अल्मोड़ा जेल में बंद अंडरवर्ल्ड डान प्रकाश पांडे ने लिया सन्यास,अब बन गया योगी प्रकाशनाथ

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जेल प्रशासन की निगरानी में काठमांडू के नाथ संप्रदाय के आचार्य दंडीनाथ महाराज ने पीपी को दिलाई दीक्षा
अल्मोड़ा/हल्द्वानी(उद संवाददाता)। आखिरकार उत्तराखंड की अल्मोड़ा जेल में पिछले कई वर्षों से बंद अंडरवर्ल्ड डान प्रकाश पांडे उर्फ पीपी ने सन्यास लेकर भगवा चोला धारण कर लिया है और वह अब योगी प्रकाशनाथ बन गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार काठमांडू के नाथ संप्रदाय के आचार्य धर्मदत्त जी दंडीनाथ महाराज का दावा है कि उन्होंने दो महीने पहले अल्मोड़ा जेल के अंदर जेल प्रशासन की निगरानी में प्रकाश पांडे को संन्यास की दीक्षा दिलाई है। भगवा वस्त्र व कंठा भी पहनाया। दंडीनाथ ने अपने एक्स पर भी इसकी जानकारी साझा की है।
अल्मोड़ा जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे कुख्यात डॉन प्रकाश पांडेय गुरुवार को कड़ी सुरक्षा के बीच हल्द्वानी के काठगोदाम स्थित अपने घर पहुंचा। डॉन पीपी अपने पिता के पीपलपानी में शामिल होने आया था। पीपी के पिता की 13 दिन पहले मृत्यु हो गई थी। डॉन प्रकाश पांडेय को पीपलपानी में शामिल होने के लिए सात घंटे की पैरोल मंजूर हुई थी। बता दें कि, कुख्यात डॉन प्रकाश पांडेय अब संन्यासी बन चुका है। प्रकाश पांडेय को पहले देख चुके लोगों ने जब संन्यासी रूप में देखा तो हैरत में रह गए। जरायम की दुनिया में कदम रखने के बाद पीपी ने नैनीताल, अल्मोड़ा, हल्द्वानी व रानीखेत में अवैध शराब, लीसा तस्करी की थी। अवैध कामों में कमाई बढ़ी तो पीपी का दुस्साहस भी बढ़ता चला गया। मुंबई में रहकर वह डान बनना चाहता था। 90 के दशक में वह मुंबई पहुंच गया। यह वह दौर था, जब देश बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद फैली सांप्रदायिक हिंसा की आग में जल रहा था। इस बीच मुंबई में ब्लास्ट हुए, जिसका जिम्मेदार दाउद को बताया गया। जब दाऊद व छोटा राजन अलग हो गए थे। इसी बीच प्रकाश पांडे उर्फ पीपी की मुलाकात छोटा राजन से हुई और उसके डान बनने का सफर शुरू हो गया था। वर्ष 2010 में पीपी वियतनाम से गिरफ्तार हो गया था। सितारगंज, पौड़ी आदि के बाद वह अल्मोड़ा जेल में बंद है। 17 मार्च को उसने अल्मोड़ा जेल प्रशासन को पत्र लिखकर जीवन में किए अपराधों पर पश्चाताप कर संन्यासी बनने की अनुमति मांगी थी। इधर नाथ संप्रदाय के आचार्य धर्मदत्त जीदंडीनाथ महाराज ने दावा किया है कि पीपी को 28 मार्च को हर्षण योग युत्तफ अमृत वेला में जिला जेल पीपी की संन्यास दीक्षा संपन्न हुई। इस दौरान पीपी को भगवा वस्त्र व कंठा धारण कराया गया। दीक्षा लेने के बाद वह योगी प्रकाशनाथ बन गया। सारे अनुष्ठान जेल प्रशासन की निगरानी में हुए। आचार्य धर्मदत्त जी महाराज ने इसकी जानकारी अपने एक्स पर भी साझा की है,जिसमें एक फोटो में पशुपति शरणागति परिचय पत्र लिखा है। सन्यासी बने प्रकाशनाथ की भगवा वस्त्र में फोटो भी है। उनके एक्स पर 286 फालोअर हैं। 272 लोगों को उन्होंने फालो किया है।

 

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