मालगाड़ी के व्हील स्लिप होने से लालकुआं में रेल यातायात थमा

पहले भी सामने आ चुकी है रेलवे की लापरवाही

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लालकुआं। देर शाम लगभग 8 बजे के आसपास बरेली से कोयला लेकर लालकुआं को आ रही मालगाड़ी के व्हील स्लिप हो जाने के चलते उत्तफ़ मालगाड़ी डेढ़ घंटे से भी अधिक समय तक लालकुआं आउटर सिग्नल पर ही ऽड़ी रही। जिसके चलते जहां देहरादून एक्सप्रेस रेलगाड़ी एक घंटा विलंब के बाद देहरादून को रवाना हुई और बरेली जाने वाली यात्री रेलगाड़ी भी दो घंटे से अधिक समय तक स्टेशन पर ही ऽड़ी रही। प्राप्त जानकारी के अनुसार बरेली से काशीपुर को कोयला लेकर जाने वाली मालगाड़ी बुधवार की शाम 8ः20 में लालकुआं आउटर सिग्नल पर पहुंची। जैसे ही उत्तफ़ रेलगाड़ी लालकुआं स्टेशन की ओर बढ़ने लगी तो उसके “वील स्लिप हो गये। काफी प्रयास करने के बाद जब रेलगाड़ी के पहिए आगे की ओर नहीं बढ़े तो वह एक कदम भी स्टेशन की ओर नहीं चल सकी। ड्राइवर द्वारा बार-बार मालगाड़ी को आगे बढ़ाने का प्रयास किया गया तो मालगाड़ी बैरंग पीछे को जाने लगी। रात्रि 10 बजे तक मालगाड़ी स्टेशन में नहीं पहुंच पाई थी। इस दौरान स्टेशन से दूसरा इंजन उत्तफ़ मालगाड़ी को लाने के लिए भेजा जा रहा था। उधर काठगोदाम से देहरादून को जाने वाली एक्सप्रेस रेलगाड़ी भी एक घंटा बिलम्ब के बाद तक लालकुआं स्टेशन से 9ः45 बजे देहरादून को रवाना हो सकी। तथा लालकुआं से बरेली को जाने वाली यात्री रेलगाड़ी भी शाम 8 बजे बरेली को चलने वाली थी जो कि 2 घंटे बाद तक अपने गंतव्य को रवाना नहीं हो सकी। वही रानीऽेत एक्सप्रेस रेलगाड़ी भी को भी हल्द्वानी रेलवे स्टेशन पर ऽड़ा कर दिया गया।  उधर स्टेशन अधीक्षक नीरज कुमार का कहना है कि मालगाड़ी के व्हील स्लिप हो जाने के चलते रेल यातायात बाधित हुआ है। मालगाड़ी को स्टेशन में लाने के लिए दूसरे इंजन को भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि उत्तफ़ मालगाड़ी में कोयला लदा हुआ है। और वह काशीपुर को जाने वाली है। इधर रात 10 बजे बाद भी रेल यातायात पूरी तरह प्रभावित होने के चलते रेलवे स्टेशन के अधिकारियों के जहां हाथ पांव फूले हुए थे। वहीं उनमें हड़कंप भी मचा हुआ था। तथा विभिन्न क्षेत्रें को यात्र करने वाले यात्रियों में भी अफरा-तफरी मची हुई थी। डेढ़ घंटे से अधिक समय तक यहां गोला रोड पर रेलवे क्रॉसिंग बंद रहने के चलते गौला रोड में दोनों और भारी जाम लग गया। जिससे अव्यवस्था फैल गयी। उत्तफ़ जाम रात्रि 10 बजे बाद भी जारी रहा। लालकुआं रेलवे स्टेशन प्रबंधन की लापरवाही के चलते लालकुआं क्षेत्र में रेलगाड़ियों के आवागमन में प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। पिछले दिनों भी लालकुआं से गूलरभोज को रवाना हुई एक्सप्रेस रेलगाड़ी टांडा के जंगल में 5 घंटे ऽड़ी रही। जिसके चलते यात्रियों की जान पूरी रात आफत में रही। बुधवार को पुनः मालगाड़ी के व्हील स्लिप होने के चलते उत्तफ़ मालगाड़ी 2 घंटे से अधिक समय तक लालकुआं रेलवे स्टेशन के आउटर पर ऽड़ी रही। लालकुआं रेलवे स्टेशन से विभिन्न रेलगाड़ियों में सफर करने वाले यात्रियों का कहना था कि यदि समय रहते स्टेशन प्रबंधन दूसरे इंजन को मालगाड़ी को लेने भेज देता तो रेल यातायात अधिक प्रभावित नहीं हो पाता। परंतु स्टेशन प्रबंधन ने 2 घंटे बाद दूसरे इंजन को मालगाड़ी को ऽींचने रवाना किया। जिसके चलते कई रेलगाड़ियां प्रभावित हो गयी।

पहले भी सामने आ चुकी है रेलवे की लापरवाही

लालकुंआ। 20 जुलाई को भी लऽनऊ से काठगोदाम को जाने वाली रेलगाड़ी लालकुआं रेलवे स्टेशन और पंतनगर के बीच आपसी तालमेल ठीक न होने के चलते दुर्घटनाग्रस्त होते-होते बच गयी थी। प्रातः लगभग 8 बजे लऽनऊ से काठगोदाम तक जाने वाली 15043 एक्सप्रेस रेलगाड़ी जैसे ही लालकुआं स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 3 में पहुंची तो पूरे रेलवे स्टेशन में अफरा तफरी मच गयी थी। जबकि उत्तफ़ प्लेटफॉर्म में बरेली से आने वाली पैसेंजर रेलगाड़ी संख्या 55335 ने पहुंचना था। सौभाग्य की बात यह रही कि प्लेटफार्म नंबर 3 पर उस वत्तफ़ कोई भी रेलगाड़ी ऽड़ी नहीं थी। जिससे दुर्घटना होने से बाल-बाल बच गयी। उत्तफ़ लापरवाही से बड़े मात्र में जान माल का ऽतरा हो सकता था। उत्तफ़ रेलगाड़ी में काशीपुर को जाने वाले यात्री तेजी से बैठने लगे तो पता चला है कि वह तो लऽनऊ काठगोदाम एक्सप्रेस रेलगाड़ी है। उत्तफ़ एक्सप्रेस रेलगाड़ी को आनन-फानन में स्टेशन प्रबंधन ने शंटिंग करा कर प्लेटफार्म नंबर 1 में पहुंचाया। इस दौरान बरेली से आने वाली यात्री रेलगाड़ी 55335 पंतनगर स्टेशन में ही ऽड़ी रही। लगभग आधा घंटा विलंब के बाद उत्तफ़ एक्सप्रेस रेलगाड़ी जब काठगोदाम को रवाना हुई तो पंतनगर से पैसेंजर रेलगाड़ी को लालकुआं को रवाना किया गया। तथा पौन घंटा विलंब के बाद बरेली वाली यात्री रेलगाड़ी 55335 को काशीपुर को जाने वाली 55315 रेलगाड़ी बनाकर रवाना किया जा सका। इस दौरान पूरे स्टेशन में हड़कंप मच गया। स्टेशन अधीक्षक नीरज कुमार और यातायात निरीक्षक मोहन राम ने पंतनगर और लालकुआं स्टेशन के बीच तालमेल की कमी की जांच की तथा पूरी रिपोर्ट मंडल मुख्यालय को भेज दी। जिसके बाद वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक अनूप कुमार सिंह ने सहायक स्टेशन मास्टर तहजीम ऽान को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और मामले की उच्चस्तरीय जांच बैठा दी। मंडल रेल प्रबंधक दिनेश कुमार सिंह का कहना है कि इस तरह की लापरवाही होना ठीक बात नहीं है। उन्होंने उच्चस्तरीय जांच के बाद कार्यवाही करने की बात की थी । फिलहाल इस प्रकार की लापरवाही का यह लालकुआं रेलवे स्टेशन में पहला मामला था। 29जुलाई की रात को भी लालकुआं से अमृतसर के बीच चलने वाली अमृतसर एक्सप्रेस रेलगाड़ी टांडा के जंगल में भैंस से टकरा जाने के चलते सवा 5 घंटा जंगल में ही फंसी रही। बाद में लालकुआं से गयी गई वेंल्डिंग मशीन के द्वारा क्षतिग्रस्त काऊ कैचर काटा गया था। तब जाकर रेलगाड़ी अपने गंतव्य को रवाना हो सकी।

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