पुलिस ने आंदोलित श्रमिकों को खदे़डा
रुद्रपुर। विभिन्न मांगों को लेकर कई दिनों से अनशन पर बैठे इंटरार्क और मिंडा के श्रमिकों को पुलिस ने जबरन वहां से उठा दिया। इस दौरान उनकी तीखी नोंकझोंक हुई। श्रमिकों का आरोप है कि पुलिस ने उनका टैंट आदि भी फाड़ दिया तथा जबरन बसों में भरकर गांधीपार्क भेज दिया। जहां श्रमिकों को पूरी रात कडाके की ठंड में ऽुले आसमान के नीचे रात गुजारनी पडी और कई महिला व पुरुष श्रमिकों की तबियत ऽराब हो गयी और प्रातः श्रमिकों ने एंबुलैंस बुलाकर श्रमिकों को एंबुलैंस से हाँस्पिटल भेजे गये लेकिन यहा के विधायक, शासन प्रशासन डीएम एसडीएम कोई भी श्रमिकों की समस्या सुनने के लिए तैयार नही है। गतरात्रि स्पार्क मिंडा के श्रमिक डीएलसी कार्यालय में धरने में बैठे हुए थे और दुबारा पुलिस प्रशासन भारी संख्या में पुलिस फोर्स लेकर डीएलसी कार्यालय पहुँचे जहां से उन्हें जबरन उठा लिया गया तथा सभी श्रमिकों को गाड़ियों में भरकर डीएलसी कार्यालय से गांधी पार्क भेजा गया। और रात में ऽाने की व्यवस्था इंटार्क श्रमिक संगठन के द्वारा की गयी लिए सभी श्रमिकों ने ऽुले आसमान के नीचे कड़ाके की ठंड में रात गुजारनी पडी। श्रमिकों का आरोप है कि उत्तराऽंड सरकार शासन प्रशासन डीएम एसडीएम सभी की मिलीभगत होने के कारण आज उत्तराऽंड में श्रमिकों को इस कडाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है लेकिन कोई भी श्रमिकों की सुनने वाला नहीं है वहीं आमरण अनशन का छठा और धरने का 77वां दिन भी जारी रहा जहां सपना , जमुना, मदन बोरा व प्रकाश भट्टð आमरण अनशन में बैठे हैं।