सीएम ने दिल्ली में डाला डेरा : कैबिनेट और भाजपा संगठन में बदलाव संभव
अनिल बलूनी और महेंद्र भट्ट के बयान से राजनीतिक महौल गरमाया
देहरादून। उत्तराखंड में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और धामी मंत्रीमण्डल में फेरबदल को लेकर चल रही चर्चाओं पर शीघ्र ही विराम लग सकता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिल्ली में प्रवास के बाद फेरबदल पक्का माना जा रहा है। अब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी के बयान केबाद उत्तराखंड की राजनीति गरमा गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आज शनिवार को भी दिल्ली में रूकने के चलते उत्तराखण्ड की राजधानी का पारा बढ़ गया है। माना जा रहा है कि वर्ष 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल में रिक्त चल रहे चार मंत्री पदों को लेकर विधायकों की किस्मत जाग सकती है। मुख्यमंत्री श्री धामी के दिल्ली रहते भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के बयान ने फेरबदल की चर्चाओ को और बल दे दिया हैं। श्री भट्ट ने कहा कि यह अनुकूल समय है और सरकार मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकती है। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार और किसे मंत्रिमंडल में जगह देनी है, किसे नहीं, यह मुख्यमंत्री के विवेकाधिकार का विषय है। इस संबंध में वह पार्टी के केंद्रीय पदाधिकारियों से विमर्श कर रहे हैं। वही गढ़वाल सांसद एवं भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी के आये बयान से कयास लगाये जा रहे है कि मौजूदा मंत्रिमंडल में भी परिवर्तन हो सकता है। कोटद्वार में दिए गए बयान से राजनीतिक हलचल और बढ़ गई है। मंत्री प्रेमचन्द्र अग्रवाल के बयान पर वह काफी रोषित नजर आये। बलूनी का यह कहना कि उन्होंने पार्टी फोरम पर मजबूती के साथ अपनी बात रख दी है के कई मायने निकले जा रहे है। भाजपा नेतृत्व को राज्य में नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर भी निर्णय लेना है। नए मुख्य सचिव भी तय होने हैं। उत्तराखण्ड में परिवर्तन का यह सही समय माना जा रहा है। सरकार लोकसभा चुनाव, विधानसभा सीटों पर उपचुनाव और अब स्थानीय निकायों के चुनाव से प्रफी हो चुकी है। ऐसे में पार्टी के भीतर अब कैबिनेट विस्तार और उससे आगे बदलाव की संभावना से इंकार नही किया जा सकता है। बहरहाल मुख्यमंत्री श्री धामी के दिल्ली में रूकने और उनके वहां पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से प्रस्तावित मुलाकातों के चलते प्रदेश में राजनीति गरमा गई है तो वही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट और गढ़वाल क्षेत्र से सांसद के साथ भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी के सामने आये बयान के बाद यह तय माना जा रहा है कि मंत्रीमण्डल में विस्तार के साथ वहां किसी मंत्री को हटाने के साथ-साथ मंत्रियों के विभागों को भी बदला जा सकता है।