देवभूमि में पहली बार ’रणजी‘ ट्राफी कल से,उत्तराखंड और बिहार में होगी भिडंत
देहरादून। एक नवम्बर से दून के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रि केट स्टेडियम में रणजी ट्राफी मैच शुरू होने जा रहा है। पहला मैच उत्तराखंड की टीम का बिहार से होगा। बिहार की टीम सोमवार की शाम दून पहुंच गई है। मंगलवार को रायपुर स्थित क्रि केट स्टेडियम में बिहार और उत्तराखंड दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने नेट पर पसीना बहाया। पहली बार उत्तराखंड की टीम रणजी ट्राफी मैच खेलने के लिए उतरेगी। मंगलवार को उत्तराखंड और बिहार की टीमों ने राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रि केट स्टेडियम में अभ्यास किया। उत्तराखंड की टीम कोच भाष्कर पिल्लई के साथ क्रि केट स्टेडियम में पहुंची। करीब तीन घंटे तक टीम ने बल्लेबाजी, गेंदबाजी और कैचिंग का अभ्यास किया। उल्लखेनीय है कि पहली बार देवभूमि उत्तराखंड की टीम को रणजी ट्राफी मैच खेलने का सपना साकार होने जा रहा है। एक नवंबर से दून के राजीव गांधी क्रि केट स्टेडियम में रणजी ट्राफी का पहला मैच बिहार की टीम के साथ खेला जाएगा। इसी के साथ प्रदेश की टीम रणजी मैच में पर्दापण करेगी। रणजी मैच होने से प्रदेश के खिलाड़ियों को बाहरी राज्यों के लिए पलायन नहीं करना पडेगा। इसके साथ ही आईपीएल व अन्य अंतर्राष्र्टीय मैच भी खेलने को मिल सकेंगे। प्रदेश में उत्तराखंड राज्य कंसेसस कमेटी के गठन के बाद उत्तराखंड की टीम को बीसीसीआई के घरेलु मैचों में खेलने का अवसर मिलने लगा है। बीते 18 वर्षो से मान्यता के लिए तरस रही उत्तराखंड के खिलाड़ियों को बीसीसीआई के घरेलु क्रि केट मैचों में अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलने लगा है। प्रदेश में चार क्रि केट एसोसिएशन के आपसी झगड़े के चलते उत्तराखंड को बीसीसीआई से मान्यता नहीं मिल पा रही थी। कोर्ट के आदेश पर बीसीसीआई द्वारा राज्य में क्रि केट संचालन के लिए उत्तराखंड राज्य कंसेसस कमेटी का गठन किया। जिससे बाद से उत्तराखंड के खिलाड़ियों को बीसीसीआई के घरेलु क्रि केट मैच खेलने का मौका मिल रहा है। विजय हजारे ट्राफी, वीनू मांकड ट्राफी के साथ ही अब उत्तराखंड की टीम को रणजी मैच खेलने जा रही है। एक नवंबर से दून के राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रि केट स्टेडियम में रणजी मैच का आयोजन हो रहा है। रणजी ट्राफी का पहला मैच एक से चार नवंबर तक उत्तराखंड का बिहार के साथ होगा। रणजी मैच में पर्दापण के साथ ही राज्य के लिए खिलाड़ियों के लिए एक नवंबर का दिन ऐतिहासिक होगा। क्योंकि राज्य गठन के 18 वर्षो के बाद उत्तराखंड की टीम को पहली बार रणजी मैच खेलने के लिए उतर रही है। रणजी मैच के लिए उत्तराखंड की टीम तैयार है। रणजी मैचों के होने पर अब खिलाड़ियों को दूसरे राज्यों की ओर रूख नहीं करना पडेगा। क्योंकि अब प्रदेश की टीम से ही खिलाडियों को रणजी ट्राफी व अन्य मैचों को खेलने का मौका मिलेगा और टीम का हिस्सा बनकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन भी दिखाएंगे।