किसान पेंशन से ‘मुंह मोड़’ रहे उत्तराखंड के किसान
लगातार घट रहे हैं समाज कल्याण विभाग की किसान पेंशन के लाभार्थी, नए आवेदकों की संख्या भी हो रही है प्रतिवर्ष कम
देहरादून। राज्य में दो एकड़ तक की काश्तकारी करने वाले 60 वर्ष की आयु पर कर चुके किसानों को समाज कल्याण विभाग द्वारा दी जाने वाली किसान पेंशन से उत्तराखंड के किसानों का अब मोह भंग होने लगा है ।फल स्वरुप किसान पेंशन योजना के लाभार्थियों की संख्या तो घट ही रही है ,साथ ही साथ समाज कल्याण विभाग को किसान पेंशन के लिए प्राप्त होने वाले आवेदनों की संख्या में भी लगातार कमी आ रही है ।बताना होगा कि प्रदेश में दो एकड़ तक की खेती करने वाले 60 साल से ऊपर के बुजुर्ग किसानों को समाज कल्याण विभाग हर माह 1200 रुपये पेंशन देता है,लेकिन किसानों की रुचि इस योजना में लगातार घट रही है। बुजुर्ग पेंशन से किसान पेंशन की राशि कम होने को इसका कारण माना जा रहा है। उल्लेखनीय है कि किसान पेंशन योजना में 1200 रुपये मिलते हैं, जबकि वृद्धावस्था पेंशन 1500 रुपये है। साथ ही वृद्धावस्था पेंशन के लिए पति और पत्नी दोनों ही आवेदन कर सकते हैं ,जबकि किसान पेंशन के लिए केवल भूमि स्वामी किसान ही आवेदन कर सकता है, उसकी पत्नी किसान पेंशन योजना की पात्र नहीं होती। समाज कल्याण विभाग की माने तो आयु बढ़ने के कारण खेती नहीं कर पाने और बुजुर्ग पेंशन योजना में पति-पत्नी दोनों की ओर से आवेदन करने का नियम शुरू होने के बाद से यह बदलाव आया है।।विभाग के अनुसार ऐसे किसानों को योजना से बाहर कर दिया जाता है ,जो खेती किसानी करने में अक्षम हो जाते हैं। ऐसे किसानों बुजुर्ग पेंशन योजना में सम्मिलित कर लिया जाता है। समाज कल्याण विभाग की सहायक निदेशक ने मीडिया के समक्ष किसान पेंशन योजना के ताज आंकड़े रखते हुए बताया कि खेती कम होने और कृषि कार्य करने में अक्षम होने के साथ योजना में राशि कम होने से किसान पेंशन योजना में आवेदन घटे हैं । उनके अनुसार समाज कल्याण की वृद्धावस्था पेंशन, जिसके अंतर्गत बुजुर्गों को हर माह 1500 रुपये पेंशन मिलती है, किसानों को अब अधिक आकर्षित कर रही है। इस योजना में बीते एक वर्ष में लाभार्थियों की संख्या 34,637 बढ़ी है। साल 2023-24 में जहां 530456 लाभार्थी वृद्धावस्था पेंशन ले रहे थे, वहीं वर्तमान में यह संख्या 565093 हो गई है। दूसरी तरफ किसान पेंशन योजना में बीते वर्ष 930 लोगों ने आवेदन किया था, जबकि इस साल समाज कल्याण विभाग के पास केवल 913 आवेदन ही पहुंचे हैं। इसके साथ ही योजना का लाभ लेने वालों में भी कमी आई है।वर्ष 2023-24 में योजना का लाभ 27695 किसान ले रहे थे, जबकि अब मात्र 27439 किसान ही
किसान पेंशन का लाभ ले रहे हैं ।