काशीपुर। बाजपुर रोड रेलवे क्रॉसिंग के समीप स्थित प्राचीन काली मंदिर परिसर में एक बाबा की लाश गड़े होने की आशंका ने यहां पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। जनप्रतिनिधियों तथा मोहल्ले वासियों ने मामले की तहरीर पुलिस को सौंप कर कार्यवाही की मांग की है। प्रकरण संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू किया है। मोहल्ला पटेल नगर निवासी कुछ लोगों ने जनप्रतिनिधियों के साथ कोतवाली पहुंचकर पुलिस को दी तहरीर में बताया कि बाजपुर रोड रेलवे क्रॉसिंग के समीप स्थित प्राचीन काली मंदिर परिसर में एक गîक्का खोदा देखा जा रहा है। मंदिर की सेवा करने वाली माई का कहना है कि इस गîक्के में बाबा की लाश दफन है। माता की बात को यदि सच माना जाए तो मामला बेहद संजीदा और चैंकाने वाला है। बाबा की लाश यदि मंदिर परिसर के अंदर गाड़ी गई तो उसकी मौत किस हालात में हुई यह जानना जरूरी है। कयास लगाया जा रहा है कि बाबा की मौत स्वाभाविक नहीं है। काली माता मंदिर की सेवादार माई का आरोप यह भी है कि प्राचीन मंदिर को पिछले कुछ समय से शरण स्थली बनाए हुए एक अन्य बाबा ने यहां नशेड़ियों का जमघट लगाना शुरू कर दिया है। उसकी गतिविधियां बेहद संदिग्ध है। बाबा के गतिविधियों की यदि बारीकी से जांच की जाए तो चैंकाने वाले मामले उजागर हो सकते हैं। मोहल्ले वासियों का कहना है कि बाबा की हरकतों से श्रद्धालुओं की खासकर महिला श्रद्धालुओं की भावनाएं लगातार आहत हो रही है। इसके अलावा हाईवे से होकर गुजरने वाले वाहन चालकों तथा राहगीरों को भी अक्सर नशेड़ियों के कोप का भाजन बनना पड़ता है। फिलहाल मंदिर परिसर में उभरे गîक्के का सच जानना पुलिस के लिए जरूरी हो गया है। पुलिस ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू किया है। शिकायत कर्ताओं में विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष राजीव परनामी,पार्षद गुरविंदर सिंह चंडोक, केपी राठौर, राजकुमार, अमरजीत, नितिन छाबड़ा, मनजीत सिंह, रोहित व दीपक आदि मौजूद थे।