चाचा-चाची के उत्पीड़न की भतीजी ने सुनायी दास्तां

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काशीपुर। माता-पिता की मौत के बाद भतीजी के साथ उसके चाचा-चाची नौकरों से भी बदतर सलूक कर रहे हैं। उत्पीड़न का यह क्रम लंबे समय से जारी है। पीड़िता ने परिजनों से निगाह बचाकर इसकी जानकारी जब अपने ननिहाल वालों को दी तो उसके नाना-नानी देहरादून से यहां काशीपुर पहुंचे और कोतवाली में पुलिस के समक्ष फफक-फफक कर रोते हुए दंपत्ति ने नातिन को आरोपियों के चुंगल से निकाल कर ऽुद को सौंपने की बात कही। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल आरोपियों को तथा उत्पीड़न की शिकार युवती को कोतवाली तलब किया है। पुलिस को दी तहरीर में प्रेमनगर देहरादून निवासी धर्मवीर छाबड़ा ने बताया कि करीब 25 वर्ष पूर्व उन्होंने अपनी पुत्री वरिंदर कौर का विवाह मानपुर रोड काशीपुर निवासी हरि से किया। दंपत्ति से 2 बच्चे हुए कंचन और सोनू दोनों बालिग हैं। कुछ वर्ष बाद हरि की मौत हो गई। परिवार का सारा बोझ वरिंदर कौर पर आ गया। वह दोनों बच्चों को किसी तरह पालती रही। इसी बीच लगभग 15 वर्ष पूर्व उसकी भी मौत हो गयी। माता पिता का साया उठ जाने के बाद कंचन और सोनू बेसहारा हो गए। इस दौरान कंचन की चाचा हरपाल पुत्र ख्यालीराम ने दोनों को यह कहकर गोद ले लिया कि उसके संतान नहीं है और वह दोनों बच्चों को अपनी संतान की तरह पालेगा। इस बीच जब हरपाल की पत्नी मां बन गई तो चाचा का मोह बच्चों की ओर से भंग होने लगा। आरोप है कि चाचा हरपाल कंचन को नौकरानी बना कर रऽे हुए हैं उसका लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है। कंचन को किसी से मिलने नहीं दिया जाता और न ही किसी से बात करने दी जाती है। कंचन ने चाचा-चाची से नजर बचाकर ननिहाल फोन कर जब अपनी दास्तां सुनाई तो नाना-नानी भावुक हो उठे। ऽबर लिऽे जाने तक इस मामले में पुलिस ने कंचन तथा उसके चाचा चाची को कोतवाली में तलब किया है।

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