नजूल भूमि वासियों को मालिकाना हक दिलाये का वायदा झूठा: बेहड़
रूद्रपुर। पूर्व मंत्री तिलक राज बेहड़ ने जारी बयान में कहा कि अब शहर की नजूल भूमि पर बसे लोगो को उजाड़ने की तैयारी चल रही है। जिस तरह से न्यायालयों में नजूल भूमि के मामले उठायें जा रहे हैं नजूल भूमि पर बसे लोगाें पर उजड़ने की तलवार लटक रही है। राज्य सरकार द्वारा कमजोर पैरवी के कारण यह हालात पैदा हो रहे हैं। श्री बेहड़ ने कहा कि रूद्रपुर में नजूल पर बसे लोगो का भविष्य 27 अगस्त को माननीय उच्च न्यायालय में तय होने वाला है। अगर राज्य सरकार ने मजबूत तरीके से नजूल पर बसे लोगो का पक्ष नही रखा तो इसका खामियाजा भाजपा सरकार को भुगतना पडे़गा। जिस तरह पहले रूद्रपुर, गदरपुर, खटीमा, देहरादून शहरों में अतिक्रमण के नाम पर बर्बादी हो रही है उसी तरह गरीबों पर अतिक्रमण को लेकर गाज गिरेगी। यदि ऐसा होता है तो इसके लिये भाजपा पूर्ण रूप से जिम्मेदार होगी। श्री बेहड़ ने कहा कि भाजपा की सरकार ने नजूल नीति लाने का आश्वासन देकर जिस तरह से वोट लिये है। आज भाजपा ने गरीब जनता से मुह फेर लिया है। भाजपा सरकार ने जानबूझकर कांग्रेस सरकार के समय की नजूल नीति को रोककर जो कदम उठाया है वह भाजपा के लिये आत्मघाती सिद्ध होगा। कांग्रेस सरकार ने नजूल नीति लागू कर दी थी। उसका अध्यादेश भी लागू हो चुका था, उसकी नियमावली भी सरकार ने बना दी थी, उसपर कार्यवाही प्रारम्भ हो गई थी। लेकिन भाजपा सरकार ने जानबूझकर कांग्रेस नजूल नीति को रोक दिया व अपनी आधी-अधूरी नजूल नीति लेकर आई जिसका आज तक कुछ पता नहीं। न ही अध्यादेश जारी हुआ न ही कुछ। मात्र कैबिनेट में पास कर वाहवाही लूटने का काम किया। इतना ही नही भाजपा के नेताओं ने गरीबों का मजाक बनाते हुये अलग-अलग गुटों में बटकर जलूस निकाले व मलिन बस्तियों में जाकर वाहवाही लूटी। श्री बेहड़ ने कहा कि नजूल नीति को लेकर वाहवाही लूटने वाले भाजपा जनप्रतिनिधि आज कहां है? क्यों नहीं अपनी सरकार के खिलाफ बोलते? पिछले एक साल से सरकार जनता का मजाक बना रही है। अच्छा होता के आज कांग्रेस की नजूल नीति लागू होती तो प्रदेश की जनता को यह दिन देखने को नही मिलता। आज प्रदेश में नजूल भूमि पर रहने वालो गरीबों का अस्तित्व खतरे में है। अगर एक भी किसी गरीब का घर प्रशासन ने तोड़ा तो भाजपा के विधायक,मुख्यमंत्री व भाजपा सरकार जिम्मेदार होगी।