संविधान पर सीधा हमला था आपातकाल: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया, विपक्ष का हंगामा
भविष्य में कोई पेपर लीक ना हो इसके लिए सरकार सख्त उपाय कर रही है
नई दिल्ली(उद ब्यूरो)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने सबसे पहले आम चुनाव के सफल आयोजन के लिए चुनाव आयोग को बधाई दी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का यह तीसरी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन एनडीए सरकार के गठन के बाद उनका पहला राष्ट्रपति अभिभाषण है। संसद के संयुत्तफ सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि मैं 18वीं लोकसभा के सभी नवनिर्वाचित सदस्यों को बधाई देती हूं। आप सभी देश के मतदाताओं का विश्वास जीतकर यहां आए हैं। देश और जनता की सेवा करने का अवसर बहुत कम लोगों को मिलता है। मुझे पूरा विश्वास है कि आप राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि मेरी सरकार ने सीएए कानून के तहत शरणार्थियों को नागरिकता देना शुरू कर दिया है। इससे बंटवारे से पीड़ित अनेक परिवारों के लिए सम्मान का जीवन जीना तय हुआ है, जिन परिवारों को सीएए के तहत नागरिकता मिली है मैं उनके बेहतर भविष्य की कामना करती हूं। साल 2021 से लेकर साल 2024 तक भारत ने औसतन आठ प्रतिशत की रफ्रतार के हिसाब से विकास किया है। यह ग्रोथ सामान्य स्थितियों में नहीं हुई है। इस दौरान दुनिया ने बड़ी आपदा देखी है। भारत दुनिया के ग्रोथ में अकेले 15 प्रतिशत का योगदान दे रही है। सरकार अर्थव्यवस्था के तीनों स्तंभों मैक्युफैक्चरिंग, सर्विसेज और एग्रीकल्चर को बराबर महत्व दे रही है। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण के दौरान आपातकाल का भी मुद्दा उठाया। राष्ट्रपति ने आपातकाल के उस दंश का जिक्र किया, जिसे 1975 में पूरे देश ने झेला। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि आज 27 जून है। 25 जून 1975 को लागू हुआ आपातकाल संविधान पर बड़े और सीधे हमले का काला अध्याय था। उस दौरान पूरे देश में हाहाकार मच गया था। लेकिन ऐसी असंवैधानिक ताकतों पर देश ने जीत हासिल करके दिखाई। क्यों कि भारत के मूल्य में गणतंत्र की परंपराएं रही हैं। राष्ट्रपति के ऐसा बोलते ही पीएम मोदी ने मेज थपथपाकर उनकी इस बात का समर्थन किया। राष्ट्रपति ने जब आपातकाल पर बोला तो संसद में हंगामा मच गया।हर तरफ विपक्ष के हंगामे की आवाज गूंजने लगी।सभी महत्वपूर्ण मुद्दों को राष्ट्रपति मुर्मु ने अपने अभिभाषण में सम्मिलित किया। वहीं, राष्ट्रपति ने अपने भाषण के दौरान पेपर लीक को लेकर सरकार द्वारा लाए गए कानून का भी जिक्र किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि भविष्य में कोई पेपर लीक ना हो इसके लिए सरकार सख्त उपाय कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि इसे लेकर पिछले दिनों कानून भी आ चुका है। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में आगे कहा कि सरकार का प्रयास है कि देश के युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का उचित अवसर मिले। राष्ट्रपति के इतना कहने पर विपक्ष एक बार फिर सदन के अंदर शोर मचाना शुरू कर दिया। बजट का जिक्र करते हुए स्पीच के दौरान राष्ट्रपति बोलीं, आने वाले सत्र में सरकार इस कार्यकाल में पहला बजट लेकर आएगी। यह बजट सरकार की दूरगामी नीतियों और भविष्यवादी दृष्टिकोण का प्रभावशाली दस्तावेज होगा। बजट में बड़े आर्थिक और सामाजिक फैसलों के साथ कई ऐतिहासिक कदम भी देखने को मिलेंगे।ष् उन्होंने यह भी दावा किया कि सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन के संकल्प ने भारत को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनाया है। किसानों को लेकर राष्ट्रपति ने कहा, श्पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 3 लाख 20 हजार करोड़ रुपए दिए।नए साल के कार्यकाल के शुरुआत में ही किसानों को 20 हजार करोड़ से अधिक की राशि ट्रांसफर की जा चुकी है। खरीफ फसलों के एमएसपी पर रिकॉर्ड बढ़ोतरी की है। ऑर्गेनिक उत्पादों की डिमांड को देखते हुए सप्लाई चेन को सशत्तफ किया जा रहा है। आजकल दुनिया में जैविक उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ रही है। देश के किसानों के पास इस मांग को पूरा करने की पूरी क्षमता है, इसलिए सरकार प्राकृतिक खेती और इससे जुड़े उत्पादों की सप्लाई चेन को सशत्तफ कर रही है। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में जलवायु परिवर्तन का भी जिक्र किया। राष्ट्रपति ने कहा, श्आने वाला समय ग्रीन एरा यानि हरित युग का है। सरकार इसके लिए भी हर जरूरी कदम उठा रही है। हम हरित उद्योगों पर निवेश बढ़ा रहे हैं, जिससे ग्रीन जॉब भी बढ़े हैं। सरकार ग्रीन एनर्जी और ग्रीन मोबिलिटी पर बड़े लक्ष्यों के साथ काम कर रही है। प्रदूषण और साफ सुधरे शहरों पर पिछले 10 साल से काम किया जा रहा है। इसके अलावा, राष्ट्रपति ने हवाई यात्रा पर बोलते हुए कहा कि अप्रैल 2014 में भारत में 209 एयरलाइन रूट्स थे। अप्रैल 2024 में ये बढ़कर 605 हो हए हैं। टियर टू और टियर थ्री शहरों को फायदा हो रहा है। वहीं नेशनल हाइवे को लेकर राष्ट्रपति ने कहा नेशनल हाइवे दोगुनी रफ्रतार से बढ़ रहे हैं। उत्तर पूर्वी दक्षिणी भारत के बुलेट ट्रेन कॉरिडोर के लिए फिजिबिलिटी पर काम किया जा रहा है।