जलभराव और बाढ़ ने मचाई तबाही: खटीमा, सितारागंज और टनकपुर में लगभग 300 से अधिक परिवार प्रभावित

0

एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जल पुलिस ने जलभराव से कई क्षेत्रों के प्रभावित लोगों को रेस्क्यू किया,चंपावत में बहा झूला पुल
खटीमा/रूद्रपुर। कुमाऊं में पांच दिनों से हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। ऊधमसिंह नगर के खटीमा, सितारगंज और आसपास के गांवों में तबाही सा मंजर है। एसडीआरएफ और जल पुलिस ने जलभराव से कई क्षेत्रें के प्रभावित लोगों को रेस्क्यू किया। जलभराव में डूबने और नदी में बहने से दो लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि तीन लापता है वहीं बनबसा के देवीपुरा गांव में 13 साल की बालिका बह गई। सोमवार शाम मौसम खुलने और धूप खिलने से राहत मिली लेकिन नदी-नाले उफान पर हैं। कुमाऊं में 550 से अधिक गांव अलग-थलग पड़ गए हैं। पिथौरागढ़-धारचूला- तवाघाट एनएच पर मलबा गिर रहा है। चंपावत के पालबिलौन क्षेत्र के बेलखेत में क्वैराला नदी के उफान पर आने से झूला पुल बह गया है। इधर, तराई में बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस गया है। ऊधमसिंह नगर प्रशासन के अनुसार सितारागंज, खटीमा और नानकमत्ता में लगभग 300 से अधिक परिवार प्रभावित हुए हैं। 1500 से अधिक लोगों को प्रभावित क्षेत्र से विस्थापित कर विद्यालयों में रखा गया है। खटीमा के हल्दी गांव निवासी प्रिंस कुमार ;18द्ध और सन्नी ;20द्ध की पानी में डूबने से मौत हो गई। एसडीआरएफ ने दोनों के शव बरामद किए। हालांकि, प्रभारी मंत्री गणेश जोशी की ओर से देर रात जारी सूचना में उल्लेख किया गया है कि सीडीओ मनीष कुमार ने बताया कि खटीमा के हल्दी गांव में डूबने से तीन लोगों की मृत्यु हुई है, जबकि शत्तिफफार्म में निर्मलनगर के दो लोग लापता हैं, इनमें बीस क्वार्टर गांव निवासी संजीत और जगदीश मंडल शामिल हैं। संजीत सोमवार को नदी के में वह गया जबकि निर्मलनगर का जगदीश रविवार को धौरा डैम में बह गया था। उसका भी पता नहीं चल पाया है। वहीं बीते तीन दिनों से सीमांत क्षेत्र खटीमा में लगातार हो रही भारी बरसात के चलते खटीमा के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। तीन दिनों की भारी बरसात से जहां खटीमा इलाके की कई सड़क नहर में तब्दील हो गई हैं। वही निचले इलाकों में जल भराव की स्थिति विकराल होती जा रही है। कई इलाकों में लोगो के घरों में बरसात का पानी घुसने से उन्हे भारी परेशानी को झेलना पड़ रहा है।खटीमा नगर के मेलाघाट रोड, अमाऊं रोड मुख्य चौक सहित नगर के कई वार्डाे में जलभराव से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। नगर में आश्रम प(ति स्कूल के पीछे घरों में पांच फुट पानी घुसने से घरेलू समेत अन्य सामान बह गया है। खटीमा मुख्य मार्ग पर नदियों की तरह पानी बहता नजर आ रहा है दुकानों में पानी घुसने से लोगो का लाखो का नुकसान होने की संभावना खटीमा नगर पालिका क्षेत्र में ऐंठा,खकरा नाला उफान पर है लोहियाहेड रोड पर भारत गैस एजेंसी समेत राईस मिल,फ्रलोर मिल में भी पानी घुसने से भारी नुकसान की संभावना जताई गई है। वही खटीमा नगर से होकर बहने वाले ऐंठा व खकरा नाम के बरसाती नालों के उफान में आने से इस्लाम नगर गौटिया में कई घरों में पानी घुस गया है। झनकईया थाना पुलिस ने खेतलसंडा इलाके में भारी बरसात से हुए जलभराव में फंसे लोगो को रेस्क्यू कर राहत कैंप तक पहुंचाया है। वही खटीमा के मुख्य चौक, अमाऊँ ,पकड़िया बंगाली कालोनी खेतलसंडा, राजीव नगर,सरकारी अस्पताल रोड,चकरपुर हनुमान गड़ी इलाको मे भारी जल भराव हो गया है।बरसात लगातार जारी रहने से आम जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। चकरपुर हनुमान गड़ी में घरों में पानी घुसने से आमजन को भारी नुकसान हुआ है। चकरपुर हनुमान गड़ी के सुभाष पांडे प्रकाश पांडे आदि लोग बरसात में जल भराव की आशंका पूर्व में ही व्यत्तफ कर प्रशासन से एन एच की नालियों की सफाई की मांग उठाने की बात कह रहे है। लेकिन इसके उपरांत भी प्रशासन द्वारा कदम ना उठाने के चलते बरसात में अब जलभराव की समस्या को झेलने की पीड़ा को व्यत्तफ कर रहे है।वही अब वह प्रशासन से जल भराव से निजात दिलाने की भी गुहार लगा रहे हैं। वही हम आपको बता दें कि खटीमा में अगर बरसात के लगातार होने का क्रम नहीं रुकता है तो खटीमा इलाके में जल भराव की स्थिति और भी विकराल हो सकती है। लोगो का कहना है कि नगर पालिका प्रशासान द्वारा नगर के ऐंठा नाले की एवं खकरा तथा नगर की नालियों की समय से सफाई हुई होती तो इतना भराव नही होता नगर के विभिन्न वार्डाे में बाढ़ आ गयी है यह बारिश का कहर पहली बार लोगो देख रहे है घरों को छोड़ लोग स्कूलों व धर्मशालाओं में रहने लगे है। आपदा प्रबंधन व स्थानीय प्रशासान बाढ़ पीड़ितों को किस तरह और मदद कर सकता है यह आने वाले समय ही बताएगा।




शत्तिफफार्म ।बैगुल नदी में आयी भीषण बाढ़ का पानी क्षेत्र के अरविंद नगर झाड़ी नंबर 7 ,8, 9 में भर जाने से तीनों गांव जलमग्न हो गये । बाढ़ के पानी में करीब ढाई सौ से अधिक परिवार फंस गए। जिन्हें स्थानीय प्रशासन, पुलिस व एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर बाहर निकाला। कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा भी मौके पर पहुंचे तथा स्थिति पर नजर रखते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैगुल नदी में आई भीषण बाढ़ का पानी सोमवार प्रातः करीब 4 बजे क्षेत्र के ग्राम अरविंद नगर झाड़ी नंबर 7,8 व 9 में घुस गया। देखते ही देखते तीनों गांव जलमग्न हो गये। गांव में करीब 3 से 4 फुट पानी पर गया। सूचना पर एसडीम रविंद्र सिंह जुवांठा, तहसीलदार श्रीमती पूजा शर्मा, कोतवाल सितारगंज, शत्तिफफार्म पुलिस चौकी प्रभारी जगदीश तिवारी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। मोटरबोट के साथ पहुंची एनडीआरफ की टीम व पुलिस कर्मियों ने बाढ़ के पानी मे फंसे लोगों को निकालना शुरू किया । बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकालकर उन्हें झाड़ी नंबर 9 के विद्यालय व प्राइमरी विद्यालय झाड़ी में ठहराया गया। इनके खाने-पीने की व्यवस्था स्थानीय प्रशासन द्वारा गयी। शाम करीब 5 बजे के आसपास गांव से बाढ़ का पानी उतरने लग गया था । बैगुल नदी मे आई बाढ़ इतनी तेज थी शत्तिफफार्म सितारगंज मार्ग पर बैगुल नदी पुल के ऊपर 2 से 3 फुट तक पानी बहने लगा था। ग्राम राजनगर मे बैगुल नदी तटबंध में कई लोगों के घर पानी में डूब गये। बाढ़ के पानी में फंसे एक परिवार के दो लोगों को एनडीआरएफ की टीम ने लंबी रस्सी के सहारे रेस्क्यू कर बाहर निकाला। बैकुंठपुर में मुख्य मार्ग पर करीब 1 फुट पानी भर गया। दर्जनों लोगों के घरों में भी पानी घुसा। बैकुंठपुर मंदिर परिसर तथा सुरेंद्रनगर के बाबा तारकनाथ धाम मंदिर परिसर ,गुरुग्राम राजकीय इंटर कॉलेज मैदान में पूरी तरह जलमग्न हो गया। शत्तिफ फार्म सिडकुल मार्ग पर रुदपुर के निकट सड़क पर 3 फुट से ऊपर पानी भर गया।

Leave A Reply

Your email address will not be published.