शंकराचार्य के बयान पर बीकेटीसी ने जतायी आपत्ति: एक हजार किलो तांबे की प्लेट में लगाई थी 23 किलो सोने की परत
केदारनाथ धाम में 228 किलो सोना चोरी को लेकर अजेंद्र ने स्पष्ट किया: गर्भ गृह में पहले 230 किलो चांदी की परतें चढ़ाई गई थी
देहरादून। केदारनाथ धाम में 228 किलो सोना चोरी को लेकर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के बयान पर बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने आपत्ति जताई। उन्होंने गर्भगृह को मंडित किये गया सोना चोरी होने के संबंधित कोई तथ्य हैं तो न्यायालय में जनहित याचिका दायर करने के साथ उच्च एजेंसियों से जांच कराने का आग्रह करें। धाम के गर्भगृह को स्वर्ण मंडित करने को षडयंत्र के तहत विवाद खड़ा किया जा रहा है। बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि एक संत के रूप में अविमुक्तेश्वरानंद का सम्मान करते हैं। लेकिन संत होने के बावजूद भी मीडिया में बयानबाजी कर चर्चा में रहना उनका इतिहास है। केदारनाथ धाम में सोना चोरी को लेकर अविमुक्तेश्वरानंद ने बयान दिया है। यदि उनके पास इस मामले को कोई तथ्य हैं तो जांच के लिए न्यायालय या उच्च स्तरीय एजेंसियों के पास जाएं। सनसनी फैलाने और कांग्रेस के एजेंडे को आगे बढ़ाना उचित नहीं है। अजेंद्र ने स्पष्ट किया कि केदारनाथ धाम के गर्भ गृह को स्वर्ण मंडित करने के लिए बीकेटीसी ने कोई सोना नहीं खरीदा। दानीदाता के अनुरोध पर बीकेटीसी ने बोर्ड बैठक में अनुमति दी। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के विशेषज्ञों की देखरेख में स्वर्ण मंडित करने का कार्य दानीदाता ने अपने स्वर्णकार से कराया। मंदिर के गर्भ गृह में पहले चांदी की परतें चढ़ाई गई थी। जिसका वजन 230 किलोग्राम था। इसकी जगह 23 किलो. सोने की परत चढ़ाई गई। सोने की परत एक हजार किलो.तांबे की प्लेट के ऊपर लगाई थी।