नहीं आकर भी तराई को भाजपामय कर गये मोदी
नरेश जोशी
रुद्रपुर। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही रुद्रपुर नहीं पहुंच पाए किंतु उनका जादू लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा था। यह कहने में कोई संदेह नहीं कि प्रधानमंत्री मोदी ने रुद्रपुर नहीं पहुंच कर भी तराई में अपनी ताकत का एहसास विरोधियों को करा दिया। मोदी की इस महारैली ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले तराई के क्षेत्र में भाजपाइयों को संजीवनी देने का काम किया है। भाजपा की रैली के दौरान लोगों में मोदी को सुनने के लिए उत्साह चरम पर था। क्षेत्र के बुजुर्ग बताते हैं कि कभी तराई में इस तरह का माहौल स्वर्गीय राजीव गांधी और इंदिरा गांधी को लेकर हुआ करता था। आज नरेंद्र मोदी ने उनकी लोकप्रियता को भी पीछे छोड़ दिया है। मोदी की जनसभा की बात करें तो उन्हे 2.55 पर रुद्रपुर पहुंच जाना था जिसके चलते भीड़ मोदी मैदान में 12 बजे से ही जुटने लगी। हल्की बूंदाबांदी के बीच लोगों में उत्साह कम नहीं हुआ और तीन बजते- बजते भीड़ ने रिकॉर्ड कायम कर दिया। मौसम को बनते बिगड़ते देख भाजपाइयों के चेहरे पर मायूसी तो देखी जा रही थी किंतु बढ़ती भीड़ ने उनके चेहरे खिला दिए। समय बीतता चला गया और 5 बजे के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि खराब मौसम के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं पहुंच पा रहे हैं जिसके बाद भीड़ बिखरनी शुरू हो गई। किंतु भीड़ के उत्साह से यह अंदाजा अवश्य लगाया जा रहा था कि अगर यह विश्वास दिलाया जाता कि मोदी 6बजे तक पहुंचेंगे तो उनको देखने वाले लोग अंधेरा होने तक उनका इंतजार करते रहते। खराब मौसम के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रुद्रपुर नहीं आ पाये किंतु मोबाइल के माध्यम से उन्होंने अपनी बात लोगों तक पहुंचा दी। बता दें कि लोकसभा चुनाव नजदीक है जिसको लेकर पूरे देश में भाजपा और कांग्रेस अपने पक्ष में माहौल बनाने की पूरी कोशिश कर रही है। बीते रोज रुद्रपुर में नरेंद्र मोदी की जनसभा होनी थी जिसको लेकर भाजपा ने अपनी पूरी ताकत भीड़ जुटाने में लगा दी। रुद्रपुर के मोदी मैदान में उम्मीद से ज्यादा भीड़ को देखकर भाजपाइयों के चेहरे खिल गए। आम आदमी की बात करें तो लोगों का यह कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव और इंदिरा गांधी की लोकप्रियता को भी पीछे छोड़ दिया है। हाईटेक जमाने में जहां सोशल मीडिया जनसंपर्क का एक मजबूत आधार बन गया है वहीं बदलते समय के साथ तराई में संसाधन भी बढ़ गए हैं। यही बड़ा कारण है कि नरेंद्र मोदी को सुनने के लिए उत्तर प्रदेश के बरेली, पीलीभीत,रामपुर के साथ ही समूची तराई भर से लोग एकत्रित हो गए थे लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मोदी की इस महारैली ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के इस तराई क्षेत्र में भाजपा को बेहद मजबूत करने का काम कर दिया।