बैरिकेटिंग पर खड़े किए व्यापार मंडल ने सवाल, पुलिस ने नकारा
काशीपुर। त्योहारी सीजन में बाजारों में चहल-पहल तेज होने के कारण पुलिस द्वारा महत्वपूर्ण स्थानों पर लगाए बैरिकेडिंग पर व्यापार मंडल ने सवाल खड़ा करते हुए उसे डिवाइडर की तरह किए जाने की मांग की। व्यापारियों का कहना था कि बैरिकेडिंग लगाई जाने की वजह से उनके प्रतिष्ठानों के समक्ष दोपहिया वाहनों की कतार लगती जा रही है। फिलहाल पुलिस ने आम लोगों की सुरक्षा को गंभीरता से लेते हुए व्यापारियों की मांग को सिरे से खारिज कर दिया। आज अपराहन प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष राजीव सेतिया डंपी के नेतृत्व में मेन मार्केट के दर्जनों व्यापारी कोतवाली पहुंच गए। उन्होंने प्रभारी कोतवाल सतीश चंद कापड़ी से मुलाकात कर शिकायत दर्ज कराते हुए मेन मार्केट से बैरिकेडिंग हटाए जाने की मांग की। व्यापारियों ने कहा कि बैरिकेडिंग लगाए जाने की वजह से उनके प्रतिष्ठानों के समक्ष दोपहिया वाहनों का रेला लग जाता है। इसकी वजह से व्यापार प्रभावित हो रहा है। व्यापारियों की शिकायत पर प्रभारी निरीक्षक ने मौके का बारीकी से निरीक्षण करने के बाद व्यापारियों को आश्वस्त कराया कि उनकी दुकानों के समक्ष यदि वाहन खड़े हुए तो उनका चालान किया जाएगा लेकिन प्रभारी कोतवाल सतीश चंद्र कापड़ी ने यह भी कहा कि बैरिकेडिंग यथावत लगी रहेगी। उन्होंने कहा कि सन्निकट नवरात्र के समापन विजयादशमी, धनतेरस, दीपावली, भैया दूज, छठ पूजा आदि के मद्देनजर यादी बैरिकेडिंग नहीं लगाई जाती तो बाजारों में हालात बद से बदतर हो जाएंगे। एसएसआई ने कहा कि समाज की सुरक्षा व व्यवस्था को बेहतर बनाए रखना उनका पहला कर्तव्य है इसलिए किसी एक व्यक्ति के लिए व्यवस्था में परिवर्तन नहीं किया जा सकता।
नियमों की हो रही अनदेखी
काशीपुर। मेन मार्केट समेत नगर की प्रमुख बाजारों में बैठे व्यापारी कोविड-19 के सभी नियम कायदों को दरकिनार कर महामारी के खतरे को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं। जानकारों का कहना है कि बाजार का यदि औचक निरीक्षण किया जाए तो 90» से भी अधिक दुकान दार बगैर मास्क मिल जाएंगे। बाजारों में सामाजिक दूरी का भी बुरा हाल है। इसके अलावा प्रतिष्ठानों पर सेनिटा इजर आदि भी नदारद देखे जा रहे हैं। ऐसे में त्यौहारी सीजन में यदि खरीदारी करने के लिए भीड़ भरे मार्केट में आना है तो महामारी के खतरे से खुद ही बचाव करना होगा।