‘तिवारी’ के बाद अब ‘त्रिवेंद्र’ पर बने गाने ने मचाया धमाल
सीएम को झांपू बताने पर भाजपाई नाराज, कांग्रेस ले रही गाने का जमकर मजा
देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता नारायण दत्त तिवारी के बाद अब मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत पर बना लोकगीत ने धमाल मचा दिया है।प्रदेश में इस गीत को लेकर जहां चर्चायें तेज हो गई है सियासत भी गरमा गई है। मुख्यमंत्री रावत पर बने गाने के खिलाफ नेहरू कालोनी थाने में अनिल पाण्डेय नामक व्यक्ति द्वारा दी गई तहरीर पर पुलिस ने गायक पवन सेमवाल और रोशन रतूड़ी सहित 13 के खिलाफ रपट दर्ज कर ली है। लोकगायक के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद कांग्रेस भी हमलावर हो गई है। गौर हो कि देवभूमि उत्तराखंड में लोकगायकों द्वारा पूर्व में भ्रष्टाचार को लेकर वर्ष 2005 में तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी पर भी एक लोकगीत बनाया गया था। नौछमी नारेणा नामक उस गीत को लेकर भी सियासत गरमा गई थी। तब कांग्रेस नेताओं ने भी कानूनी कार्यवाही करने की चेतावनी दी थी। हांलाकि गीत इतनी तेजी से लोकप्रिय हो चला कि अब भी वह हर किसी की जुबान पर आ ही जाता है। इस बार गढ़वाली गायक पवन सेमवाल ने प्रदेश में भाजपा की सरकार को लेकर नया गीत बनाया है। इसमें मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को लेकर गीत लांच किया किया है। इस लोक गीत में जहां मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को सोये हुए मुख्यमंत्री बताये गये है वहीं यूपी में योगी राज की तारीफ भी की गई है। हांलाकि इस गीत के वीडियो गीत ‘उत्तराखंडियो जागी जावा’ झांपू में कई जनमुद्दों को उकेरा गया है। जिसमें अपराधिक घटनाओं के साथ ही प्रदेश के विकास कार्यों को लेकर भी तंज कसे हैं। प्रदेश में प्रचंड बहुमत की डबल इंजन सरकार बनने के बावजूद विकास कार्यों के साथ ही मुख्यमंत्री के तथाकथित संवेदनहीन फैसलों को लेकर भी तंज कसे गये हैं। इसी बात को लेकर भाजपा के कुछ नेता विपक्षी नेताओं पर इसे षडयंत्र के तहत बनाने का आरोप मढ़ रहे हैं। इतना ही नहीं इस गीत का वीडियो भी सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। वहीं दूसरी ओर सत्तासीन भाजपा नेताओं ने इस गाने का विरोध करना शुरू कर दिया। जबकि विपक्ष के नेेता इस गीत को लगतार वायरल कर सियासी आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह पर गाना बनाने वाले गायक पवन सेमवाल सहित अन्य लोगों के खिलाफ रपट दर्ज होने पर कांग्रेस भी आक्रामक हो गई है। सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर प्रतिक्रियायें तेज हो गई है। कांग्रेस का कहना है कि गायक पर सत्ता का भय दिखाकर केस दर्ज किया गया है जो निंदनीय है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि अगर गायक पर कार्यवाही की गई तो कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे। बता दे कि देहरादून के नेहरू कालोनी थाने में दी गई तहरीर में अनिल कुमार पांडे ने आरोप लगाते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर बनाये गये इस गीत से व्यक्तिगत छवि को खराब करने की कोशिश की गई हैं इस गीत में जो बोल बोले जा रहे हैं उसमें भड़काऊ,असत्य व आधारहीन बाते कही गई है। जिससे व्यक्तिगत रूप से छवि खराब की जा रही है। मुख्यमंत्री पर गाना बनाने वाले कलाकारों के खिलाफ दी गई तहरीर में कुल 15 लोगों के नाम लिये गये हैं। जिसमें दीपक नेगी,पवन सेमवाल,रोशनी रतूड़ी, शिव प्रसाद सेमवाल, पवन सेमवाल, रवि सेमवाल, सतीश उनियाल, राहुल रतड़ी, त्रिलोक चंद्र, सविता जोशी, दीपक रावत, नितेश कुमार, अरूण सेमवाल, उदय रावत का नाम है। इधर सोशल मीडिया पर गायक पवन सेमवाल समेत उनकी टीम पर केस दर्ज कराने से बयानबाजी भी तेज हो गई है। इस ममाले में सत्ता पक्ष के लोगों पर अंगुली उठायी जा रही है और सत्ता का दबाव दिखाने का आरोप लगाया जा रहा है। वहीं कुछ लोगों ने गीत को लेकर बेवजह की राजनीति नहीं करने की नसीहत भी दी है। लोगों का यह भी कहना है कि गायक और गीत को सौहार्दपूर्ण तरीके से समझने की जरूरत है।वहीं कांग्रेस के नेता इसे पूर्व में हुए उत्तरा बहुगुणा,प्रकाश पांडे जैसे प्रक्रण पर सीएम के फरमान से जोड़कर बड़ा मुद्दा बनाने में जुट गई है। बहरहाल पूर्व सीएम रह चुके एनडी तिवारी पर बने नौछमी नारेणा की तरह इस बार सीएम त्रिवेंद्र पर बने गाने उत्तराखंडियो जागी जावा ‘झांपू’ ने हर किसी को अपनी ओर आकर्षित जरूर कर लिया है। —-एन.एस बघरी(नरदा)