भाषण देते समय बेहड़ हुए बेहोश….पिछले पांच दिन से किच्छा एसडीएम कार्यालय में धरने पर डटे रहे विधायक तिलकराज बेहड़

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किच्छा(उद संवाददाता)। व्यापार मण्डल चुनाव रोकने के विरोध एवं एसडीएम के स्थानांतरण सहित अन्य मुद्दों को लेकर पिछले पांच दिन से एसडीएम कार्यालय में समर्थकों के साथ धरने पर बैठे पूर्व मुंत्री एवं किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ शनिवार को अचानक भाषण देते समय बेहोश हो गये जिससे मौके पर हड़कम्प मच गया। आनन फानन में बेहड़ को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया। सूचना पर कई अधिकारी भी अस्पताल पहुंच गये। साथ ही तनाव को देखते हुए पूरे अस्पताल को छावनी में तब्दील कर दिया गया। बता दें किच्छा व्यापार मण्डल चुनाव पर प्रशासन द्वारा रोक लगाये जाने के बाद विधायक तिलक राज बेहड़ अपने तमाम समर्थकों के साथ बीते मंगलवार से एसडीएम कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठे थे। उनकी मांग थी कि व्यापार मण्डल चुनाव को बहाल किया जाये और एसडीएम का स्थानांतरण किया जाये। इस बीच कई बार विधायक बेहड़ को मनाने के प्रयास किये गये लेकर बेहड़ अपनी मांगों पर अडिग रहे। धरने के पांचवे दिन शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रतिनिधि के रूप में अपर जिलाधिकारी पंकज उपाध्याय और तहसलदार गिरीश त्रिपाठी सीएम का संदेश लेकर बेहड़ को मनाने के लिए पहुंचे। उन्होंने बेहड़ से धरना समाप्त करने का आग्रह करते हुए बताया कि सीएम ने उनकी मांगों का संज्ञान लिया है जिन पर जल्द ही कार्यवाही की जायेगी। इस दौरान बेहड़ ने एसडीएम के स्थानांतरण के साथ ही खुरपिया फार्म और प्राग फार्म के भूमिहीनों को भी जमरानी बांध विस्थापितों की तरह विस्थापित करके भूमि दिये जाने की मांग की। अधिकारियों ने इन बेहड़ की मांगों पर शासन स्तर से कार्यवाही का आश्वासन दिया। इससे पहले व्यापारियों द्वारा गठित की गयी सदभावना समिति के सदस्यों ने भी बेहड़ से मुलाकात कर धरना समाप्त करने का अग्रह किया था। सदभावना समिति और सीएम का संदेश लेकर पहुंचे अधिकारियों के आग्रह के बाद बेहड़ धरना समाप्त करने के लिए राजी हो गये, अधिकारियों के जाने के बाद बेहड़ अपने समर्थकों को सम्बोधित करते हुए धरना समाप्त करने का ऐलान करने ही वाले थे कि अचानक भाषण देते समय वह बेहोश होकर गिर पड़े। जिससे वहां पर अफरा तफरी मच गयी। आनन फानन में वहां मौजूद समर्थक और पुलिस प्रशासन के लोग बेहड़ को सामुदिायक स्वास्थ्य केन्द्र ले गये। सूचना पर एडीएम, एसडीएम समेत कई अधिकारी भी अस्पताल पहुंच गये। इस दौरान तनाव की स्थिति को देखते हुए भारी पुलिस बल अस्पताल में तैनात कर दिया गया। स्वास्थ्य केन्द्र में डॉक्टर त्रिपाठी, एस सरगी, एल एस मेहता, जी बी बंगारी ने बेहड़ का उपचार किया। बेहड़ के उपचार के लिए मेडिसिटी अस्पताल के चिकित्सकों को भी स्वास्थ्य केन्द्र बुलाया गया। स्वास्थ्य केन्द्र में प्राथमिक उपचार के बाद बेहड़ को मेडिसिटी अस्पताल भेजा गया। जहां समाचार लिखे जाने तक उनका उपचार जारी था। चिकित्सकों के मुताबिक शुगर लेवल बढ़ने के कारण बेहड़ की तबियत बिगड़ी है। बेहड़ को अस्पताल लाये जाने के दौरान उनके समर्थक भी भारी संख्या में अस्पताल पहुंच गये थे। इस दौरान व्यापार मण्डल अध्यक्ष पद के दावेदार गुलशन सिंधी ने पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि धरना स्थल पर बेहड़ की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं थे। जो एंबुलेंस वहां पर खड़ी थी वह सफेद हाथी साबित हुयी। सिंधी ने बताया कि जब बेहड़ बेहोश हुए तो एंबुलेंस में ड्राईवर ओर स्टाफ नहीं था जिसके चलते बेहड़ को निजी वाहन से अस्पताल ले जाया गया। सिंधी ने पूरे मामले के लिए प्रशासन को जिम्मेवार ठहराया। इस दौरान निवर्तमान पालिका अध्यक्ष दर्शन कुमार कोहली, हाजी सरवर यार खां, मोहम्मद आरिफ, गौरव बेहड़, सौरभ बेहड़, सुनील कुमार, राजेश प्रताप, संतोष ठाकुर ओमप्रकाश भूपेंद्र चौधरी अभय सिंह कैलाश जोशी गुलशन सिंधी राकेश अरोड़ा शिव कुमार मित्तल अनिल जग्गी नदीम कुरैशी एन यू खान,हाजी सरवर यार खान विजय यादव लाल यादव अशोक मित्र छोटेलाल पुनीत यादव दिलीप सिंह बिष्ट धर्म सिंधी नीरज बजाज बंटी पटनाजा गुडडू तिवारी अंग्रेज सिंह आदि सेकंड लोगों को उपस्थित थे।

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