उत्तराखंड में ‘बेटियां’ नौकरी के लिए ‘बेटों से अधिक संजीदा’ : 18735 युवतियों ने रोजगार के लिए कराया पंजीयन
सेवायोजन महकमे के आंकड़े के अनुसार रोजगार के लिए पंजीयन करने में उत्तराखंड की बेटियां आगे,
गुजरी तिमाही में राज्य के 36313 युवाओं ने रोजगार कार्यालय में कराया पंजीयन, पंजीयन करने वालों में 17580 युवक और 18735 युवतियां, जनपद उधम सिंह नगर में 1552 युवाओं की तुलना में 1874 युवतियों ने रोजगार के लिए कराया पंजीयन
उधम सिंह नगर(उद ब्यूरो) ।आमतौर पर यह माना जाता है कि लड़कों को ही बड़े होकर अपने घर -परिवार की जिम्मेदारी संभालनी ली है। इसलिए होश संभालते ही युवा अपने पैरों पर खड़े होने के जीवट संघर्ष में की जादू जहर में जुट जाते हैं, लेकिन उत्तराखंड की बेटियां सर्दियों से चली आ रही इस धारणा को अब तोड़ने लगी हैं और नौकरी अथवा रोजगार का जुगाड़ करने की दिशा में बेहद संजीदा हो चली हैं ।दूसरे शब्दों में कहें तो नौकरी मांगने के लिए सरकार का दरवाजा खटखटाने में युवतियों ने पूरे प्रदेश में युवकों को पीछे छोड़ दिया है। राज्य सेवायोजन विभाग के पिछली तिमाही के आंकड़े इस बात की ओर साफ इशारा करते हैं की उत्तराखंड में लड़कों से ज्यादा लड़कियों को रोजगार की जरूरत है और वे इसके लिए हाथ पांव मार भी रही हैं ।आंकड़ों के अनुसार बीते तीन महीने में समूचे सूबे में बेरोजगार युवतियों की संख्या तेजी से बढ़ी है और वे रोजगार की तलाश के लिए रोजगार कार्यालय में पंजीकरण के लिए लड़कों की तुलना में कहीं अधिक संख्या में पहुंच रही हैं। सेवायोजन विभाग के आंकड़े इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि बीते 25 अप्रैल से अब तक राज्य में 36313 युवाओं ने रोजगार दफ्रतरों में पंजीकरण कराया है,इनमें 17580 युवक और 18733 युवतियां शामिल हैं। इस तरह पूरे उत्तराखंड में रोजगार के लिए रोजगार कार्यालय में पंजीयन करने वाले युवकों के मुकाबले युवतियों की संख्या 1153 ज्यादा है। सेवायोजन विभाग के आंकड़ों के अनुसार बीती तिमाही में देहरादून में सबसे ज्यादा पंजीकरण हुए हैं अर्थात राज्य की राजधानी में सूबे के अन्य जिलों की अपेक्षा ज्यादा बेरोजगार हैं। ज्ञात हो की देहरादून में बीते तीन महीने के भीतर 4738 युवाओं ने बेरोजगार दफ्रतर में पंजीकरण कराया है। जबकि हरिद्वार में यह आंकड़ा 4111 का है दूसरी ओर नैनीताल जिले में 3638, यूएस नगर में 3426 युवाओं ने बीते तीन महीने में नौकरी मांगी है। प्रदेश के अन्य प्रमुख जिलों की तरह उधम सिंह नगर में भी रोजगार मांगने वालों में युवतियों की संख्या युवकों से अधिक है, जबकि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रतिनिधित्व वाले जिले चम्पावत में रोजगार मांगने में बेटियां बेटों से पीछे हैं ,साथ ही चंपावत जनपद में सबसे कम पंजीयन भी हुए हैं। बताना होगा कि मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र चंपावत में गुजरी तिमाही में रोजगार के लिए केवल 1270 युवाओं ने पंजीकरण कराया है, जिसमें 638 युवक एवं 632 युवतियां शामिल हैं।