शिकायत मिलने पर शिक्षा विभाग ने स्कूल में मारा छापा
रूद्रपुर। एनसीईआरटी की किताबें लागू न होने पर शिक्षा विभाग ने एक स्कूल में छापा मारा जहां पांच विषयों की किताबें एनसीईआरटी की नहीं पायी गयीं। चूंकि उन विषयों की किताबें एनसीईआरटी में उपलब्ध नहीं हैं लिहाजा शिक्षा विभाग ने उसके मूल्य न्यूनतम और संशोधित करने के निर्देश दे दिये। आज निजी किताबें और फीस वृद्धि की शिकायत मिलने पर मुख्य शिक्षाधिकारी पीएन सिंह ने ट्रांजिट कैंप स्थित इण्डियन पब्लिक जूनियर हाईस्कूल में छापा मारा जहां पता चला कि हिन्दी व्याकरण, अंग्रेजी व्याकरण, कम्प्यूटर, जनरल नालेज और मोरल साइंस की किताबें निजी प्रकाशकों की थीं। जब शिक्षाधिकारी ने जानकारी ली तो पता चला कि इन विषयों की एनसीईआरटी की पुस्तकें नहीं आतीं जिस पर श्री सिंह ने मोरल साइंस की किताब हटाने के निर्देश दे दिये। उन्होंने कहा कि बच्चों को शिक्षा दे रहे अध्यापक स्वयं शिक्षित हैं लिहाजा मोरल साइंस का विषय वह बिना किताबें बच्चों को पढ़ायें। वहीं अन्य जो चार विषयों की किताबें एनसीईआरटी की नहीं आतीं उनकी कीमत 100 रूपए से अधिक नहीं होनी चाहिए। यदि किसी भी विद्यालय ने 100 रूपए से अधिक कीमत की पुस्तक पायी गयी तो उस विद्यालय की मान्यता रद्द कर दी जायेगी और जिन स्कूलों में महंगी किताबें लागू की गयी हैं उनहें वापस कर अभिभावकों को राशि लौटायी जाये। इस दौरान तमाम अभिभावक भी मौजूद थे।