काजी और बुटोला ने निकाला विजय जुलूस: दोनों सीटों पर शानदार प्रदर्शन से कांग्रेस के दिग्गज नेता हुए गदगद
देहरादून। उत्तराखण्ड में दो विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में सत्तासीन भाजपा को करारा झटका लगा है। दोनों ही सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी ने शानदार प्रदर्शन कर विजय हासिल की है। मंगलौर सीट के बाद अब बदरीनाथ विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस ने अपना कब्जा कर लिया है। उपचुनाव में हुई जीत के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है। उधर उपचुनाव में मंगलौर और बदरीनाथ सीट पर मिली हार के बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है। वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कार्यकर्ताओं के साथ विजय जुलूस निकालकर हर्ष व्यत्तफ किया। उन्होंने कांग्रेस के दोनो सीटो पर विजयी रहे प्रत्याशियों को शुभकामनायें दी। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कांग्रेस प्रत्याशियो की जीत पर शुभकामनायें देते हुए क्षेत्रवासियो का आभार व्यत्तफ किया है। उन्होंने हरिद्वार में मंगलौर सीट से कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस प्रत्याशी काजी निजामुद्दीन को जीत की बधाई दी।इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताआं ने काजी के साथ विजय जुलूस निकार हष व्यक्त किया। पूर्व सीएम हरदा ने कहा कि आज दिन लोकतंत्र की विजय के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए गौरव का अवसर है। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी की करारी पराजय को लेकर भी सियासी हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा सत्यमेव जयते ! श्री बद्रीनाथ और मंगलौर विधानसभा की जीत लोकतंत्र की जीत है, मंगलौर और श्री बद्रीनाथ की जनता की जीत है, आप सबको बहुत-बहुत बधाई एवं श्री बद्रीनाथ और मंगलौर की सम्मानित जनता का बहुत-बहुत आभार। वहीं बद्रीनाथ विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी लखपथ सिंह बुटोला की विजय से गदगद पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोदियाल ने गोपेश्वर में लखपथ बुटोला के साथ विजय जुलूस निकाला। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि क्षेत्र की जनता ने बड़ा संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में में लोकतंत्र की जीत हुई है और भाजपा को करारा जवाब देकर कांग्रेस को सेवा का अवसर जनता ने दिया है। जनता की उम्मीदों और क्षेत्र के विकास के लिए कांग्रेस निरंतर संघर्ष करेगी। उत्तराखंड में उपचुनाव में भाजपा का विजय रथ रुक गया है। भाजपा पिछले दस साल से सत्ता में है और इस दौरान जितने भी उपचुनाव हुए भाजपा ने जीत दर्ज की। वहीं कांग्रेस ने पिछले दस साल में यह पहली जीत दर्ज की है। बदरीनाथ और मंगलौर का चुनावी समर भाजपा के विजय रथ की कड़ी परीक्षा था। चंपावत और बागेश्वर उपचुनाव के बाद लोकसभा चुनाव में जीत से भाजपा के हौसले बुलंद थे,लेकिन उपचुनाव के नतीजों में बड़ा उलटफेर हो गया। बदरीनाथ सीट पर भाजपा प्रत्याशी को हराने वाले 49 वर्षीय लखपत सिंह बुटोला पिछले दो दशक से कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए हैं। कांग्रेस प्रदेश मीडिया प्रभारी, प्रदेश प्रवत्तफा के पद पर रहे और 2011 में थाला,पोखरी से जिला पंचायत सदस्य रहे। 2015 में कुछ समय के लिए चमोली जिला पंचायत अध्यक्ष की कमान भी संभाली। इसके अलावा मंगलौर विस सीट बसपा का गढ़ रही है। राज्य गठन के बाद हुए पांच विधानसभा चुनाव में इस सीट पर चार बार बसपा ने जीत हासिल की, जबकि एक बार कांग्रेस को जीत मिली। मंगलौर सीट पर भाजपा प्रत्याशी को मात देने वाले काजी मोहम्मद निजामुद्दीन ने बसपा के टिकट पर यहीं से 2002 व 2007 का विस चुनाव जीता था। कांग्रेस में शामिल होने के बाद काजी ने 2012 विस चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन बसपा प्रत्याशी सरवत करीम अंसारी से लगभग 700 मतों के अंतर से हार गए, लेकिन इस बार उन्होंने जीत दर्ज की है।