सगा साढू ही निकला कातिलाना हमले का आरोपी
32 बोर का तमंचा व कारतूस बरामद, गफलत में चली गोली
काशीपुर। कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहल्ला विशाल नगर, कुंआखेड़ा में तीन दिन पूर्व सरे शाम युवक पर फायरिंग करने वाला आरोपी कोई और नहीं बल्कि घायल का साढू ही निकला। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 32 बोर का एक तमंचा व कारतूस बरामद करते हुए आज उसे न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया। गौरतलब है कि बीते 23 सितंबर की शाम लगभग 7ः30 बजे कुआं खेड़ा विशाल नगर निवासी इंद्रपाल पुत्र राजवीर सिंह जब अपने घर के समीप मौजूद था इसी दौरान उसने अपने साडू ओमवीर यादव पुत्र राजेंद्र यादव निवासी उपरोक्त को मोबाइल फोन पर गोली चलने की सूचना दी। मौके पर जब ओमबीर पहुंचा दो साढू इंद्रपाल यादव के हाथ में गोली लगी हुई थी। पुलिस को घटना की भनक लगने पर वह भी तत्काल मौके पर पहुंच गई इस बीच घायल को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। इस मामले में पुलिस ने घायल इंद्रपाल यादव के सभी साधु ओमवीर यादव पुत्र राजेंद्र यादव की तहरीर के आधार पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करते हुए जांच शुरू किया लेकिन इसी बीच पुलिस टीम को सीसीटीवी फुटेज में कुछ ऐसे सीन दिखाई दिए जिससे मामला पूरी तरह साफ हो गया। कैमरे की फुटेज में ओमवीर यादव के हाथ से फायरिंग की घटना साफ होने पर पुलिस ने जब सख्ती की तो ओमवीर यादव ने जुर्म कुबूल कर लिया। पुलिस की पूछताछ में कातिलाना हमले के आरोपी ने बताया कि गोली गफलत में चली। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी की निशानदेही पर 32 बोर का एक तमंचा व कारतूस बरामद करते हुए धारा 307 को 308, 3/25 में तब्दील करते हुए आज उसे न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया।
करोड़ों की धोखाधड़ी का आरोपी भी रह चुका है ओमवीर
काशीपुर। कातिलाना हमले के आरोप में पकड़े गए ओमवीर यादव के खिलाफ पूर्व में भी करोड़ों की धोखाधड़ी के मामले में अभियोग पंजीकृत है। एसएसआई सतीश चंद्र कापड़ी ने बताया कि देनदारी अत्यधिक होने की वजह से कदाचित घटना को अंजाम देने का प्रयास किया गया हो। उन्होंने बताया कि घटना वाले दिन लगभग 7ः20 पर इंद्रपाल ने गाड़ी घर के समीप खड़ी कर अपने साडू को फोन किया था। सूचना पर वह हाथ में तमंचा लेकर समीप स्थित स्कूल से घर की ओर दौड़ा और गफलत में फायरिंग कर दी जो इंद्रपाल यादव के हाथ में लगी। यहां बता दें कि लगभग वर्ष भरपूर सत्य धाम मंदिर में हुए करोड़ों के घोटाले में मानव सेवा कल्याण समिति के नाम से संगठन चलाने वाला आरोपी ओमवीर यादव सुर्खियों में रहा।