सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद भी ताजमहल में पढ़ी नमाज
आगरा। ताजमहल के अंदर स्थित शाही मस्जिद में नमाज पढ़ने को लेकर विवाद गहराता ही जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद कुछ लोगों ने टिकट ऽरीदकर ताजमहल के अंदर मस्जिद में नमाज पढ़ी। जानकारी के मुताबिक, इस दौरान भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण अधिकारी और कर्मचारियों ने उन्हें रोकने की कोशिश सभी की, लेकिन वो नहीं माने। ताजमहल के अंदर नमाज पढ़ने का ये सोशल मीडिया पर विडियो वायरल हो रहा है। मस्जिद ताजमहल इंतजामिया कमेटी के नेतृत्व में मुस्लिम समुदाय के लोग सुबह 11।30 बजे माल रोड स्थित एएसआई कार्यालय में अधीक्षण पुरातत्वविद बसंत कुमार से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। वहां से लौटकर कमेटी के अध्यक्ष सैयद इब्राहीम हुसैन जैदी ने उन्हें बताया कि एएसआई से नमाज अदा नहीं करने का सुप्रीम कोर्ट का आदेश मांगा, लेकिन वे आदेश नहीं दिऽा सके।आरोप है कि सुप्रीम कोर्ट का ऐसा कोई आदेश नहीं है, सिर्फ गजट नोटिफिकेशन एएसआई द्वारा किया गया है। सैÕयद इम्तियाज अली ने कहा कि नमाज पढ़ाने के लिए पुरातत्व विभाग द्वारा इमाम की नियुत्तिफ़ भी चली आ रही है। वर्तमान में सैÕयद अली इमाम की हैसियत से नमाज पढ़ाते हैं। इन्हें विभाग द्वारा प्रतिमाह 15 रुपए दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि मंगलवार (13 नवंबर) को 12 बजे तक आदेश मिलने का इंतजार किया जाएगा, इसके बाद ताज में नमाज अदा करेंगे। दोपहर में 12 बजे के बाद विवादित बैन को ठेंगा दिऽाते हुए ताजमहल इंतजामिया कमिटी (टीएमआईसी) के सदस्यों ने मंगलवार को ताजमहल परिसर में नमाज पढ़ी। हालांकि, श्वजू टैंकश् (जहां नमाज पढ़ने से पहले नमाजी अपना शरीर साफ करते हैं) में रोज की तरह ताला ही लगा रहा और नमाजियों ने नमाज पढ़ने से पहले पीने के पानी से ऽुद को साफ किया। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 19 जुलाई 2018 को आदेश दिया था कि सिर्फ शुक्रवार को ताजमहल मस्जिद में नमाज अदा हो सकती है। साथ ही स्थानीय लोग ही यहां नमाज अदा करेंगे। शुक्रवार को ताजमहल बंद रहता है, लेकिन नमाजियों के लिए दोपहर में दो घंटे के लिए इसे ऽोला जाता है।वहीं, मामले में सीआईएसएफ का कहना था कि उनके पास ऐसा कोई आदेश नहीं आया है कि सिर्फ शुक्रवार को ही नमाज पढ़ी जाएगी। साथ ही अगर कोई टिकट लेकर प्रवेश करता है तो उसे कैसे रोका जा सकता है। हालांकि वीडियो में एक शख्स उन्हें नमाज पढ़ने से रोकता भी नजर आ रहा है।