तराई से पहाड़ तक बारिश का कहर,जनजीवन अस्त व्यस्त

देहरादून,नैनीताल और ऊधमसिंहनगर सहित पूरे प्रदेश में नदी नाले उफान पर

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देहरादून/नैनीताल/उधमसिंहनगर,5 अगस्त। प्रदेश में हो रही मूसलाधार बरसात से जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है। पहाड़ी क्षेत्रें में जहां सड़कों पर मलबा आने से मार्ग अवरूद्ध हो गये है तो देहरादून,नैनीताल और ऊधमसिंहनगर सहित पूरे प्रदेश में नदी नाले उफान पर है जो चिंता का विषय बना हुआ है। चमोली जिले के कर्णप्रयाग के सुनाली गांव में बादल फटने से पांच मकानों को क्षति पहुंची है। घर में सो रहे एक ही परिवार के चार लोग घायल हो गए हैं, जबकि चार मवेशी जिंदा दफन हुए हैं। घायलों को ग्रामीणों की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस बीच मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 48 घंटे संवेदनशील हैं। आज तड़के सुनाली गांव के ऊपर फेरा तोक में बादल फटने से नाला उफान पर आ गया। नाले में मलबा पत्थर आने से पांच मकानों को क्षति पहुंची। घर में सो रहे ग्रामीण घायल हुए हैं। गांव के निवासी लक्ष्मण सिंह ने बताया कि ग्रामीणों ने ही रेस्क्यू कर मलबे में फंसे लोगों को निकलकर चिकित्सालय भेजा है। घायलों में दिनेश लाल, बीना देवी, सरिता सहित एक अन्य महिला शामिल हैं। जिलाधिकारी स्वाती एस भदौरिया ने बताया कि आपद राहत टीम मौके के लिए भेज दी गई है। इस गांव में 2013 में भी बादल फटने से तबाही हुई थी । ग्रामीण दहशत में हैं । तथा बारिश के दौरान गांव छोड़ सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। शनिवार को पौड़ी से लेकर पिथौरागढ़ और देहरादून से ऊधमसिंह नगर तक रुक-रुक कर बौछारें पड़ती रहीं। सड़कों पर मौसम का कहर जारी है। पहाड़ दरकने से प्रदेश में 115 से ज्यादा सड़कें बंद हैं। कुमाऊं पिथौरागढ़ जिले में थल-मुनस्यारी और तवाघाट- सोबला मार्ग भी बंद है। दूसरी ओर गढ़वाल मंडल में चार धाम यात्र मार्गों पर मलबा आने का क्रम जारी है। टिहरी जिले में गंगात्री हाईवे करीब एक घंटे बाधित रहा। इसके अलावा यमुनोत्री हाईवे पर भी आवाजाही नहीं हो पा रही है। तीर्थनगरी व आसपास क्षेत्र में बीती रात से लगातार बारिश जारी है। बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर हैं। सांग नदी में उफान के चलते तीसरे दिन भी गौहरी माफी गांव का संपर्क कटा हुआ है। गौहरी माफी गांव में 3 दिन से आवाजाही ना होने के चलते लोग गांव में ही कैद होने को मजबूर हो गए हैं। उधर, चंद्रभागा नदी में भारी उफान के कारण चंद्रभागा बस्ती, बंगाली बस्ती, चंद्रेश्वर नगर में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। यहां पुलिस ने अलर्ट जारी कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। राज्य मौमम विज्ञान केन्द्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक आने वाले 36 घंटे दून समेत 8 जिलों पर भारी पड़ सकते हैं। इस दौरान चमोली, पौड़ी, टिहरी,रुद्रप्रयाग के अलावा नैनीताल, पिथौरागढ़ व ऊधम सिंह नगर जिलों में भारी से भारी बारिश आने की चेतावनी जारी की गई है। शासन से एसडीआरएफ व एनडीआरएफ को अलर्ट जारी किया है। हल्द्वानी-पर्वतीय इलाकों में भी कल से हो रही मूसलाधार से जन जीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है। नदी और नाले ऊफान पर आने से नदियों के आस पास बसे लोगों की चिंता बढ़ गयी है। गोला नदी का जलस्तर भी काफी बढ़ गया है। नदी के आस-पास रह रहे लोगों को तत्काल अपने-अपने घरों को खाली करने के निर्देश दिये गये है। वहीं पहाड़ों पर कई जगह सड़कों पर मलवा आने से कई रास्ते बंद हो गये है। जिसकी वजह से कई घण्टों से यातायात व्यवस्था बाधित है। प्रशासन भारी बरसात के चलते स्थिति पर नजर बनाये हुये है। रूद्रपुर-मध्य रात्रि से हो रही मूसलाधार बरसात से शहर का जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। लगातार हो रही बरसात के कारण नगर के कई इलाकों में जलभराव हो गया। बरसात के कारण कई जगह पेड़ गिर गये और कई जगह मार्ग भी अवरूद्ध हो गया। मौसम को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है। कि अभी बरसात से लोगों को राहत नही मिलने वाली हालाकि बरसात के कारण लोगों को गर्मी से राहत जरूर मिली। लेकिन उनकी मुश्किले भी बढ़ गई। रविवार का दिन होने के कारण अवकाश था जिस कारण स्कूली बच्चों को सबसे ज्यादा राहत मिली है। अन्यथा ऐसी बरसात में बच्चों का स्कूल जाना मुहाल हो जाता। बरसात के कारण कई इलाकों में विद्युत आपूर्ति भी बधित रही। वैसे तो शहर में पिछले कई दिनों से बरसात का मौसम बना हुआ है हालाकि सप्ताह भर से रूक-रूककर बरसात हो रही है जिसके चलते मौसम न तो पूरी तरह सामान्य हो पा रहा था न ही बरसात पूरे वेग से प्रवाहित हो रही थी। लेकिन मध्य रात्रि से जो मूसलाधार बरसात बरसनी शुरू हुई है वह आज दोपहर लगभग 11 बजे तक नही रूकी। तेज बरसात के कारण व्यापारियों और राहगीरों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लेकिन रविवार का दिन होने के चलते सरकारी कर्मचारियों और स्कूली बच्चों के लिए यह बरसात राहत लेकर आयी। लगातार हो रही बरसात के चलते कल्याणी नदी जलस्तर भी बढ़ गया। वही शहर के छोटे-बड़े नाले भी उफान मारने लगे। बरसात के कारण डीडी चौक, अग्रसेन चौक, श्याम प्रसाद मुखर्जी चौक, ट्रांजिट कैम्प, अटरिया मार्ग रोड, संजयनगर खेड़ा, रवीन्द्र नगर, जगतपुरा, भदईपुरा समेत तमाम स्थानों पर जलभराव हो गया। वही किच्छा रोड पर सड़कों में गढ्डे होने के कारण सड़कों पर पानी बह रहा है कई जगह यह स्थिति हो चुकी सड़के पानी से लबालब भर चुकी है जिससे वाहनों चालकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अटरिया मन्दिर रोड पर पानी के चलते एक पेड़ भी सड़क पर गिर गया जिससे राहगीरो को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मुख्य बाजार में भी लबालब पानी भर गया। पिछले कई दिनों अतिक्रमण अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे में सड़कों पर पड़े मलबे और अब बरसात के पानी व्यापारियोें की दुश्वारियों में और इजाफा कर दिया है। वही जगतपुरा मौहल्ले में भी घुटने-घुटने तक पानी भर गया और सैकड़ों मकानों के भीतर पानी भर गया। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जिसकी जानकारी मिलने पर विधायक राजकुमार ठुकराल,भारत भूषण चुघ,उपजिलाधिकारी युक्ता मिश्रा,मुख्य नगर आयुक्त जय भारत सिंह, डीएसओ शंकर आर्य सहित कई अधिकारी व पुलिस कर्मी मौके पर आ पहुंचे। उन्होंने जलभराव का निरीक्षण कर प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी। साथ ही जगतपुरा स्थित गुरूद्वारा में जिलाधिकारी के निर्देश पर डीएसओ द्वारा प्रभावित परिवारों के लिये लंगर भी प्रारम्भ करवा दिया। वही फुलसंगा क्षेत्र में तीन पानी डाम में भारी मात्र में पानी आ जाने से डाम से पानी ओवरफ्रलो हो गया और पानी मुख्य मार्ग एवं आस-पास के घरों के भीतर जा घुसा। जिससे मुख्य मार्ग पर यातायात घण्टों तक प्रभावित रहा। वही किच्छा मार्ग पर ग्राम तीन पानी भारी बरसात के चलते जलभराव होने के कारण स्थिति बिगड़ गई। लोगों के घरों में बरसात का पानी आ जाने से लोगों को काफी परेशानियों से जूझना पड़ा। जानकारी मिलने पर एएसपी देवेन्द्र पिंचा, एएसपी स्वतंत्र कुमार, कोतवाल कैलाश चन्द्र भट्ट, एसएसआई कमलेश भट्ट पुलिस टीम के साथ वहा पहुंच गये। उन्होंने नदी किनारे रह रहे लोगों को तत्काल अपने-अपने घर खाली करने के निर्देश दिये। भारी बरसात की चेतावनी के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने तीन पानी ग्राम स्थित प्राइमरी स्कूल में लोगों के रूकने की व्यवस्था बनवाई है। इधर अटरिया पुल के समीप कल्याणी नदी के बीच लोगों द्वारा बनाये गये घरों में करीब चार फुट तक पानी आ गया है। अधिकारियों द्वारा सभी परिवारों के लोगों को तत्काल घरों को खाली करने के सख्त निर्देश दे दिये है। एसडीएम युक्ता मिश्रा ने बताया कि कल्याणी नदी में बढ़त जल स्तर को देखते हुये स्थिति पर हर पल नजर रखी जा रही है। साथ ही अधिकारियों को भी किसी भी स्थिति से निपटने के लिये सचेत कर दिया गया हैं। शहर के अलावा आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रें में भी बरसात ने जमकर कहर बरसाया। लालपुर, रामेश्वरपुर, देवरिया, शिमला पिस्तौर, दानपुर, जाफरपुर समेत तमाम इलाकों में पानी ने ग्रामीणों के सामने मुश्किले पैदा कर दी। मौसम की माने तो आनेवाले दिनों में भी बरसात थमने वाली नही है। यदि इसी प्रकार कुछ और दिन बरसात ने अपना रौद्र रूप दिखा दिया तो लोगों को बहुत ही मुश्किलो का सामना करना पड़ सकता है।

 

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