विस अध्यक्ष ऋतू खंडूरी ने मंत्री और विधायक की नोकझोंक का मामला आदर्श आचार समिति को सौंपा
कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट ने शराब पीकर सदन में आने के आरोप पर जताई कड़ी आपत्ति
देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा के सत्र का आज दूसरा दिन है। सत्र के दूसरे दिन विधानसभा में शराब का मुद्दा गरमाया हुआ है। बता दें सत्र के पहले दिन कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट पर संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने शराब पीकर सदन में आने का आरोप लगाया था। मंत्री के आरोप के बाद सत्र क दूसरे दिन सदन में जोरदार हंगामा देखने को मिला।सत्र में पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट और संसदीय मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बीच तीखी नोंक-झोंक देखने को मिली थी। इस दौरान कांग्रेस विधायक पर संसद में अपशब्दों का इस्तेमाल करने के आरोप लगे। प्रेमचंद अग्रवाल ने कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट पर आरोप लगाए कि वे शराब पीकर सदन में आए थे।मामले ने तूल सत्र के दूसरे दिन पकड़ा जब बीजेपी की महिला विधायकों ने कांग्रेस विधायक के अशोभनीय शब्दों की निंदा कर विधानसभा अध्यक्ष से कार्रवाई की मांग की। मामले को तूल पकड़ता देख विस अध्यक्ष ऋतू खंडूरी ने मामले को आदर्श आचार समिति को सौंप दिया। संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और बीजेपी की महिला विधायकों के इन गंभीर आरोपों के बाद कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट ने कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि प्रेमचंद अग्रवाल को या तो माफी मांगनी चाहिए अगर वो ऐसा नहीं करते हैं तो वह उन्हें मानहानि का नोटिस भेजेंगे। कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट का कहना है कि एक पहाड़ी विधायक को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। जो सही नहीं है। इस पूरे विवाद पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतू खंडूरी ने निंदा करते हुए कहा कि सदन में इस तरह का हंगामा और आरोप-प्रत्यारोप बिलकुल उचित नहीं है। संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने जहां कांग्रेस विधयक के आचरण को लेकर शराब पी कर आने की आशंका जताई। वहीं कांग्रेस विधयक ने उनका मेडिकल चेकअप कराने की बात कही। संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि सदन में विपक्ष का नकारात्मक रवैया रहा। दलीय बैठक में उन्होंने शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण ढंग से सदन चलाने में सहयोग की बात कही थी। लेकिन पहले ही दिन जो आचरण किया, वह उचित नहीं ठहराया जा सकता। वेल में आकर अभद्र भाषा का प्रयोग दुर्भाग्यपूर्ण है। सदन की अपनी एक गरिमा है। सदन में सभी को अनुशासन और नियमों का पालन करना चाहिए। गौरतलब है कि गत दिवस राज्यपाल का अभिभाषण और विपक्ष के विधयकों का वेल में प्रदर्शन चल रहा था कि अचानक द्वाराहाट से कांग्रेस विधयक मदन सिंह बिष्ट और संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बीच तकरार संदन में गहमागहमी माहौल बन गया। करीब दो मिनट की तकरार के बाद सदन में बेशक मामला शांत हो गया, लेकिन सदन के बाहर मंत्री और विधायक के बीच हुए संवाद का मामला गर्म हो गया है।