डकैती के बाद जागे कालोनीवासी,रात्रि गश्त के लिये सौंपी जिम्मेदारी, खुद उठाया अपनी सुरक्षा का बीड़ा
रूद्रपुर। गंगापुर रोड पर मां सर्वेश्वरी इन्क्लेव में हुई हत्या और डकैती की घटना से पुलिस ने भले ही जो सबक लिया हो लेकिन घरों में सुरक्षा को लेकर लोगों में जागरूकता जरूर आई है। अपने घरों में सुरक्षा के लिए लोग जहां सीसी कैमरे लगवा रहे हैं वहीं घर में चोर डकैत आसानी से न घुस पायें, इसके लिए भी पुख्ता इंतजाम करने की कोशिशें तेज हो गयी हैं। इन सब कोशिशों के बीच ग्राम फुलसुंगा स्थित रूद्रा इन्क्लेव के लोगों ने एक कदम आगे बढ़कर नई पहल की है। कालोनी के लोगों ने अपनी कालोनी की सुरक्षा का बीड़ा खुद अपने हाथ लिया है। कालोनी में रात्रि गश्त के लिए सात टीमें बनाई गई है। हर रात पांच सदस्यीय टीम कालोनी में रात्रि गश्त के लिए मुस्तैद रहती है। इससे कालोनीवासियों के साथ ही पुलिस को भी राहत मिली है। गौरतलब है कि ग्राम फुलसुंगा की मां सर्वेश्वरी इन्क्लेव कालोनी में बदमाशों ने पिछले दिनों सिडकुल स्थित फैक्ट्री के प्रोडक्शन मैनेजर पंकज श्रीवास्तव के घर में डकैती डालकर उनकी पत्नी अपर्णा की निर्मम हत्या कर दी थी और गृहस्वामी और उनकी मासूम बेटी को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले दो बदमाशों को पुलिस गिरफ्रतार करने का दावा कर रही है जबकि वारदात में शामिल तीन बदमाश अभी भी फरार है। इस घटना का खुलासा पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था। इससे पहले भी बदमाशों ने सिंह कालोनी में डकैती की दुस्साहसिक वारदात को अंजाम दिया था। इसके अलावा रूद्रपुर शहर से सटी रामपुर जनपद की सोढी कालोनी में भी बदमाशों ने डकैती वारदात को अंजाम देकर सनसनी फैला दी थी। इन सब घटनाओं ने कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान तो लगाये ही हैं, साथ ही लोगों को भी अपनी सुरक्षा खुद करने के लिए सोचने पर मजबूर कर दिया है। शहर और आस पास चोर और बदमाशों के शोर के बीच अब लोगों ने अपने घरों में सुरक्षा इंतजाम मजबूत करने शुरू कर दिये हैं।सुरक्षा के लिए जो लोग सीसी कैमरे और अन्य हाईटेक संसाधन लगाने में सक्षम है उन्होंने अपने घरों को सीसी कैमरों से लैस करना शुरू कर दिया हैं। यही नहीं कई कालोनियों में सार्वजनिक रूप से भी कैमरे लगाने की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा कुछ कालोनियों में रात को सुरक्षा गार्ड की भी व्यवस्था की जा रही है। इन सबके बीच फुलसुंगा की रूद्रा इन्क्लेव कालोनी में कालोनी के लोगों ने रात्रि गश्त खुद करने का बीड़ा उठाया है। पिछले दिनों कालोनी की सोसायटी की बुलाई गई एक बैठक में तय किया गया की चोर और बदमाशों से निपटने के लिए कालोनीवासी खुद रात्रि गश्त करेंगे।कुछ दिन तक तो कालोनी के अधिकांश लोग जागकर गश्त करते रहे। लेकिन उसके बाद रात्रि गश्त के लिए सात टीमें बना दी गयी। पिछले कई दिनों से कालोनी में पांच लोगों की टीम रात्रि गश्त कर रही है। हर दिन अलग- अलग लोगों की टीम बनने से अब सभी को रात भर जागने की जरूरत नहीं पड़ती। इससे गश्त का नियमित संचालन भी आसान हुआ है। यही नहीं कालोनी के लोग दिन में भी कालोनी की सुरक्षा को लेकर सतर्क हो गये हैं। दिन के समय जो लोग कालोनी में मौजूद रहते हैं उन्हें कालोनी में आने वाले कबाड़ी और फेरी लगाने या भीख मांगने के लिए आने वालों पर नजर रखने को कहा गया है। जो भी संदिग्ध कालोनी में नजर आता है कालोनी के लोग अन्य लोगों को मौके पर बुलाकर उससे पूछताछ करते हैं और पूरी संतुष्टि होने के बाद ही उसे छोड़ते हैं। सुरक्षा को लेकर रूद्रा इन्क्लेव में की जा रही इस व्यवस्था से धीरे धीरे अन्य कालोनी के लोग भी प्रेरणा ले रहे हैं। सोसायटी के अध्यक्ष अजय यादव का कहना है कि रूद्रपुर और आस पास हो रही ताबड़तोड़ वारदातों के बाद लोगों में जागरूकता आई है। इससे कालोनी के लोगों ने सबक लेकर सुरक्षा व्यवस्था मजूबूत कर दी है। उन्होंने कहा कि भविष्य में कालोनी को सीसी कैमरों से लैस करने के भी प्रयास किये जा रहे हैं।
कालोनी में पहुंचा संदिग्ध दबोचा
रूद्रपुर। रूद्रा इन्क्लेव में कालोनी वासियों द्वारा की जा रही रात्रि गश्त के बीच कालोनी में घुसने की कोशिश कर रहे एक संदिग्ध को कालोनी की गश्ती टीम ने दबोच लिया। इसके बाद कालोनी के तमाम लोग मौके पर एकत्र हो गये। अपना नाम मदन पाल बता रहे इस संदिग्ध के बारे में कालोनी के लोगों ने जानकारी जुटाने का काफी प्रयास किया लेकिन वह स्पष्ट रूप से कुछ नहीं बता रहा था। बाद में संदिग्ध को सूचना पर पहुंची पुलिस के हवाले कर दिया गया।
फिर खुली पुलिस व्यवस्था की पोल
रूद्रपुर। रात को पुलिस की व्यवस्था की पोल एक बार फिर खुल गयी। शनिवार रात रूद्रा इन्क्लेव में में पकड़ा गया संदिग्ध हालाकि कोई बड़ा अपराधी नहीं था वह हाव भाव से छोटी मोटी चोरी करने वाला नशेड़ी प्रतीत हो रहा था। उसके पकड़े जाने के बाद कालोनी के लोग 100 नम्बर पर और डीसीआर पर सूचना देने के लिए लगातार प्रयास करते रहे लेकिन एक घंटे के प्रयासों के बावजूद न तो 100 नम्बर पर संपर्क हो पाया और न ही डीसीआर पर। इसके बाद ट्रांजिट कैम्प थानाध्यक्ष के मोबाइल नम्बर पर सूचना दी गयी। तब दो पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे और उन्होंने संदिग्ध के बारे में जानकारी लेकर उसे हिरासत में लिया। पुलिस की व्यवस्थाओं का यह हाल तब है जबकि जिले के पुलिस कप्तान डा0 सदानन्द दाते ने रात्रि में पुलिस को विशेष रूप से चौकस रहने के निर्देश दिये हैं। इसके बावजूद पुलिस का 100 नम्बर और डीसीआर पर घंटों प्रयास के बावजूद संपर्क न होना पुलिस की व्यवस्थाओं पर अपने आप में एक बड़ा सवाल है।