सुरक्षित मातृत्व अभियान में फुटेला अस्पताल ने की सहभागिता
रूद्रपुर। केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में रूद्रपुर के प्रतिष्ठित फुटेला अस्पताल ने भी अपनी सहभागिता करते हुए जरूरतमंद गर्भवती महिलाओं को इस अभियान का लाभ पहुंचाया। इसके तहत अस्पताल की महिला चिकित्सक डा0 शिवकी ने किच्छा के राजकीय अस्पताल में शिविर लगाकर 50 से अधिक गर्भवती महिलाओं की जांच की और उन्हें जच्चा बच्चा की सुरक्षा के लिए आवश्यक परामर्श भी दिया। उल्लेखनीय है कि गर्भवती महिलाओं को व्यापक और गुणवत्तायुक्त प्रसव पूर्व देखभाल प्रदान करने के लिए भारत सरकार ने सुरक्षित मातृत्व अभियान शुरू किया है। इस योजना के तहत प्रत्येक माह की 9 तारीख को गर्भवती महिलाओं को बेहतर देखभाल करने के लिए चिकित्सकीय सुविधा एवं परामर्श देने की व्यवस्था की जाती है। इस अभियान में निजी क्षेत्र के चिकित्सकों से भी स्वैच्छिक सेवाएं देने की अपेक्षा की गयी है। सुरक्षित मातृत्व अभियान में सबसे पहले रूद्रपुर स्थित फुटेला अस्पताल ने अपनी सहभागिता देने के लिए हाथ बढ़ाए हैं। फुटेला अस्पताल की ओर से किच्छा के राजकीय चिकित्सालय में बृहस्पतिवार को विशेष शिविर आयोजित किया गया। जिसमें अस्पताल की जच्चा बच्चा रोग विशेषज्ञ डा0 शिवकी ने 50 से अधिक गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच की और आवश्यक परामर्श भी दिया। डा0 शिवकी ने महिलाओं को बताया कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखन चाहिए। इसमें लापरवाही से बच्चे के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है। डा0 शिवकी ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को आहार पर भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को पोषक तत्व मिलना आवश्यक है। इसके अभाव में प्रसव के दौरान दिक्कतें आ सकती है। उन्होंने कहा कि सुरक्षित प्रसव के लिए सभी महिलाओं को जागरूक होना चाहिए। इसके लिए उन्हें गर्भावस्था से सम्बधित जानकारियां समय समय पर अवश्य लेनी चाहिए। डा0 शिवकी ने महिलाओं को प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के अंतर्गत दिये जाने वाले लाभों के बारे में भी विस्तार से बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि सामाजिक सहभागिता के तहत फुटेला अस्पताल की ओर से भविष्य में भी सुरक्षित मातृत्व अभियान में अपना योगदान दिया जाएगा। इस दौरान शिविर में करनदीप कौर, अस्पताल के पीआरओ जसदीप सिंह सहित किच्छा सरकारी अस्पताल के कर्मचारी भी मौजूद थे।