अश्लील क्लीपिंग से “ब्लैकमेलिंग” का भंडाफोड़
फर्जी पत्रकारों ने पहले बनायी महिला की अश्लील क्लीपिंग फिर की एक लाख की डिमांड
देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड में पत्रकारिता के नाम पर ब्लैकमेलिंग करने घटनायें आम हो गई है। जनपद ऊधमसिंह नगर के बाद अब देहरादून जिले की सहसपुर पुलिस ने एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए चार तथाकथित फर्जी पत्रकरों समेत एक अन्य युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 25 हजार नगद, 25 हजार का चेक, चार मोबाईल, घटना में प्रयोग की गई कार, आरोपियों की प्रेस आईडी, एक माईक और एक कैमरा बरामद किया है। एक महिला की शिकायत के बाद पुलिस ने खुलासा किया है कि पीड़ित महिला विकास नगर में किराये पर रहती है। उसने पूछताछ में बताया कि वह अपनी छोटी बहन के साथ सहसपुर में फास्ट फूड की दुकान चलाती है। बीते दिवस वह अपनी बहन से ईलाज के लिये पैसे मांगने गई तभी वहां मौजूद एक व्यक्ति ने उसे पैसे देने की बात कही साथ ही बदले में शारीरिक संबंध बनाने की डिमांड कर दी। महिला ने बताया कि उसे पैसे की जरूरत थी। इसलिये उसकी बात मान कर वह उसके साथ चली गई। उसने बताया कि जब वह उसके साथ कमरे में गई तो उसने अपने चार अन्य साथियेां को मैसेज किया और उन्हें वहां बुला लिया। चार लोगों के वहां पहुंचने पर वह घबरा गई । उनके पास मीडया के प्रेस कार्ड और माईक थे। इतने में उन्होंने महिला की अश्लील क्लीपिंग बनानी शुरू कर दी। उन्होंने वीडियो बनाकर उसे दिखाया इस बीच एक यवुक ने अपने साथी को फोन से वीडियो वायरल कर दी। पांच युवकों ने उसे धमकाया और कहा कि वह वेलकम न्यूज चैनल के पत्रकार है। इतना ही नहीं उन्होंने महिला से एक लाख रूपये की डिमांड की और नहीं देने पर वीडियो सोशल मीडिया में वायल करने की धमकी देने लगे। पीडिया ने बताया कि वह किसी तरह उनके चंगुल सेछूटी और अपने जीजा और बहन को घटना की जानकारी दी। महिला ने बताया कि उसकी बहन ने अपना मंगल सूत्र बेचकर उसकी लाज बचाने के लिये आरापिंयो को 25 हजार रूपये नकद और 25 हजार का चेक दे दिया। बाद में उसने घटना की शिकायत सहसपुर पुलिस को कर दी। महिला की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपियों के विद्ध धारा 354/384 व 67 आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए ब्लैकमेलिग के मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया और आरोपियों की धड़पकड़ शुरू कर दी। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक ग्रामीण और विकासनगर क्षेत्रधिकारी के साथ थानाध्यक्ष सहसपुर के नेतृत्व में टीम का गठन किया। पुलिस टीम ने सक्रियता दिखाते हुए महिला की निशादेही पर सहसपुर से पांचो आरोपियों नवीन कुमार 39 वर्ष पुत्र यशपाल सिंह निवासी मोहल्ला अजीत नगर थाना विकासनगर तथाकथित पत्रकार वेलकम न्यूज,रवि कुमार 30 वर्ष पुत्र महेंद्र कुमार निवासी ग्राम बेरागीवाला थाना सहसपुर प्रभारी वेलकम न्यूज, हरीश गर्ग 26 वर्ष पुत्र अशोक कुमार गर्ग निवासी डाकपत्थर थाना विकासनगर प्रभारी न्यूज, अशरद 22 वर्ष पुत्र अफजल निवासी ग्राम सहसपुर थाना सहसपुर इेहरादून स्टाफ रिपोर्टर न्यूज चैनल व शिवम 20 वर्ष पुत्र राजेश कुमार निवासी टीचर्स कालोनी थाना सहसपुर को गिरफ्रतार कर लिया है। पुलिस नेबताया कि अभियुक्त हरीश गर्ग पूर्व में हत्या के मामले में वर्ष 2015 में हरकेश मर्डर केस में जेल जा चुका है। आरोपियों के पास से 25 हजार नगद, 25 हजार का चेक, चार मोबाईल, घटना में प्रयोग की गई कार संख्या डीएल 9सी पी 5365 , आरोपियों की प्रेस आईडी, एक माईक और एक कैमरा बरामद किया है। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि पकड़े गये चारों फर्जी पत्रकार साजिश के तहत घटनाओं को अंजाम तक पहुंचाते थे। इस घटना मं भी आरोपियों ने साजिश के तहत शुभम नामक युवक को उसकी दुकान में गा्रहक बनाकर भेजा। जब महिला से उसकी बातचीत हुई तो वह उसकी बातों में आ गई। चारों आरोपियों ने शुभम को बताया था कि जब महिला कपड़े उतारेगी तो वह उन्हें मैसेज करके वहां बुलायेगा। शुभम ने ऐसा ही किया और चारों वहां आकर उसकी अश्लील वीडियो बनाने लगे। बताया जाता है कि महिला की अश्लील वीडियो बनाकर वह उसे धमकाने लगे और सोशल मीडिया में वायरल करने की धमकी देने लगे। बाद में वह एक लाख रूपये की डिमाड करने लगे जिससे महिला डर गई। किसी तरह महिला उनके चंगुल से छूट गई और पुलिस को सुचना दी गई। बहरहाल महिला की बाहदुरी से पुलिस ने इस तथाकथित न्यूज चैनल के संगठित ब्लैकमेलिग गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया है। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष सहसपुर नरेश राठौर, उपनिरीक्षक कविंद्र राणा, बिनेश कुमार, लद्वमी जोशी, का-संदीप इजलाल, प्रवीश, श्रीकांत शामिल थे।