केदारनाथ उपचुनाव में शराब का खेलः कार और यूटिलिटी गाड़ियों से बरामद शराब की पेटियों के साथ वीडियो वायरल
कांग्रेसियों ने काटा हंगामा: बीजेपी ने चुनाव आयोग को लिखा पत्र,कांग्रेस पर लगाया दुष्प्रचार करने का आरोप
रुद्रप्रयाग(उद संवाददाता)। केदारनाथ विधानसभा के चोपता क्षेत्र में कथित भाजपा नेता के वाहन से शराब पकड़ी गई है। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने वाहन में शराब की पेटियां पकड़कर जमकर हंगामा काटा। केदारनाथ उपचुनाव के बीच बीती रात तल्लानागपुर के चोपता में शराब बरामद होने की घटना से सियासत तेज हो गई है। एक कार और यूटिलिटी गाड़ियों से बरामद इन शराब की पेटियों को लेकर जहां एक ओर कांग्रेस ने इसे भाजपा की शराब बता चुनाव आयोग से शिकायत की है। केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में खुलेआम शराब बाटी जा रही हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि तल्लानागपुर चोपता क्षेत्र में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य की गाड़ी और एक अन्य गाड़ी में शराब बरामद हुई। वहीं शराब की पेटियों के साथ वाहन पकड़े जाने के कई वीडियो भी शोसल मीडिया पर वायरल हो रहे है। जबकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने देर रात्रि शराब की खेप पहुंचाने का आरोप लगाते हुए पुलिस प्रशासन से कड़ी कार्यवाही की मांग की है। वहीं खुलेआम शराब की गाड़ियों में शराब बांटने को लेकर अब सियासी घमासान भी छिड़ गया है। कांग्रेस ने सवाल खउत्रे करते हुए कहा कि आखिर चुनाव के दौरान निर्वाचन आयोग के जांच दल और पुलिस प्रशासन द्वारा किये जा रही व्यवस्थाओं और चैकिंग के दावे की पोल खुल गई है। वहीं दूसरी और भाजपा ने इसे कांग्रेस का षडड्ढंत्र बताते हुए चुनाव आयोग को पत्र लिखकर शिकायत की गई है। वहीं कार वाला राष्ट्रीय पार्टी का कार्यकर्ता बताया जा रहा है। रविवार देर रात कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने चोपता के नजदीक दो गाड़ियों में शराब का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया। जिसमें से एक गाड़ी राष्ट्रीय पार्टी के कार्यकर्ता की थी। इसके बाद इस स्थान पर भारी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया। जिसके बाद कांग्रेस पार्टी से प्रत्याशी मनोज रावत, पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत समेत कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से कार्रवाई की मांग की। इस दौरान मौके पर आयी पुलिस के साथ भी कार्यकर्ताओं की नोकझोंक हुई। देर रात भारी हंगामे के बाद इस पर कार्रवाई हुई। कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत का कहना है कि भाजपा चुनाव हार रही है, इसलिए हमारी नस्लों को बर्बाद करने के लिए घर-घर शराब परोसी जा रही है। जिसमें शासन-प्रशासन भी मिला हुआ है। उन्होंने चुनाव आयोग से इस मामले पर सख्त कार्रवाई करने का निवेदन किया है। वहीं दूसरी ओर भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि दुष्प्रचार के सहारे कांग्रेस फिर कुछ कारनामा करने की सोच रही है। लेकिन झूठ को सौ बार भी बोला जाए तो वह सच नहीं हो सकता। चोपता बाजार में शराब की जो गाड़ी पकड़ी गई वह किसकी है? ड्राइवर तो कांग्रेसी होने की सूचना है। हमारे भाजपा मंडल अध्यक्ष ने तत्काल मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर मामले की जांच की मांग की है। कांग्रेस शराब से भाजपा का नाम जोड़कर चुनाव को प्रभावित करने का हथकंडे अपना रही है। लेकिन जनता का क्या करेगी, उन्हें सब पता है। पहले पहाड़ को डेनिस के मकड़जाल में फंसाने वाले अब दुष्प्रचार को हवा दे रहे हैं। मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर सिंह पंवार ने चुनाव पर्यवेक्षक को भेजे पत्र में कहा कि चोपता बाजार के निकट कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए शराब सप्लाई की जा रही थी। इसकी भनक जैसे ही भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को लगी तो उनके द्वारा पुलिस को इसकी सूचना दी गई। जैसे ही कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को यह जानकारी मिली कि पुलिस उनका पीछा कर रही है। वह स्वयं वीडियो बनाने लगे व गाली गलौज करते हुए यह दुष्प्रचार करने लगे कि यह शराब भारतीय जनता पार्टी के द्वारा सप्लाई की जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि जिस संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उक्त समय पर घटनास्थल पर थे। उससे पूर्णतः स्पष्ट होता है कि यह घटना भाजपा की छवि को धूमिल करने की मंशा से पूर्व नियोजित प्रतीत होता है। सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो के माध्यम से भी स्पष्ट होता है कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता और नेता शराब के नशे में धुत थे। उनके द्वारा भारतीय जनता पार्टी का झंडा व शराब हमारे कार्यकर्ता के निजी वाहन में भी रखा जा रहा था, जो कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के साथ-साथ दंडनीय अपराध है। भाजपा जिलाध्यक्ष ने उक्त प्रकरण की जांच करते हुए दोषी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की है। दुष्प्रचार के सहारे कांग्रेस फिर कुछ कारनामा करने की सोच रही है, लेकिन झूठ को सौ बार भी बोला जाए तो वह सच नही हो सकता। चोपता बाजार मे शराब की जो गाड़ी पकड़ी गयी वह किसकी है? ड्राइवर तो कांग्रेसी होने की सूचना है। हमारे भाजपा मंडल अध्यक्ष ने तत्काल मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर मामले की जांच की मांग की है। कांग्रेस तो शराब से भाजपा का नाम जोड़कर चुनाव को प्रभावित करने का हथकंडा अपना रही है, लेकिन जनता का क्या करेगी। उसे सब पता है। पहले पहाड़ को डेनिस के मकड़जाल मे फंसाने वाले अब दुष्प्रचार को हवा दे रहे हैं।