जिंदगी बचाने की मशक्कत कर रहे हैं।हल्की सी चूक जान पर भारी पड़ सकती है, लेकिन जवानों का हौसला देखते बन रहा है। ये जवान जान हथेली पर रखकर एक-एक यात्री को खड़ी चट्टðान से नीचे उतारकर सकुशल सोनप्रयाग पहुंचा रहे हैं। डीएम और एसपी की मौजूदगी में दोपहर तक 850 से अधिक यात्रियों का रेस्क्यू किया जा चुका था। बुधवार रात को गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर अतिवृष्टि से उपजे हालात के बीच फंसे हजारों यात्रियों का रेस्क्यू किया जा रहा है। दो दिन से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ और पुलिस जवानों की मदद से रेस्क्यू अभियान चल रहा है। शुक्रवार सुबह साढ़े छह बजे से सोनप्रयाग में हाईवे के दूसरी तरफ फंसे यात्रियों को सकुशल बाजार तक पहुंचाने के लिए रेस्क्यू शुरू किया गया। जहां पर रेस्क्यू किया जा रहा है, वहां हालात सबसे ज्यादा संवेदनशील हैं। यहां हाईवे से करीब 100 मीटर ऊपर से पहाड़ी दरक रही है। इससे सड़क का 60 मीटर हिस्सा ध्वस्त होकर मंदाकिनी नदी में समा चुका है। पहाड़ी से लगातार छोटे-बड़े पत्थर के साथ मिट्ट गिर रही है, जबकि 200 मीटर नीचे मंदाकिनी नदी अपने चरम पर बह रही है। क्षेत्र में एनडीआरएफ के जवान गौरीकुंड से पहुंच रहे यात्रियों और स्थानीय लोगों को रेस्क्यू कर सोनप्रयाग बाजार तक पहुंचा रहे हैं।