मैदानी क्षेत्रों में जलभराव होने से काफी नुकसान: आपदा राहत शिविरों में सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया रहें
आयुक्त दीपक रावत ने वीसी से सभी जिलाधिकारियों को दिए दिशा निर्देश
हल्द्वानी (उद संवाददाता)। कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने शुक्रवार को वीसी के माध्यम से मण्डल के सभी जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक एवं विभागों से बरसात में हुये नुकसान के आंकलन का फीड बैक लिया।आयुक्त ने कहा कि मैदानी क्षेत्रों में जलभराव होने से काफी नुकसान हो रहा है।नदियों के कटाव होने व नालों में मलबा आने से आबादी क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न होने से नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमत्री के स्पष्ट निर्देश है कि आपदा मद में तत्काल स्टीमेट बनाकर धनराशि की मांग करें ताकि तात्कालिक कार्य कर राहत दी जा सकें।उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि भविष्य में किसी भी प्रकार की आपदा के दौरान राहत शिविरों के संचालन हेतु स्थान चिन्हित कर शिविर चालू हालत में रखे जाए। साथ ही उन शिविरों में विद्युत, पानी, राशन आदि की सभी सुविधायें मुहैया हों।आयुक्त श्री रावत ने कहा कि नदियों के किनारे रहने वाले लोगों का चिन्हिकरण कर उन्हे अन्यत्र सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाए। श्री रावत ने मण्डल के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिये कि खतरनाक नालों और रपटो वाले स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती की जाए।आयुक्त ने कहा कि संज्ञान में आया है कि नैनीताल शहर के कतिपय होटलों व स्कूलों द्वारा अपने छतों का पानी सीधे सीवरेज की लाईनों से जोड दिया जा रहा है जिससे सीवरेज का पानी वर्षा काल में सडकों पर आ जाने से गन्दगी और आम जन जीवन प्रभावित होते है वही सीवर का पानी झील में आने से प्रदूषण भी होता है। उन्होंने सिंचाई विभाग को ऐसे होटलों व स्कूलों का चिन्हिकरण कर नोटिस निर्गत करने के आदेश दिये। उन्होने कहा मण्डल में आपदा के कारण जो लोग प्रभावित हो रहे उन लोगों को अहेतुक धनराशि तत्काल दी जा रही है। उन्होंने कहा कि अब तक जनपद ऊधमसिंह नगर में1300, नैनीताल में 224, जनपद चम्पावत में 2000 परिवारों को धनराशि दी गई है। साथ ही अवशेष परिवारों का सर्वे जारी है। जल्द ही सर्वे कर धनराशि मुहैया कराई जायेगी। उन्होने कहा मण्डल मे स्टेट हाइवे मोहान भतरौजखान बन्द है। जिसे विभाग द्वारा 27 जुलाई तक पूर्ण कर आवागमन हेतु सुचारू कर दिया जाएगा। बाकी सभी हाईवे आवागमन हेतु सुचारू है। श्री रावत ने कहा कुछ ग्रामीण मार्ग बन्द है जिन्हे शीघ्र खोलने के निर्देश दिये गये है। उन्होने लोक निर्माण, एनएच और निर्माणदायी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि संवदेनशील मार्गो पर पोकलैंड व जेसीबी की तैनाती करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा पर्वतीय क्षेत्रों मे भूस्खलन व स्लाइडिग क्षेत्रों में साईनेज, क्रैश बैरियर अवश्य लगाये जांए। बलियानाला क्षेत्र मे जितने भी असुरक्षित भवन हैं उन भवनों के लोगो को सुरक्षित स्थान पर वर्षाकाल के दौरान ले जाना सुनिश्चित करें। वीसी में जिलाधिकारी नैनीताल वंदना, उधमसिंह नगर के उदय राज सिंह, बागेश्वर की अनुराधा पाल, पिथौरागढ की रेनु जोशी, अल्मोडा के विनीत तोमर, चम्पावत के नवनीत पाण्डे के साथ ही मण्डल के सभी पुलिस अधीक्षक, लोनिवि, विद्युत, जलसंस्थान, जलनिगम आदि विभागों के अधिकारी मौजूद थे।