मां नंदा-सुनंदा महोत्सव का फेसबुक पर होगा सीधा प्रसारण,शोभा यात्रा नहीं निकाली जाएगी
नैनीताल। उत्तराखंड की कुलदेवी नंदा देवी महोत्सव 23 से 28 अगस्त तक मनाया जाएगा। महोत्सव का शुभारंभ आज से होगा। हालांकि कोरोना महामारी के कारण कुमाऊंनी संस्कृति एवं परंपरा का निर्वहन करने के लिए इसे प्रतीकात्मक रूप से ही मनाया जाएगा। नंदा देवी महोत्सव की शुरुआत नैनीताल में 1902 में हुई थी और 1918 से श्रीराम सेवक सभा इसका आयोजन कर रही है। श्रीराम सेवक सभा के महासचिव जगदीश बवाड़ी ने बताया कि महोत्सव में इस बार कदली वृक्षों का नगर भ्रमण, भंडारा, प्रसाद वितरण, डोला भ्रमण जैसे आयोजन नहीं होंगे। संस्था ने श्र(ालुओं से भी मंदिर आने के बजाय घरों में रहकर मां नंदा-सुनंदा की पूजा करने की अपील की है। सिर्फ पांच-पांच सदस्य होंगे शामिल आयोजक संस्था ने प्रत्येक धार्मिक अनुष्ठान के लिए पांच-पांच सदस्यों की सूची तैयार की है। मंदिर में भत्तफों को प्रवेश नहीं मिलेगा, ऐसे में उनके लिए धार्मिक अनुष्ठानों का फेसबुक पर सीधा प्रसारण किया जाएगा। पालिका के ईओ अशोक वर्मा ने बताया कि मंदिर की साजसज्जा और लाइव टेलीकास्ट के लिए लोगों को अनुबंधित कर लिया गया है। भवाली में भी होगा आयोजन भवाली में भी महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। नंदा-सुनंदा कमेटी रविवार को मूर्ति निर्माण के लिए कदली वृक्ष लेने ल्वेशाल डोब में सुजान रजवार के आवास जाएगी और वृक्ष लाकर देवी मंदिर में सोमवार की रात मूद्दतयां बनाई जाएंगी। कमेटी के अध्यक्ष संजय वर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन के आदेशों के अनुसार कमेटी शारीरिक दूरी के तहत सभी कार्यक्रम करेगी। इस बार कदली वृक्ष समीपवर्ती खुर्पाताल से लाया जाएगा, मगर शोभा यात्रा नहीं निकाली जाएगी। मूर्ति निर्माण से लेकर अन्य आयोजन में भी पांच लोग ही भागीदारी करेंगे। मंदिर के गेट रहेंगे बंद, श्र(ालुओं को नहीं मिलेगी एंट्री महोत्सव के लिए श्रीराम सेवक सभा, प्रशासन व नगर पालिका ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस बार श्र(ालुओं को मंदिर में एंट्री नहीं मिलेगी। सभी गेट बंद रहेंगे, जहां पुलिस का पहरा रहेगा। आयोजन संस्था के सदस्यों को भी पास दिखाने के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा। शनिवार को एसडीएम विनोद कुमार, सीओ विजय थापा ने निरीक्षण कर महोत्सव को लेकर पालिका और रामसेवक सभा की ओर से की जा रही तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान श्रीरामसेवक सभा महासचिव जगदीश बवाड़ी, उपाध्यक्ष मनोज जोशी, प्रो. ललित तिवारी, कोतवाल अशोक कुमार, बसंत पांडे, सुरेश मेलकानी, बसंत जोशी, गणेश बहुगुणा, रमेश ढैला आदि भी मौजूद रहे।