विधानसभा के ‘मानसून सत्र’ में होगी सवालों की ‘मूसलाधार बारिश’

0

गैरसैण में विधानसभा सत्र के आयोजन का दांव खेल सकती है धामी सरकार
विपक्ष की मंशा गैरसैंण में आयोजित हो मानसून सत्र, विधानसभा अध्यक्ष को सरकार की हरी झंडी का इंतजार
देहरादून। सूबे की विधानसभा का मानसून सत्र चाहे देहरादून में आयोजित किया जाए या फिर गैरसैंण स्थित भराड़ीसैंण में ,पर इतना तो तय है कि प्रस्तावित मानसून सत्र में इस दफा सवालों की मूसलाधार बरसात होगी। वह इसलिए ,क्योंकि उत्तराखंड विधानसभा के विभिन्न सदस्यों की जानिब से विधानसभा सचिवालय की समक्ष 423 से अधिक प्रश्न पहुंच चुके हैं। हालांकि विधानसभा का मानसून सत्र आयोजित करने को लेकर धामी सरकार अभी उहापोह की स्थिति में है, फिर भी अधिक संभावना यह है की अगर बारिश ने कोई विशेष तांडव ना मचाया तो सरकार विधानसभा का मानसून सत्र गैरसैंण में आयोजित कर विपक्ष द्वारा गैरसैंण की उपेक्षा के आप के आधार पर सरकार को घेरने के मंसूबों पर पानी फेरना चाहेगी क्योंकि विपक्ष बजट सत्र से ही भाजपा सरकार पर बनावटी गैरसैंण प्रेम एवं गैरसैंण की उपेक्षा का आरोप लगता चला आ रहा है। उधर मानसून सत्र आयोजित किए जाने की तैयारी के बीच नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस चाहती है कि विधानसभा का मानसून सत्र गैरसैंण में ही आयोजित किया जाए इस कारण भी गैरसैंण के पक्ष में फैसला आने की उम्मीद ज्यादा है। यद्यपि मंत्रिमंडल की बैठक में मानसून सत्र आयोजन पर फैसला लेने के लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत किए जाने के बावजूद अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं किया जा सका है, तथापि विधानसभा सचिवालय ने आगामी विधानसभा सत्र की तैयारी तेज कर दी है। इस क्रम में नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ ग्रहण कराने के बाद मीडिया से बातचीत में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कहा कि सरकार जहां भी चाहेगी, उस हिसाब से विस सत्र कराया जाएगा। बातचीत में विस अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने यह भी बताया कि केंद्र सरकार ने ई-विधानसभा के लिए बजट जारी किया था, जिसमें राज्य सरकार ने भी सहयोग किया है। इसके पहले चरण में देहरादून स्थित विधानभवन को ई-विधानसभा के हिसाब से तैयार किया जा रहा है।उन्होंने आगे बताया कि यह काम 31 जुलाई तक पूरा हो जाएगा ,फिर भी सारा कुछ डिजिटाइज नहीं हो पाएगा , क्योंकि विधायकों की भी ट्रेनिंग होनी अभी बाकी है। उनके अनुसार विधानसभा परिसर के भीतर नई बिल्डिंग भी तैयार हो रही है ,जिससे जल्द ही विधायकों को और अधिक सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने यह भी बताया कि मानसून की विदाई के बाद  गैरसैंण में भी ई-विधानसभा का काम कराया जाएगा। सत्र की तैयारी के सवाल पर विस अध्यक्ष ने कहा कि उनकी टीम पूरी तैयारी में जुटी है । बस सरकार की हरी झंडी का इंतजार है ,सरकार जब भी तिथि व स्थान तय करेगी, उस हिसाब से ही मानसून सत्र आयोजित कराया जाएगा।

Leave A Reply

Your email address will not be published.