हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए प्रतिदिन 3,500 श्रद्धालुओं को ही भेजने की सीमा निर्धारित,मुख्य पड़ावों पर एसडीआरएफ तैनात
सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब और लोकपाल मंदि के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुले
जोशीमठ (उद संवाददाता)। उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब और लोकपाल मंदिर (लक्ष्मण मंदिर) के कपाट शनिवार को आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गये। इस अवसर सैकड़ों की तादाद में पहुंचे श्रद्धालुओं ने हेमकुंड साहिब में मत्था टेका। हेम कुंड साहिब के कपाट शनिवार को विधि विधान से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। हेमकुंड साहिब की यात्रा मई-जून में प्रारम्भ होकर अक्टूबर तक चलती है। इस यात्रा में आने वाले सभी यात्री ऑनलाइन और ऑफलाइन अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं और ये सभी के लिए अनिवार्य होगा। हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए सुरक्षा के दृष्टिगत प्रतिदिन 3,500 श्रद्धालुओं को ही हेमकुंड भेजने की सीमा निर्धारित की गयी है। जनपद पुलिस की ओर से श्री हेमकुंड साहिब आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। साथ ही हेमकुंड साहिब मार्ग के मुख्य पड़ावों पर एसडीआरएफ तैनात की गई है। शुक्रवार को गोविंदघाट गुरुद्वारे से पंज प्यारों की अगुवाई और सिख रेजिमेंट की बैंड की धुनों के साथ करीब 2000 श्रद्धालु यात्रा के प्रमुख पड़ाव घांघरिया के लिए रवाना हुए थे। गुरुद्वारे के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह और बीकेटीसी के उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने जत्थे को रवाना किया था, जो अपरार् तीन बजे घांघरिया पहुंचा था। इसके बाद 25 मई को सुबह साढ़े नौ बजे हेमकुंड साहिब के कपाट विधि-विधान से खोल दिए गए। शुक्रवार को सुबह छह बजे से गोविंदघाट गुरुद्वारे में गुरुवाणी का पाठ, अरदास, सबद कीर्तन और अखंड पाठ का आयोजन हुआ। इसके बाद सुबह 8 बजे गुरुद्वारे से पंचप्यारों की अगुवाई में श्रद्धालुओं का जत्था घांघरिया के लिए रवाना हुआ। श्रद्धालुओं में यात्रा को लेकर उत्साह देखने को मिला। गोविंदघाट गुरुद्वारे के प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया शनिवार को घांघरिया से सुबह करीब नौ बजे श्रद्धालुओं का जत्था हेमकुंड साहिब पहुंचा। उसके बाद सुबह साढ़े नौ बजे कपाट खोल दिए गए। घांघरिया से हेमकुंड साहिब के मार्ग पर अभी भी अत्याधिक बर्फ होने के कारण श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। मौके पर उपस्थित थानाध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद बिजल्वाण के नेतृत्व में पुलिसकर्मियों द्वारा सूझ बूझ व कार्यकुशलता से श्रद्धालुओं को सकुशल व सुरक्षित पार कराया गया। चमोली पुलिस द्वारा श्रद्धालुओं को उनकी यात्रा पूरी करने में सहारा बनकर पूर्ण प्रयास किया जा रहा है। श्रद्धालुओं द्वारा चमोली पुलिस की उत्कृष्ठ सहायता बताते हुए आभार व्यक्त कर उन्हें ढेरों आशीर्वाद दिया।